बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर अक्सर अपनी अच्छी एक्टिंग और बुरे शब्दों की वजह से चर्चा में रहती हैं. इस बार स्वरा ने तालिबान की तुलना हिंदुत्व से करके फिर ख़ुद का मज़ाक बनवा लिया है. हालाँकि स्वरा ट्वीटर पर यही लिख रही हैं कि उन्हें कोई फ़र्क नहीं पड़ता है.
आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है –
हाल ही में अफगानिस्तान में तालिबान शासन की बर्बरता देख पूरा विश्व परेशान है. तालिबानी आतंकी संगठन ने अफगानिस्तान की औरतों पर अत्याचार करने शुरु कर दिए हैं. वह प्रेसिडेंट हाउस में घुसकर बैठ गये हैं और उपद्रव मचा रहे हैं. यह देख स्वरा भास्कर ने 17 अगस्त को ट्वीट कर कहना चाहा कि जैसे तालिबानी आतंकियों देख कर हम घबरा रहे हैं वैसे ही हिंदुत्व टेरर से भी हमें समझौता नहीं करना चाहिए. आतंकियों को उनके धर्म के आधार पर नहीं पहचानना चाहिए. अगर हम तालिबान को नहीं सह सकते हैं तो हमें हिंदुत्व आतंक को भी नहीं सहना चाहिए.
स्वरा भास्कर के इस बेतुके बयान के बाद लोगों ने उन्हें जमकर कोसना शुरु कर दिया है. उत्तरप्रदेश की एक वकील युक्ति राठी ने तो उनके खिलाफ एफ आई आर भी कर दी है. युक्ति ने अपनी शिकायत में लिखा है कि स्वरा भास्कर ने जानबूझकर उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाई है. स्वरा भास्कर हिन्दू और मुस्लिम के बीच अलगाव पैदा करना चाहती हैं इसीलिए वह इस तरह लिख रही हैं.
स्वरा भास्कर ने न अबतक ट्वीट डिलीट किया है और न ही उसके कमेंट्स ऑफ किये हैं. उनके इस ट्वीट पर अबतक 19 हज़ार लाइक्स और क़रीब 11 हज़ार रीट्वीट हो चुके हैं.
हालाँकि अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा जो भी बर्बरता हो रही है, उसकी तुलना किसी भी धर्म, समुदाय या संगठन से नहीं की जा सकती. हाल ही में ख़बर आ रही है कि तालीबानियों ने जलालाबाद आम नागरिकों पर गोलियां चला दी हैं. हर तरफ अफरा-तफरी मची हुई है. बीते दिन की एक वीडियो में यह भी सामने आया है कि एक महिला को सरे राह ‘अल्लाह हु अकबर’ के नारे लगाते हुए सिर में गोली मार दी गयी है.