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सुबह जाने-माने सेलिब्रिटी प्रचार अधिकारी श्री इंद्रमोहन पन्नू ने मुझे फ़ोन किया और बताया कि एक बहुत ही दुखद समाचार है. फ़िल्म 'डॉन' के महान निर्देशक चंद्रा बरोट का निधन हो गया. ओम शांति. बहुत कम लोग जानते हैं कि डॉन की अपार सफलता के बाद, निर्देशक चंद्रा बरोट को कई फ़िल्में ऑफर हुईं थी. दिलीप कुमार अभिनीत "मास्टर" नामक एक फ़िल्म बनी, लेकिन वह ज़्यादा आगे नहीं शूट हो सकी. फिर सारिका अभिनीत "तितली" नामक एक फ़िल्म शुरू हुई लेकिन वह भी बंद हो गई. फिर विनोद खन्ना और चंकी पांडे अभिनीत "टाइम" की घोषणा की गई, जिसका मुहूर्त और पार्टी सन एंड सैंड में आयोजित की गई. यह फ़िल्म सिर्फ़ घोषणा तक ही सीमित रही. फिर उन्होंने 'प्यार भरा दिल' बनाई, जिसके निर्माता अनीस थे. तुषार वोरा और दीपा मुख्य भूमिका में थे. फिल्म के निर्माण के दौरान अनीस ने सात पार्टियाँ दीं और फ़िल्मी दुनिया में उन्हें अनीस पार्टीवाला कहा जाने लगा. चूँकि चंद्रा बारोट, कमल बारोट के पारिवारिक सदस्य थे, इसलिए कमल कई पार्टियों में शामिल होते थे. मेरे बहुत करीबी दोस्त जगदीश औरंगाबादकर (जाने-माने फ़ोटोग्राफ़र) फिल्म के जनसंपर्क अधिकारी थे. फिल्म पूरी हुई और रिलीज़ हुई. हालाँकि फिल्म हिट नहीं हुई, लेकिन चंद्रा को फ़ायदा हुआ.
उन्होंने अपने इस फिल्म "प्यार भरा दिल"' की नायिका अभिनेत्री दीपा से शादी कर ली. उनकी कई अन्य परियोजनाएँ - जिनमें ' बॉस' और ' नील को पकड़ना... इम्पॉसिबल' शामिल हैं, अधूरी रह गईं या रिलीज़ नहीं हुईं.
चंद्रा बारोट का कार्यालय एसी मार्केट ताड़देव में था और मेरी पत्रिका का कार्यालय भी उसी बिल्डिंग में था इसलिए मैं उनसे अक्सर मिलता रहता था. कभी सीढ़ियों पर, कभी लिफ्ट में, तो कभी वॉशरूम में. वे वाकई बहुत विनम्र थे. वह इस बात का एक उदाहरण हैं कि कैसे एक सुपरहिट फिल्म किसी निर्देशक को अमर बना सकती है, ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे." इंद्रमोहन पन्नू सर ने गहरी साँस लेते हुए कहा.
अमिताभ बच्चन ने भी अपने सुपर हिट फ़िल्म 'डॉन' के मेकr चन्द्रा बारोट को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा," मेरे प्रिय मित्र और डॉन के निर्देशक - चंद्रा बरोट का आज सुबह निधन हो गया... इस क्षति को शब्दों में बयां करना मुश्किल है... हमने साथ काम किया था, लेकिन वे किसी और से ज्यादा एक पारिवारिक मित्र थे... मैं केवल प्रार्थना कर सकता हूं (हाथ जोड़ने वाली इमोजी).”
बॉलीवुड इंडस्ट्री के प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक चंद्र बरोट को मुख्य रूप से 1978 में अमिताभ बच्चन के साथ क्लासिक फिल्म 'डॉन' बनाने के लिए याद किया जाता है. जुलाई 2025 में 86 वर्ष की आयु में बरोट का निधन हो गया. पिछले सात वर्षों से वह पल्मोनरी फाइब्रोसिस नामक फेफड़ों की एक गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे, जिससे उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी. उनका निधन मुंबई में हुआ और उनकी मृत्यु से पहले उनका इलाज गुरु नानक अस्पताल में चल रहा था.
