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Bisaahee film: ‘बिसाही’ – सिनेमा से आगे बढ़ती एक सच्चाई की गूंज

फिल्म ‘बिसाही’ सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज की सच्चाइयों का आईना है। यह कहानी मानवीय संघर्षों, संवेदनाओं और यथार्थ के बीच छिपी उन भावनाओं को उजागर करती है, जो दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देती हैं।

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Bisahi movie 2025
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पीसविंग प्रोडक्शन प्रा. लि. की चर्चित फिल्म ‘बिसाही’ अब अपने 6वें सप्ताह में भी दर्शकों का दिल जीतते हुए चुनिंदा सिनेमाघरों में मजबूती से टिकी हुई है। सीमित बजट और बिना किसी बड़े स्टारकास्ट के बावजूद, फिल्म ने अपने सशक्त विषय, यथार्थवादी प्रस्तुति और गहरे भावनात्मक प्रभाव से भारतीय सिनेमा में अपनी अलग पहचान बना ली है। (Bisaahee movie 2025)

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निर्माता नरेंद्र पटेल और लेखक-निर्देशक अभिनव ठाकुर की यह फिल्म ग्रामीण भारत में अब भी जड़ें जमाए ‘डायन-बिसाही’ जैसी कुप्रथाओं पर गहरी चोट करती है। सच्ची घटनाओं से प्रेरित यह मनोवैज्ञानिक-सामाजिक थ्रिलर न सिर्फ अंधविश्वास और पितृसत्तात्मक सोच की परतें खोलती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि सत्ता और भय कैसे मिलकर इंसानियत को कुचल देते हैं।

कहानी और किरदार

फिल्म की कथा स्तुति (पूजा अग्रवाल) नामक एक निडर व्लॉगर के इर्द-गिर्द घूमती है, जो उस गांव की सच्चाई उजागर करने निकलती है जहाँ आज भी महिलाओं को “डायन” कहकर प्रताड़ित किया जाता है।
उसकी खोज एक साधारण डॉक्युमेंटेशन से आगे बढ़कर अन्याय और अंधविश्वास के खिलाफ एक जंग बन जाती है।

फिल्म में रवि साह, इंदु प्रसाद और रामसुजन सिंह जैसे कलाकारों के सशक्त अभिनय ने कहानी को और भी प्रामाणिक और संवेदनशील बना दिया है। उनकी प्रस्तुतियाँ दर्शकों को सीधे उस सच्चाई से जोड़ देती हैं जिससे समाज अक्सर आँखें मूँद लेता है। (Bisaahee film by Peacewing Production Pvt. Ltd.)

दर्शकों की सराहना और प्रभाव

‘बिसाही’ को बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, असम, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली और महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में दर्शकों की अभूतपूर्व प्रतिक्रिया मिली है।
फिल्म का असर केवल सिनेमाघरों तक सीमित नहीं रहा — इसे कई सामाजिक संस्थाओं, एनजीओज़ और चैरिटी समूहों ने अपने जन-जागरूकता अभियानों का हिस्सा बनाया है। (Bisaahee movie based on true events)

Bisahee review (1)

विशेष रूप से, बिहार सरकार, मध्य प्रदेश सरकार और झारखंड सरकार के सामाजिक न्याय एवं महिला कल्याण विभागों ने फिल्म के विषय, संदेश और ईमानदार प्रस्तुति की खुलकर सराहना की है।
‘बिसाही’ यह साबित कर रही है कि सिनेमा जब संवेदना और सच्चाई से जुड़ता है, तो वह बदलाव का माध्यम बन सकता है। (Narendra Patel Bisaahee producer)

निर्माता और निर्देशक के विचार

निर्माता नरेंद्र पटेल के शब्दों में:

“बिसाही ने यह दिखाया है कि सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि समाज के आईने की तरह काम कर सकता है। दर्शकों का यह प्यार हमें बताता है कि सच्ची कहानियाँ हमेशा अपनी राह बना ही लेती हैं।” (Bisaahee psychological social thriller)

Abhinav Thakur - FilmFreeway

निर्देशक अभिनव ठाकुर कहते हैं:

“बिसाही उन आवाज़ों की कहानी है जिन्हें लंबे समय तक दबा दिया गया। यह फिल्म सच और संवेदना के संघर्ष की यात्रा है — जो आज भी हमारे समाज में जारी है। मुझे खुशी है कि दर्शक इसे सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक अनुभव के रूप में स्वीकार रहे हैं।” (Bisaahee movie on witch-hunting tradition)

Bisahee rising IMDb ratings

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सच्चे सिनेमा की जीत

मजबूत वर्ड ऑफ माउथ, शानदार IMDb रेटिंग्स और देशभर से मिल रहे दर्शक समर्थन ने ‘बिसाही’ को एक सिनेमा मूवमेंट में बदल दिया है।
यह सिर्फ एक फिल्म नहीं, बल्कि एक विचार है — जो पर्दे से निकलकर समाज में संवेदना और सवाल दोनों जगाती है।
‘बिसाही’ यह याद दिलाती है कि जब सिनेमा सच्चाई से टकराता है, तो उसकी गूंज बहुत दूर तक जाती है।

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FAQ

प्रश्न 1. फिल्म ‘बिसाही’ की कहानी क्या है?

‘बिसाही’ एक मनोवैज्ञानिक-सामाजिक थ्रिलर फिल्म है जो सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। यह ग्रामीण भारत में आज भी मौजूद ‘डायन-बिसाही’ जैसी कुप्रथाओं, अंधविश्वास और पितृसत्तात्मक सोच पर गहरी चोट करती है।

प्रश्न 2. ‘बिसाही’ के निर्देशक और निर्माता कौन हैं?

फिल्म का निर्देशन और लेखन अभिनव ठाकुर ने किया है, जबकि इसके निर्माता नरेंद्र पटेल हैं। इसे पीसविंग प्रोडक्शन प्रा. लि. के बैनर तले बनाया गया है।

प्रश्न 3. फिल्म ‘बिसाही’ को खास क्या बनाता है?

बिना किसी बड़े स्टारकास्ट और सीमित बजट के बावजूद, ‘बिसाही’ अपनी सशक्त कहानी, यथार्थवादी प्रस्तुति और गहरे भावनात्मक प्रभाव के कारण दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ती है।

प्रश्न 4. क्या ‘बिसाही’ सच्ची घटना पर आधारित है?

हाँ, यह फिल्म सच्ची घटनाओं से प्रेरित है और ग्रामीण समाज में व्याप्त अंधविश्वास तथा भय की मानसिकता को उजागर करती है।

प्रश्न 5. वर्तमान में ‘बिसाही’ कहाँ चल रही है?

‘बिसाही’ भारत के चुनिंदा सिनेमाघरों में अपने छठे सप्ताह में भी सफलतापूर्वक प्रदर्शित की जा रही है और दर्शकों का दिल जीत रही है।

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