बॉलीवुड ऐक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने हैशटैग मी टू आंदोलन के तहत बॉलीवुड अभिनेता नाना पाटेकर के खिलाफ तथाकथित यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था, जिसमें मुंबई पुलिस की ओर से नाना को क्लीन चिट दे दी गई थी और अब इस क्लोजर रिपोर्ट को दायर हुए अभी एक महीने भी नहीं हुए कि अब अभिनेत्री तनुश्री दत्ता नाना को क्लीन चिट दिए जाने के खिलाफ याचिका दायर करेंगी।
बता दें कि ओशिवारा पुलिस स्टेशन द्वारा दायर इस बी-समरी रिपोर्ट का तनुश्री ने विरोध किया है। यहां अंधेरी में रेलवे मोबाईल कोर्ट में उनकी तरफ से वकील नितिन सतपुते हाजिर हुए। सतपुते ने रविवार को आईएएनएस को बताया, 'अदालत ने बी-समरी रिपोर्ट के खिलाफ एक याचिका दायर करने का समय दे दिया है, तनुश्री की लीगल टीम वहां मौजूद थी, लेकिन सुनवाई के दौरान ओशिवारा पुलिस स्टेशन का एक भी अफसर कोर्ट रूम में मौजूद नहीं था। मामले को 7 सितंबर तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।'
मुंबई पुलिस के प्रवक्ता पुलिस उपायुक्त मंजुनाथ शिंगे ने जून में आईएएनएस को बताया था, 'हां, हमने अदालत के सामने बी-समरी रिपोर्ट दायर की है।' कथित तौर पर पर्याप्त सबूतों के न मिलने की वजह से पुलिस ने इस मामले को बंद कर दिया, क्योंकि वे आगे की जांच को जारी नहीं रख सकते थे। सतपुते ने कहा, कि वे इस मामले में पुलिस के इस फैसले को चुनौती देंगे।
साल 2018 के सितंबर में यह कहते हुए तनुश्री ने नाना पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था कि साल 2008 में एक शूट के दौरान नाना ने उनके साथ बदसलूकी की हालांकि नाना ने तनुश्री द्वारा लगाए गए, इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज कर दिया।