सिखों के नौवें गुरु तेग बहादुर जी, जिन्हें चार सौ साल पहले औरंगज़ेब के कहने पर सिर धड़ से अलग कर शहीद कर दिया गया था. उनका कुसूर इतना था कि वह धर्म परिवर्तन के लिए राज़ी नहीं थे. उसी रोज़ एक लाल आंधी चली थी. दिल्ली के चांदनी चौक बाज़ार में हुए इस कत्ल के तुरंत बाद गुरूजी के शिष्य उनका सिर यानी शीश लेकर गायब हो गए थे. जिस जगह गुरूजी शहीद हुए थे, ठीक उसी जगह आज गुरुद्वारा शीशगंज स्थापित है. आज गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाशपर्व के दिन भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi बिना किसी सुरक्षा घेरे के वहाँ मत्था टेकने और दुआ मांगने पहुँचे थे.
हालाँकि बिना सुरक्षा घेरे के जाने पर जहाँ देशवासी उनकी तारीफ कर रहे हैं वहीं ये चिंता भी जता रहे हैं कि उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था. बता दें Narendra Modi एक बार पहले भी सड़क पर जाम लगा होने की वजह से दिल्ली मेट्रो में बिना किसी ख़ास सुरक्षा के ट्रेवल करते नज़र आए थे.
आज जब पूरे देश में कोरोना को लेकर हाहाकार मचा हुआ है ऐसे में देश के प्रधानमंत्री से लेकर आम मोहल्लों के निगम पार्षद तक, सब किसी न किसी तरह से कोरोना पीड़ितों की मदद कर रहे हैं, उन्हें ऐड दे रहे हैं. ऑक्सीजन और दवाइयों की व्यवस्था कर रहे हैं.
मायापुरी की पूरी टीम भी दुआ करती है कि कोरोना का कहर जल्द से जल्द कण्ट्रोल में आए और जनजीवन फिर से बहाल हो सके.