/mayapuri/media/media_files/2025/11/03/ek-deewane-ki-deewaniyat-movie-story-2025-11-03-11-10-37.jpg)
बॉलीवुड के हैंडसम हंक और यूथ के दिलों में बसने वाले एक्टर हर्षवर्धन राणे (Harshvardhan Rane) इन दिनों अपनी रोमांटिक फिल्म ‘एक दीवाने की दीवानियत’ (EK Deewane Ki Deewaniyat) को लेकर चर्चा में बने हुए है. फिल्म ने अब तक 57 करोड़ से भी ज्यादा का कलेक्शन कर लिया है. इतना ही नहीं फिल्म को लेकर लोगों में भी उत्साह बना हुआ है. इसी सफलता को इंजॉय कर रहे हर्षवर्धन राणे और एक्ट्रेस सोनम बाजवा (Sonam Bajwa) ने फिल्म से जुड़े अनुभव साझा किए. पेश है उनसे बातचीत के मुख्य अंश....
![]()
इतने सालों बाद जब ‘सनम तेरी कसम’ को दोबारा सराहा गया, तो क्या आपने उम्मीद की थी कि फिल्म को ऐसी री-लविंग रिस्पॉन्स मिलेगी?
हर्षवर्धन राणे- कई बार मंदिरों में जब लोग प्रार्थना करते हैं तो उन्हें प्रार्थना करते हुए कई साल निकल जाते हैं. जरूरी नहीं कि भगवान से हमने कुछ मांगा तो हमें तुरंत मिल ही जाए . हमारा काम यह है कि हम शिद्दत से अपना काम करते रहें. अब मेरे साथ ही देख लीजिए वक्त लगा पर मेरी प्रार्थना का असर हुआ और लोग मुझे पहचानने लगे. (Ek Deewane Ki Deewaniyat movie story)
/mayapuri/media/post_attachments/2021/07/Harshvardhan-Rane-Haseen-Dillruba-My-aim-is-to-grow-with-every-role-I-get-1200-483359.jpg)
आपने पंजाबी फिल्मों में बेहतरीन काम किया, लेकिन बॉलीवुड तक पहुंचने में काफी समय लग गया — क्या ये आपका सोचा-समझा फैसला था या हालातों ने तय किया?
सोनम बाजवा- जीवन में हर चीज का एक सही वक्त होता है. मुझे पहले भी कुछ ऑफर आए थे लेकिन मैं अपनी समझ से हां और न करती रही. हो सकता है कि भगवान ने मेरे बॉलीवुड करियर को शुरू करने के लिए यही साल चुना हो. अब जब हिंदी फिल्मों में आई हूं तो उम्मीद करती हूं कि आगे इसी तरह के अच्छे किरदार मुझे मिलते रहेंगे. (Harshvardhan Rane and Sonam Bajwa film)
/mayapuri/media/post_attachments/public_html/_media/hi/img/article/2024-03/01/full/1709269697-7985-886485.jpg)
क्या आपने कभी सोचा कि बार-बार रोमांटिक रोल करने से आपकी एक्टिंग रेंज सीमित समझी जा सकती है?
हर्षवर्धन राणे- एक ही तरह के किरदार करने में मुझे कोई दिक्कत नहीं है. रोमांस से बढ़कर मुझे ज़िंदगी में कुछ नहीं लगता. मुझे इस जोनर में मजा आता है. (Romantic Bollywood movie 2025)
/mayapuri/media/post_attachments/lh-img/smart/img/2025/10/26/original/Ek_Deewane_ki_Deewaniyat_Day_5_Box_Office_1761440535463_1761440541494-986191.jpg)
जब आपको यह रोल ऑफर हुआ, तो इसमें ऐसा क्या खास लगा कि आपने इसे चुना और क्या इसे निभाना आसान था या मुश्किल?
सोनम बाजवा- मुझे यह किरदार निभाकर बड़ा मजा आया क्योंकि यहां मेरे पास करने के लिए काफी कुछ था. मुझे फिल्म में जो भी मौका मिला मैंने पूरे दिल से उसे निभाया. मेरा किरदार मुश्किल था इसलिए इसे करने में ज्यादा मजा आया. मैं खुश थी कि मुझे ऐसा किरदार मिला जिसमें मैं वो सबकुछ कर पाई जो करना चाहती थी.
