/mayapuri/media/media_files/2025/09/10/atul-kulkarni-birthday-2025-09-10-10-37-37.jpg)
ताजा खबर: भारतीय सिनेमा के बहुमुखी कलाकारों में एक नाम है अतुल कुलकर्णी. अभिनय की गंभीरता और विविधता के साथ उन्होंने दर्शकों के दिलों पर गहरी छाप छोड़ी है. हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और अंग्रेजी फिल्मों में अपनी अदाकारी से पहचान बनाने वाले अतुल कुलकर्णी आज 10 सितंबर 2025 को 60 वर्ष (Atul Kulkarni Birthday) के हो गए हैं. इस खास मौके पर आइए जानते हैं उनके जीवन, करियर, उपलब्धियों और बेहतरीन फिल्मों के बारे में.
थिएटर का रुख जीवन का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ (Atul Kulkarni career)
अतुल कुलकर्णी का जन्म 10 सितंबर 1965 को महाराष्ट्र के बेलगाम (अब कर्नाटक में) हुआ. बचपन एक साधारण माहौल में बीता. शुरुआत में उन्होंने पुणे कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग पढ़ाई शुरू की, लेकिन यह राह उन्हें रास नहीं आई. बचपन से ही कला और नाटकों की ओर झुकाव होने के कारण उन्होंने थिएटर का रुख किया और यही निर्णय उनके जीवन का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ.
थिएटर से शुरुआत (atul kulkarni biography)
स्कूल के दिनों से ही अतुल नाट्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने लगे थे. 1989 से 1992 तक उन्होंने महाराष्ट्र राज्य नाट्य स्पर्धा में लगातार कई पुरस्कार जीते. अभिनय और निर्देशन दोनों में उनकी प्रतिभा सामने आई. कॉलेज के दिनों में वे नाट्य आराधना (सोलापुर स्थित थिएटर ग्रुप) से जुड़े और यहीं से उनके अभिनय की नींव मजबूत हुई.
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा और निजी जीवन (Atul Kulkarni personal life)
1995 में अतुल कुलकर्णी ने नई दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से स्नातकोत्तर डिप्लोमा किया. यहीं उनकी मुलाकात गीताांजलि कुलकर्णी (Atul Kulkarni With Wife) से हुई, जो आगे चलकर उनकी पत्नी बनीं. गीताांजलि खुद भी एक सफल थिएटर कलाकार हैं.एनएसडी से निकलने के बाद अतुल ने फिल्मों और थिएटर में गंभीरता से काम करना शुरू किया और धीरे-धीरे अपनी पहचान बनाई.
सिनेमा में सफर
अतुल कुलकर्णी उन चुनिंदा अभिनेताओं में से हैं जिन्होंने हिंदी ही नहीं, बल्कि तमाम भाषाओं के सिनेमा में अपनी छाप छोड़ी. उनकी पहली पहचान बनी कमल हासन की फिल्म 'हे राम' (2000) से, जिसमें उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. इसके बाद 'चांदनी बार' (2001) ने उन्हें उद्योग में स्थापित कर दिया.'रंग दे बसंती' (2006), 'खाकी' (2004), 'पेज 3' (2005), 'दिल्ली-6' (2009), 'नटरंग' (2010), 'द अटैक्स ऑफ 26/11' (2013), 'मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी' (2019) और 'ए थर्सडे' (2022) जैसी फिल्मों ने उन्हें दर्शकों के बीच अमर कर दिया.
स्क्रीनराइटर और प्रोड्यूसर
अभिनय के साथ-साथ अतुल कुलकर्णी ने स्क्रीनराइटिंग में भी कदम रखा. आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' का स्क्रीनप्ले उन्होंने लिखा था. भले ही फिल्म बॉक्स ऑफिस पर खास सफल न रही, लेकिन उनकी लेखनी को खूब सराहा गया.
