रेटिंग**
नये साल के आरंभ में निर्देशक करण विश्वनाथ कश्यप की फिल्म‘ सब कुशल मंगल’ से ,जंहा भोजपुरी स्टार रवि पर किशन की बेटी रीवा किशन वहीं पूर्व अभिनेत्री पद्मनी कोल्हापुरे के बेटे प्रियांक शर्मा का डेब्यु हुआ है। इस हास्य फिल्म का सार कुछ यूं रहा।
कहानी
कर्नलगंज का लोकल एक ऐसा बदमाश बाबा भंडारी यानि अक्षय खन्ना जो जबरिया शादी करवाने का धंधा करता है। एक बार वो एक टीवी होस्ट प्रियांक शर्मा को अगवा कर लेता है। लेकिन जब वो जिस लड़की रीवा किशन के लिये प्रियांक का अगवा करता है, उसे पता चलता है कि पता नहीं कब वो स्वंय उससे प्यार करने लगा है। क्या वो उस लड़की से खुद शादी करने में कामयाब हो पाता है या नहीं। ये फिल्म, देखने के बाद ही पता चल पायेगा।
अवलोकन
फिल्म का जो मतलब था उसमें डायरेक्टर आंशिक तौर पर सफल हुआ यानि फिल्म का मकसद था कॉमेडी, लेकिन दर्शक को हंसाने में फिल्म एक हद ही कामयाब कही जा सकती है। क्योंकि पमरी फिल्म में कहीं भी कैसा भी फन नहीं दिखाई देता। ऊपर से अक्षय खन्ना की ड्रामेटिक एन्ट्री खीज पैदा करती है। खासकर उसका लुक जिसमें बड़ी मूछें तथा बड़े बाल हास्य नहीं बल्कि उसे हॉरर लुक देते लगते हैं। हालांकि बतौर एक्टर वो काफी इम्प्रेसिव है, लेकिन कमजोर कथा पटकथा के जरिये वो चाहकर भी कुछ नहीं कर पाता।
अभिनय
अक्षय खन्ना के लुक को नजरअंदाज कर दिया जाये तो उसने अपनी भूमिका को बढ़िया अभिव्यक्ति देने की सार्थक कोशिश की है। प्रियांक शर्मा जहां हीरो के तौर पर पूरी तरह से अनफिट साबित होता है, वहीं रीवा किशन भी हिन्दी फिल्मों के लायक नहीं। हां भोजपुरी फिल्मों में उसका भविष्य उज्जवल है। फिल्म को संभालने में सुप्रिया पाठक, सतीश कौशिक और राकेश बेदी को बहुत बड़ा हाथ रहा।
क्यों देखें
कहा जा सकता है कि साल की शुरूआत में ही दो नये चेहरे असफल साबित हुये। दर्शक चाहे तो कुछ नया देखने के लिये फिल्म देख सकते हैं।