Rana Naidu Review Hindi: आज राणा दग्गुबाती (Rana Daggubati) और वेंकटेश दग्गुबाती (Venkatesh Daggubati) स्टारर एक्शन क्राइम ड्रामा शो ‘राणा नायडू’ आज Netflix पर स्ट्रीम किया गया है. इस शो की कहानी मुंबई और हैदराबाद की अंधेरी गलियों में घुमती हैं. एक्शन-थ्रिलर के आलावा इस सीरीज़ की ख़ास बात यह भी है की इसमें पहली बार राणा और वेंकटेश की गज़ब स्क्रीन प्रेजेंस देखने को मिलती है. सीरिज में सुशांत सिंह, अभिषेक बनर्जी, गौरव चोपड़ा और आदित्य मेनन भी है.
कहानी
शो में राणा दग्गुबाती ने राणा नायडू का किरदार निभाया है. राणा नायडू अपने हाई-प्रोफाइल क्लाइंट्स के द्वारा की गई गन्दगी को साफ़ करता. वो अपने काम को बहुत सूझ-बुझ और गंभीरता के साथ करते है. उन्हें स्टार्स का फ़िक्सर भी कहां जाता है. शो में राणा अपनी पर्सनल ज़िन्दगी को अपनी प्रोफेशनल ज़िन्दगी से दूर रखता है. राणा को पता होता है की उसने कैसे चीज़े संभालनी है और वो अपने क्लाइंट्स को तनाव मुक्त रहने में मदद करता है.
शो में राणा पूरी कोशिश करता है की वो अपनी पत्नी नैना (Surveen Chawla) के लिए एक प्यार करने वाला पति ही बना रहे. अक्सर राणा की जॉब दोनों के बीच में तकरार का कारण बनती हैं. दोनों के बीच की तकरार तब और ज्यादा बड़ जाती है जब राणा नायडू के पिता नागा नायडू (Venkatesh Daggubati) वापस मुंबई आता हैं. अचानक से उसकी सजा 5 साल काम हो जाती है और वोह हैदराबाद जेल से रिहा हो जाता है. राणा और नागा का एक ऐसा अतीत है जो दोनों के रिश्तों को नार्मल नहीं होने देता हैं.
एक्टिंग
जब-जब कैमरा राणा के परिवार की तरफ जाता है तब-तब शो में एक नया खुलासा होता है. शो की कहानी दर्शकों को पुरे समय अपनी कुर्सी पर बैठे रहने को मजबूर कर देती है. एक के बाद एक खुलते राज़ इस शो को और भी ज्यादा दिलचस्प बना देते है. राणा दग्गुबाती ने अपने किरदार के साथ पूरा इंसाफ किया है. अपनी पत्नी और अपने भाईयों से जुड़े सीन में तो जैसे राणा ने अपनी पूरी जान ही फूंक दी. लेकिन राणा से ज्यादा कहानी में नागा का किरदार ज्यादा ताज़गी लाता हैं. सुशांत ने बड़े भाई के रोल में अच्छा काम किया है. अभिषेक बनर्जी ने भी अपने रोल के साथ इंसाफ किया है. उन्होंने एक ऐसा किरदार निभाया है जिसका बचपन में शोषण हुआ हो. सुरवीन पुरे शो में खुद को अपने किरदार में ढालने की कोशिश करती है.
अंत में...
राणा नायडू, 10 अध्याय की ऐसी बर्बर कहानी है, जो अंत में आपको असंतुष्ट छोड़ देगी. अंत में आप में और जानने की लालसा होगी. इसे क्राइम थ्रिलर की जगह एक लव स्टोरी समझेंगे तो आपको और मजा आएगा.