Vyjayanthimala के एकसाथ दो एक्टर्स के साथ इश्क के थे चर्चे, फिर इलाज करने वाले डॉक्‍टर को दिल दे बैठी

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By Richa Mishra
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Vyjayanthimala had discussions of love with two actors at the same time then gave heart to the doctor who treated her

Vyjayanthimala known Facts: हिंदी सिनेमा की सफलतम अभिनेत्रियों की बात आती है तो वैजयंती माला का नाम जरूर आता है. वह दक्षिण सिनेमा से हिन्दी सिनेमा में सबसे पहले सफल होने वाली अभिनेत्री हैं. वैजयंती माला सर्वगुण संपन्‍न अदाकारा हैं. वह जितनी शानदार अदाकारी करती थीं, उससे कहीं ज्‍यादा अद्भुत उनका डांस था. वह शास्‍त्रीय नृत्‍य कला में पारंगत हैं. वैजयंती माला (Vaijayanti Mala) ने महज 13 वर्ष की उम्र में ही एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा था . वैजयन्ती माला (Vaijayanti Mala) ने सिनेमा जगत में 1949 में कदम रखा. इनकी पहली फिल्म 'वड़कई' थी इसके बाद 1950 में इन्होने तमिल फ़िल्म 'जीवितम' की मानो इसके बाद इनके करियर की गाड़ी ने तेजी पकड़ ली हो.

लेकिन अगर हिन्दी सिनेमा (Hindi cinema) की बात करें तो वैजयन्ती माला (Vaijayanti Mala) ने सबसे पहले हिन्दी फ़िल्म (hindi film) बहार और लड़की में काम किया. बॉक्स ऑफ़िस (box-office) की फ़िल्मों में अपना अपनी अदाकारी का डंका बजाने के बाद वैजयन्ती माला (Vaijayanti Mala) देवदास में चन्द्रमुखी के रोल में 1955 में नजर आई. अपने पहले ड्रामाई कैरेक्टर में वैजयन्ती को फ़िल्मफ़ेयर अवॉर्ड (Filmfare Award) से सम्मानित किया गया.


इन फ‍िल्‍मों से छाईं वैजयंती

वैजयंती माला ने 1957 में आई फिल्म 'देवदास' में चंद्रमुखी का किरदार निभाया था जिसके लिए उन्‍हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्‍मफेयर पुरस्‍कार मिला. 1959 में फिल्म 'मधुमती', 1962 में 'गंगा जमुना' और 1965 में 'संगम' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्मफेयर पुरस्कार से नवाजा गया. 1996 में उन्‍हें फ‍िल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से नवाजा गया. वैजयंती माला ने ‘संगम’, ‘साधना’, ‘सूरज’, ‘प्रिंस’, ‘मधुमती’, ‘गंगा जमुना’, ‘आम्रपाली’ जैसी हिट फि‍ल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया. वैजयंती माला पहली ऐसी दक्षिण की हिरोइन थीं जिन्हें अपने डायलॉग डब नहीं करने पड़े थे. उन्होंने हिन्दी में डायलॉग बोलने के लिए हिन्दी भी सीखी थी.


दिलीप कुमार-राज कपूर संग अफेयर

वैजयंती माला का दिलीप कुमार के साथ जोड़ी काफ़ी लोकप्रिय रही थी. उन्‍होंने दिलीप कुमार के साथ ‘मधुमती’, ‘नया दौर’, ‘पैग़ाम’, ‘लीडर’ और ‘संघर्ष’ जैसी हिट फि‍ल्में कीं. इसी दौरान दिलीप कुमार से उनके अफेयर की चर्चा हुई. उसके बाद वह राज कपूर के करीब आईं. 

जब राज कपूर की पत्‍नी ने उनके रिश्‍ते पर उंगली उठाई तो राज कपूर ने वादा किया कि वह वैजयंती के साथ काम नहीं करेंगे. 'संगम' के बाद वैजयंती माला और राज कपूर की लोकप्रिय जोड़ी टूट गई.   


प्‍यार और राजनीति

वैजयंती माला का नाम कई लोगों के साथ लिया गया लेकिन उनके प्‍यार की एक कहानी काफी अलग है. वैजयंती को एक बार निमोनिया हो गया था. उनका इलाज डॉ. चमनलाल बाली कर रहे थे. बाली उनके फैन थे. इलाज करते-करते दोनों में प्यार हो गया. 10 मार्च 1968 को दोनों ने शादी कर ली. उनका एक बेटा भी है. वैजयंती माला को राजनीति में भी बहुत रास आई वहां भी उन्होंने अपनी एक अलग पहचान बनाई. वह राजनीति से जुड़ीं और 1984 में संसद सदस्य बनीं. इस समय वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं और चेन्नई की सबसे ताकतवर राजनीतिक शख्‍सियतों में से एक हैं. 

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