/mayapuri/media/post_attachments/assets/images/2025/10/08/eka-thavana-ka-thavanayata-taralra-ralja_4701cfbf09cf8b7dccfa4cb26a642498-734331.jpeg?q=80&w=480&dpr=2.6)
जब फिल्म को रिलीज़ के साथ ही दर्शकों से इतना शानदार रिस्पॉन्स मिला, तो आपकी पहली प्रतिक्रिया क्या थी?
हर्षवर्धन राणे- सबसे पहले तो मुझे खुशी हुई कि अब मुझे सड़क पर जाकर पोस्टर नहीं लगाने पड़ेंगे. फिर अगले ही पल मैंने सोचा कि लोगों को सड़कों पर उतरकर ही धन्यवाद भी कहना चाहिए. मुझे लगता है कि मेरा जमीन से जुड़े रहना ही सबसे अच्छा है. (Ek Deewane Ki Deewaniyat cast and crew)
/mayapuri/media/post_attachments/images/2025/10/25/article/image/Ek-Deewane-(1)-1761403928515-439088.webp)
आपने नेपोटिज़्म पर जो विचार रखे, वो काफ़ी अलग और पॉज़िटिव हैं — क्या ये सोच आपके अपने संघर्षों से आई है?
हर्षवर्धन राणे- मैं जज्बात में कभी ऐसी कोई बात नहीं बोलूंगा जो किसी का दिल दुखाये. मैं पूरे अवेयरनेस के साथ ये बात बोलना चाहता हूं कि ये जो वर्ड (नेपोटिज्म) बना लिया गया है वो एक छोटे बच्चे को डराने के बराबर है कि जंगल में मत आओ वहां पर भूत है. मैं यही मैसेज देना चाहता हूं कि जंगल में कोई भूत नहीं है. ये नेपोटिज्म एक घोस्ट की तरह बना हुआ है. मेरा मकसद लाइफ में यही है कि जो एक्टर आना चाहते हैं उनके मन से मैं यह डर निकालू कि यहां पर कोई भूत नहीं है. जंगल में आओ अपनी चटाई अपना टिफिन लेकर आओ, अपने इंस्ट्रूमेंट्स लेकर आओ. हां जंगल में भूत आएंगे लेकिन आपको उनसे डरना नहीं है, बल्कि तैयार रहना है. तो मैंने यह सब डर निकालने के लिए कहा है कि ये जो वर्ड आपके दिमाग में है नेपोटिज्म, काम नहीं मिल रहा है. दिवाली पर दो आउटसाइडर्स की फिल्म आई हैं. अगर ये वर्ड था भी तो आपने ये खत्म कर दिया है. जो लिस्ट मैं बार-बार बोलता हूं, शाहरुख़ ख़ान (Shah Rukh Khan), अक्षय कुमार (Akshay Kumar), जॉन अब्राहम (John Abraham), राजकुमार राव (Rajkummar Rao), आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana), नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी (Nawazuddin Siddiqui), इरफ़ान ख़ान (Irrfan Khan) — ये सभी बाहर से आए थे. लेकिन इस साल की नई लिस्ट में राघव जुयाल (Raghav Juyal), रोहित सराफ (Rohit Saraf), भुवन बाम (Bhuvan Bam) और लक्ष्य लालवानी (Lakshya Lalwani) हैं तो कहां हैं नेपोटिज्म वर्ड, ये है ही नहीं. मेरी गुजारिश है इसे एक हौव्वा बनाना बंद करें. (Sonam Bajwa upcoming Bollywood movies)
/mayapuri/media/post_attachments/images/2025/10/27/article/image/THAMMA-VS-EK-DEEWANE-KI-DEEWANIYAT-1761545515796-808869.webp)
Also Read: 'Thamma' और 'Ek Deewane Ki Deewaniyat' ने बॉक्स ऑफिस पर किया इतना कलेक्शन
Follow Us
/mayapuri/media/media_files/2025/10/31/cover-2665-2025-10-31-20-07-58.png)