दबंग 3
कोई भी फिल्म हो, निर्माता हमेशा अपनी फिल्म को बढ़ चढ़कर और अच्छी तरह से ही प्रमोट करता है, लेकिन कई बार उसके प्रमोशन का तरीका गलत भी हो जाता है। वो इस वजह से क्योंकि बहुत सी फ़िल्मों में कहीं न कहीं कुछ ऐसे सीन या डायलॉग होते हैं, जिनपर लोग सवाल खड़े करने लगते हैं। जिसकी वजह से फिल्मों को धार्मिक संगठनों के विरोध का सामना भी करना पड़ता है। वैसे देखा जाए तो ज्यादातर पीरियड फिल्में और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्में ही ऐसी मुसीबत में पड़ जाती हैं और अपने कंटेंट के लिए उन्हें विवादों का सामना करना पड़ता है। दीपिका पादुकोण स्टारर पद्मावत से लेकर, सलमान खान की ‘दबंग 3’ तक, ये हैं बॉलीवुड की वो फिल्में, जो लोगों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए सुर्खियों में रहीं....
दबंग- 3
सबसे पहले बात करते हैं सलमान खान की हालिया रिलीज फिल्म दबंग 3 के बारे में। जो रिलीज होने से पहले ही अपने गाने हुड़-हुड़ दबंग की वजह से विवादों में घिर गई। इस गाने में जिस चीज को लेकर विवाद हुआ, वो ये कि इसमें सलमान खान उर्फ चुलबुल पांडे को साधुओं के साथ एक पैर हिलाते हुए दिखाया गया था, साथ ही गाने में साधु गिटार बजाते हुए दिखाई दे रहे थे । इसी सीन को लेकर एक हिंदू संगठन ने कथित तौर पर इसे आपत्तिजनक पाया और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को कार्रवाई करने की मांग की। गीत की कोरियोग्राफर, शबीना खान ने कहा, “इस गीत में साधुओं को गिटार के साथ डांस करते हुए दिखाया गया है। अब, ये असली साधु नहीं हैं! ये साधु गेट-अप कोरियोग्राफ किए गए स्टेप्स में डांसर हैं। हमने मध्य प्रदेश के महेश्वर में गाने की शूटिंग की। कुछ साधु थे जो केवल शूटिंग देखने के लिए एकत्रित हुए थे। आप उन्हें गाने में बैकग्राउंड में खड़े हुए देख सकते हैं। ”फिलहाल फिल्म की रिलीज से पहले ही गाने से उन दृश्यों को हटा भी दिया गया।
पद्मावत
सबसे ज्यादा मुसीबतों का सामना करना पड़ा संजय लीला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' को। संजय लीला भंसाली पर एक राजपूत संगठन, करणी सेना के सदस्यों ने परेशान किया और उन पर आरोप लगाया कि फिल्म ने चित्तौड़ की रानी पद्मिनी के बारे में तथ्यों से छेड़छाड़ की है। काफी विवाद और लंबे समय तक चले विरोध-प्रदर्शन के बाद, फिल्म आखिरकार जनवरी 2018 स्क्रीन पर रिलीज हुई। इतना सब होने बाद जब संगठन ने फिल्म देखी तो, 'पद्मावत' के लिए समर्थन व्यक्त किया। उसके बाद फिल्म के नाम को भी पद्मावती से बदलकर पद्मावत कर दिया गया।
जीरो
ठीक इसी तरह शाहरुख खान की फिल्म ‘जीरो’ को भी रिलीज से पहले परेशानियों का सामना करना पड़ा था। फिल्म के ट्रेलर और पोस्टर लॉन्च होने के ठीक बाद, फिल्म को सिख समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए विरोध का सामना करना पड़ा। दरअसल, फिल्म में एक जगह शाहरुख खान को सिखों की आस्था के एक लेख गत्रा किरपान के साथ देखा गया था, जिसे वास्तव में समर्पित सिख द्वारा ही पहना जा सकता है। जिस पर दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) के महासचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कथित तौर पर शाहरुख के खिलाफ सिख समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए शिकायत दर्ज की थी। बाद में जीरो के मेकर्स ने फिल्म से उन हिस्सों को बदल दिया, जिसकी वजह से विवाद हुआ।
पानीपत
हाल ही में रिलीज हुई आशुतोष गोवारिकर की फिल्म पानीपत तब विवादों में आ गई, जब अखिल भारतीय आदर्श जाट महासभा की मथुरा और आगरा इकाइयों ने कहा, कि इसमें जाट शासक महाराजा सूरजमल की छवि को खराब तरह से दर्शाया गया है। जिसके बाद फिल्म को बैन करने की मांग की गई। खबरों के मुकाबिक, “पानीपत के एक दृश्य ने जाट समुदाय की भावनाओं को आहत किया है, जिसकी वजह से प्रतिबंध लगाने की मांग की गई है। बाद में माहौल खराब होते देख फिल्म के निर्माताओं ने 11 मिनट के दृश्य को फिल्म से काटने का फैसला किया, जिसने राजस्थान में लोगों को नाराज कर दिया। इस सीन को हटाने के बाद अब फिल्म 11 मिनट छोटी गई है। ”
केदारनाथ
सारा अली खान की डेब्यू फिल्म केदारनाथ साल 2018 दिसंबर में रिलीज हुई थी। इस फिल्म को लेकर भी काफी विवाद खड़ा हो गया था। फिल्म को लेकर उत्तराखंड के चारधाम के पुजारियों ने ये कहा था कि इस फिल्म से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं, क्योंकि यह फिल्म लव जिहाद को बढ़ावा देती है। केदारनाथ में स्थित पुजारियों के अध्यक्ष ने कहा था, कि अगर फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया तो वे आंदोलन शुरू करेंगे। इतना ही नहीं, एक हिंदू समूह ने यह भी मांग की कि फिल्म को बैन किया जाए, क्योंकि फिल्म में केदारनाथ जैसे धार्मिक स्थल पर प्रेम दृश्यों को दिखाया गया है।
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