इंजीनियर से ऎक्टर बने प्रवीण सिंह राजावत को पसन्द है लीग से हटकर काम करना
कोई भी अदाकार यदि थिएटर करके एक्टिंग की फील्ड में जाता है तो उसकी अदायगी में एक नयापन होता है, एक गहराई होती है। उससे गलतियां होने की भी संभावनाएं कम रहती हैं। थिएटर से बॉलीवुड या टीवी सीरियल्स में जाते हैं तो कलाकार की एक्टिंग में निखार आता है। ऎक्टर