सामाजिक कार्य
सिर्फ अभिनेता ही नहीं, अतुल कुलकर्णी एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं. वे क्वेस्ट एजुकेशन सपोर्ट ट्रस्ट नामक संस्था के अध्यक्ष हैं, जो वंचित बच्चों को शिक्षा उपलब्ध कराने का कार्य करती है. इसके अलावा, वे महाराष्ट्र के सतारा जिले में बंजर जमीन को हरियाली में बदलने वाले पर्यावरण प्रोजेक्ट से भी जुड़े रहे हैं.
पुरस्कार और उपलब्धियां (atul kulkarni national award)
अतुल कुलकर्णी को दो बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है:
'हे राम' (2000) – सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता
'चांदनी बार' (2001) – सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता
इन उपलब्धियों ने उन्हें भारतीय सिनेमा का सशक्त कलाकार बना दिया.
अतुल कुलकर्णी की 10 फेमस फिल्में (atul kulkarni hindi films)
हे राम (2000) – श्रीराम अभ्यंकर की भूमिका, राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता.
चांदनी बार (2001) – पोट्या सावंत का दमदार किरदार.
खाकी (2004) – डॉ. इकबाल अंसारी के रूप में अहम भूमिका.
पेज 3 (2005) – मीडिया और ग्लैमर वर्ल्ड की सच्चाइयों पर आधारित भूमिका.
रंग दे बसंती (2006) – लक्ष्मण पांडे का किरदार, युवाओं को झकझोरने वाला.
दिल्ली-6 (2009) – गोबर का किरदार, उनकी अभिनय क्षमता का प्रमाण.
नटरंग (2010) – मराठी सिनेमा की क्लासिक फिल्म, गुन्या का किरदार.
द अटैक्स ऑफ 26/11 (2013) – पुलिस अधिकारी शिंदे की भूमिका.
मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी (2019) – तात्या टोपे का दमदार किरदार.
ए थर्सडे (2022) – जावेद खान की महत्वपूर्ण भूमिका.
FAQ
Q1. अतुल कुलकर्णी कौन हैं?
अतुल कुलकर्णी एक प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता हैं, जिन्होंने हिंदी, मराठी, तमिल, तेलुगु और कन्नड़ फिल्मों में काम किया है.
Q2. अतुल कुलकर्णी की सबसे चर्चित फिल्में कौन सी हैं?
उनकी प्रमुख फिल्मों में रंग दे बसंती, हे राम, चांदनी बार, पेज 3, राज़ी, और दंगाl शामिल हैं.
Q3. क्या अतुल कुलकर्णी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है?
हाँ, उन्हें हे राम (2000) और चांदनी बार (2002) के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार (Best Supporting Actor) मिला है.
Q4. क्या अतुल कुलकर्णी लेखक भी हैं?
जी हाँ, उन्होंने आमिर खान की फिल्म लाल सिंह चड्ढा की हिंदी स्क्रीनप्ले लिखी थी, जो हॉलीवुड फिल्म Forrest Gump का आधिकारिक रीमेक है.
Q5. अतुल कुलकर्णी किस तरह की भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं?
वे अपनी गंभीर और दमदार अभिनय शैली के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने सामाजिक, ऐतिहासिक और व्यावसायिक सिनेमा – सभी में अलग-अलग और यादगार भूमिकाएँ निभाई हैं.
Atul kulkarni, atul kulkarni biography, atul kulkarni awards, atul kulkarni national award, atul kulkarni family, atul kulkarni wife, atul kulkarni personal life, atul kulkarni education, atul kulkarni nsd, atul kulkarni quest ngo, atul kulkarni social work, atul kulkarni career, atul kulkarni hindi films, atul kulkarni south movies, atul kulkarni best movies, hey ram atul kulkarni, chandni bar atul kulkarni, rang de basanti atul kulkarni, natarang atul kulkarni, the ghazi attack atul kulkarni, khakee atul kulkarni, manikarnika atul kulkarni, page 3 atul kulkarni, raees atul kulkarni, a thursday atul kulkarni, khufiya atul kulkarni, laal singh chaddha screenplay, bollywood actor atul kulkarni, marathi actor atul kulkarni, atul kulkarni kannada films
Read More
Anurag Kashyap Birthday: बागी निर्देशक से हिंदी सिनेमा के दिग्गज तक का सफर