शरीर बनाने के लिए सुबह 3 बजे से उठकर प्रैक्टिस करते थे प्रवीण कुमार सोबती
लॉकडाउन के दौरान लोगों की भारी डिमांड के बाद दूरदर्शन ने रामायण का दोबारा से प्रसारण शुरु कर दिया है। इसके साथ दूरदर्शन पर महाभारत का भी पुन: प्रसारण शुरु कर दिया गया है। इन दोनों शोज के दोबारा प्रसारण होने के साथ दोनों शोज के कलाकार भी सुर्खियों में छाए हुए हैं। रामायण ने तो टीआरपी के कई रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। वहीं, महाभारत भी दर्शकों को बेहद पसंद आ रहा है। लोग अब भी उसी उत्साह से महाभारत को भी देख रहे हैं, जैसे वो पहले देखा करते थे।
देखते ही फाइनल हो गए थे भीम
रामायण की तरह ही महाभारत के भी सभी कलाकार खबरों में बने हैं। हर रोज उनसे जुड़ी नई बातें सामने आ रही हैं। वहीं, अब महाभारत के भीम भी सुर्खियों में छा गए हैं। भीम को लोगों ने शो में तो बहुत पसंद किया, लेकिन ये बात शायद कम ही लोगों को पता होगी कि महाभारत के भीम भारत के एक बेहतरीन खिलाड़ी भी रह चुके हैं। भीम पांच पांडवो में से एक थे। इनकी लंबी-चौड़ी कद काठी को देखते ही बी आर चोपड़ा ने इन्हें भीम के किरदार के लिए चुन लिया था। बी आर चोपड़ा की महाभारत के भीम की भूमिका जिस शख्स ने निभाई, उनका नाम प्रवीण कुमार सोबती है।
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खेल में कई मेडल जीत चुके हैं भीम
बता दें कि प्रवीण कुमार सोबती भारत के हैमर थ्रो खिलाड़ी रह चुके हैं। खेल में इतने बेहतरीन खिलाड़ी होने के बाद भी इन्हें महाभारत से खास पहचान मिली। गौरतलब है कि प्रवीण ने खेल में कई प्रतियोगिताएं जीतीं और 1966 के कॉमनवेल्थ गेम्स में डिस्कस थ्रो के लिए वो सिलेक्ट हुए। जमैका में हुई इस खेल प्रतियोगिता में प्रवीण ने सिल्वर मेडल जीता। इसके बाद सन 1972 में प्रवीण ने म्यूनिक शहर में हुए ओलंपिक्स में हिस्सा लिया।
असली नाम से कम ही लोग पहचानते हैं
प्रवीण ने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वो एशियन गेम्स में हिस्सा लेने के लिए प्रैक्टिस कर रहे थे, तब उनकी मुलाकात एक कास्टिंग डायरेक्टर से हुई। इसके सालभर बाद उन्हें मुंबई बुलाया गया और तब उन्हें छोटे-मोटे रोल मिलने लगे। फिर उन्होंने बताया कि महाभारत की पूरी टीम फाइनल हो गई थी। लेकिन भीम के किरदार के लिए बी आर चोपड़ा साहब परेशान थे। उन्होंने जैसे ही मुझे देखा तो बोले, चलो भाई शूटिंग की तैयारी करो भीम मिल गया। प्रवीण ने बताया कि आज भी मुझे लोग प्रवीण के नाम से कम बल्कि भीम के नाम से ज्यादा जानते हैं।
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लगभग 50 फिल्मों में किया काम
इंटरव्यू में प्रवीण ने ये भी बताया कि एक्टिंग में आने से पहले वो अपना शरीर बनाने के लिए कठिन मेहनत करते थे। क्योंकि गांव में जिम नहीं होता था। मेरी मां अनाज पीसने के लिए घर में जो चक्की इस्तेमाल करती थी, उसी की सिल्लियों का वजन उठाकर मैं अपनी प्रैक्टिस करता था। मैं हर रोज सुबह 3 बजे से उठकर सूरज निकलने तक प्रैक्टिस करता था। पूरे 3 साल लग गए मुझे अपना ऐसा शरीर बनाने में, उसके बाद जब मेरी जान-पहचान वालों ने मुझे देखा तो वो मुझे पहचान ही नहीं पा रहे थे। मेरा खानपान भी बिलकुल देसी था। आपको बता दें कि महाभारत के अलावा उन्होने चाचा चौधरी में साबू का रोल और लगभग 50 फिल्मों में भी काम किया है।
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