बी आर चोपड़ा की महाभारत में यूं तो हर पात्र अमर हो गया था। लेकिन इंद्रदेव बने Satish Kaul की बात कुछ अलग थी। 300 से ज़्यादा हिन्दी और पंजाबी फिल्में करने वाले सतीश कौल पिछले कुछ समय से कोरोना से लड़ रहे थे। वह बीमार थे। वह कुछ समय पहले, पिछले साल मई के महीने में बॉलीवुड से मदद मांगते भी नज़र आए थे क्योंकि उनकी हालत इतनी खराब हो गई थी कि लॉकडाउन के दौरान उनके पास आम ज़रूरतों का सामान भी नहीं था।
सस्सी पुन्नु जैसी ब्लॉकबस्टर पंजाबी फिल्मों में अपनी छाप छोड़ चुके Satish Kaul ने आज लुधियाना में अपनी आखिरी सांस ली। वह 73 साल के थे। बी आर चोपड़ा के मशहूर सीरीअल महाभारत में उनका रोल छोटा सा था पर बहुत अहम था। वह इन्द्र देव बने थे। इसके अलावा वह याराना, कर्मा, राम लखन, खेल, प्यार हुआ चोरी-चोरी जैसी दर्जनों सुपर हिट फिल्मों में भी नज़र आ चुके थे।
फिर भी पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में उनका अलग मुकाम था। वहाँ वह 300 के आसपास फिल्में कर चुके थे जिनमें सस्सी पुन्नु, पटोला, रानों, भुलेखा, यार यारा दे, मुटियार आदि फिल्मों में अपनी छाप छोड़ चुके थे।
इसके इतर टीवी सीरियल में भी उनकी अच्छी धाक थी। वह महाभारत के अलावा, विक्रम और बेताल, स्टोरी ऑफ़ पद्मावती और किंग यशोधन जैसे सीरिअल्स में भी आ चुके थे।
एक ऐसा समय भी था जब Satish Kaul के पास इतना काम था कि उनके पास किसी से बात करने की भी फुरसत नहीं रहती थी लेकिन अब वो भी दौर आ गया कि उनके मरने से काफी पहले ही उनकी पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया था और वह उनके लड़के संग अमेरिका चली गयी थीं। सतीश कौल के पास कई कई दिन खाने के पैसे नहीं होते थे। वह हॉस्पिटल में भर्ती होते भी तो उनके पास बिल देने के लिए पैसे नहीं होते थे। इतनी मुफलिसी यानी गरीबी के बाद covid हो जाने की वजह से वो जीवन की जंग हार गए और उन्होंने ये शरीर त्याग दिया।
भगवान उनकी आत्मा को शांति दे व लोगों को सुरक्षित रखे। मास्क लगाए रखें, हाथ साफ़ रखें और बेवजह भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें।
'>सिद्धार्थ अरोड़ा 'सहर'