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Bombay फिल्म 4 भाषाओं (हिंदी, कन्नड़, मराठी और तेलुगु) में बनकर दर्शकों के सामने आयी है...

फिल्म इंडस्ट्री इनदिनों प्रयोग के दौर में है. निर्माता पहले एक भाषा मे फिल्म बनाते हैं फिर उसे डब करके किसी दूसरी भाषा में, भाषायी रूपांतरण देकर रिलीज करते हैं.दूसरी भाषा में दर्शकों...

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फिल्म इंडस्ट्री इनदिनों प्रयोग के दौर में है. निर्माता पहले एक भाषा मे फिल्म बनाते हैं फिर उसे डब करके किसी दूसरी भाषा में, भाषायी रूपांतरण देकर रिलीज करते हैं.दूसरी भाषा में दर्शकों को फिल्म देखने का वो लुत्फ नहीं मिलता जो मौलिक (मास्टर) फिल्म में होता है. इसबात को ध्यान में रखकर आजकल कई निर्माता बिलिंगुअल (दो भाषा) फिल्मों की शूटिंग करते हैं.हालांकि ऐसा करना अपेक्षाकृत महंगा पड़ता है. भारत मे पहली बार एक ऐसी फिल्म बनी है जिसमें फिल्म को चार भाषाओं में एकसाथ शूट किया गया है. मास्टर फिल्म हिंदी में बनी है  जिसका टाइटल है  BOMBAY "बॉम्बे". इस मास्टर फिल्म की शूटिंग के साथ ही निर्माता ने आंचलिक फिल्मों की शूटिंग भी चार भाषा (हिंदी, मराठी, कन्नड और तेलुगु) में किया है. निर्मात्री हैं  फिरदौस शेख और लेखक--निदेशक हैं संजय निरंजन.

'बॉम्बे' हिंदी भाषा में बनाई गई  फिल्म है. एक ही फिल्म की विषय वस्तु पर और उसी के साथ साथ शूट की गई दूसरी फिल्में हैं- मराठी भाषा मे ( 'मवाली' ), कन्नड भाषा मे ('मंड्या') और तेलुग में ('गायम'). संजय निरंजन बताते हैं- "मैंने एक प्रयोग के तौर पर ऐसा किया है. ऐसा करने में मुझे एक जैसी कॉमन लोकेशन ढूढने में दिक्कत आयी, इसके अलावा समय और पैसा ज्यादा गया. मुझे  चारों फिल्मों को चार बार सेंसर कराना पड़ा है. यह एक मुश्किल काम था, लेकिन हो गया. मेरे कलाकार और तकनीशियन मेरे साथ थे, सबका सहयोग मिला. हालांकि ऐसा किया जाना मुश्किल था पर इससे हमने दूसरी भाषा मे भी मौलिक एहसास दिया है."

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मुश्किलों की बात करते हुए संजय निरंजन बताते हैं कि "चार फिल्मों पर काम करना आसान नहीं है. इस वजह से फिल्म लेट हुई.सेंसर बोर्ड में हमें दिक्कते आईं. चार भाषा की वजह से चार बार सेंसर में जाना पड़ा. हर बार एक फिल्म को सेंसर में देने के बाद डेढ़ से दो महीने लग जाते हैं. एक भाषा की बनी फिल्म को सेंसर में उसी रूप में स्वीकार नहीं किया जाता. सबके लिए अलग रूल लगाते हैं. हमें कईबार उनसे जिरह करना पड़ा है.खैर, अब चारों फिल्में  दर्शकों के सामने हैं. कन्नड़ फिल्म 'मंड्या' चार हफ्ते थियेटरों में चल चुकी है. 'बॉम्बे'(हिंदी) और 'मवाली'( मराठी) को 30 मई 2025 को थियेटरों में रिलीज किया जा रहा है. और 'गायम' (तेलुगु) की रिलीज की प्लानिंग साउथ के हिसाब से की जा रही है.

"क्या ऐसा प्रयोग वह आगे भी करेंगे?" पूछने पर संजय निरंजन कहते हैं - "हमें विश्वास है कि जरूर. फिल्म अच्छी बनी है. दर्शकों को पसंद आएगी तो और भी करेंगे बल्कि दूसरे निर्माता भी करना चाहेंगे. मैंने तो प्रयोग किया है." माफिया संगठनों की आपाधापी और अंडरवर्ड के हालात पूरे देश मे एक जैसे ही हैं इसलिए एक ही  कहानी सबको शूट कर गई. इस फिल्म में गेवी चहल, दीपशिखा नागपाल, दानिश भट्ट, वंदना लालवानी, आशीष वारंग, दीपक भाटिया आदि कलाकारों की भूमिका है. छायाकार हैं एस पप्पू और एक्शन है मोसेस फर्नांडिस का. निर्मात्री फिरदौस शेख हैं.

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