जो लिखा वो किसी को प्रभावित करने के लिए नहीं लिखा - Gulzar
'मोरा गोरा अंग लइले, मोहे स्याम रंग दइदे' से न चाहते हुए भी अपना फिल्मी सफर शुरु करने वाले मशहूर शायर, फ़नकार, लेखक, निर्देशक, निर्माता और उम्दा गीतकार गुलज़ार (Gulzar) कहते बताते हैं कि उन्होंने जो भी कुछ लिखा वो किसी को खुश करने के लिए नहीं लिखा। गुलज़ा