चंद्र बरोट का जन्म तंजानिया पूर्वी अफ्रीका में हुआ था. उनके पिता 1930 में सपरिवार Tanzania शिफ्ट हो गए थे. बड़ा होकर चन्द्रा बारोट वहां के एक छोटे बैंक के कर्मचारी के रूप में कार्यरत हो गए. उसके दो बड़े भाई इंग्लैंड में रहते थे. इसलिए वह भी वहां जाने का सोच रहे थे.
लेकिन इंग्लैंड शिफ्ट होने के पहले वह मुंबई आए अपनी बहन मशहूर गायिका कमल बरोट से मिलने के लिए और वहाँ उसकी दिलचस्पी मुंबई फ़िल्म इंडस्ट्री में हो गई.
भारत आकर उन्होंने फिल्मों में काम करने का फैसला किया और प्रसिद्ध अभिनेता-निर्देशक मनोज कुमार के साथ 'पूरब और पश्चिम' 'शोर' और 'रोटी कपड़ा और मकान' में सहायक बन गए.
चंद्रा बरोट की बतौर निर्देशक पहली फिल्म "डॉन" थी. इसे मशहूर लेखक सलीम खान और जावेद अख्तर ने लिखा था. जब "डॉन" पहली बार रिलीज़ हुई थी तो यह तुरंत हिट नहीं हुई थी. लेकिन समय के साथ लोगों को यह फिल्म पसंद आने लगी और भारतीय सिनेमा में एक कल्ट क्लासिक बन गई. यह फिल्म अब भारत में बनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ एक्शन-थ्रिलर फिल्मों में से एक मानी जाती है. इसने अमिताभ बच्चन को और भी लोकप्रिय बनाया और बॉलीवुड फिल्मों में अपराध शैली के नए चलन स्थापित करने में मदद की.
'डॉन' ने विभिन्न भारतीय भाषाओं में कई रीमेक और सीक्वल को भी प्रेरित किया. तेलुगु में इसे एनटीआर के साथ 'युगंधर' नाम से, तमिल में सुपरस्टार रजनीकांत के साथ 'बिल्ला' नाम से और मलयालम में मोहनलाल के साथ 'शोभराज' नाम से बनाया गया था. सालों बाद मशहूर अभिनेता और निर्देशक फरहान अख्तर ने शाहरुख खान अभिनीत 'डॉन' का एक नया संस्करण बनाया जो एक नई हिट साबित हुआ और इसका सीक्वल भी बनाया गया. रणवीर सिंह के साथ इस फ्रैंचाइज़ी की एक और नई फिल्म 'डॉन 3' की योजना बनाई जा रही है.
फिल्म उद्योग के कई लोगों ने चंद्रा बरोट को श्रद्धांजलि दी. फरहान अख्तर ने उन्हें "ओजी डॉन" और एक सच्चा लीजेंड कहा. उन्होने उनके निधन पर दुख व्यक्त किया और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
हालांकि 'डॉन' बहुत लोकप्रिय हुई चंद्रा बरोट अपनी बाद की फिल्मों में इस सफलता को दोहरा नहीं पाए. उन्होंने 'आश्रिता' (एक बंगाली फिल्म) 'प्यार भरा दिल' जैसी कुछ अन्य फिल्मों का निर्देशन किया और कुछ और बनाने की कोशिश की लेकिन इनमें से कई प्रोजेक्ट अधूरे रह गए या रिलीज़ नहीं हुए.
चंद्रा बरोट की कहानी याद रह जाएगी. है. उन्होंने दिखाया कि एक फिल्म किसी व्यक्ति का जीवन बदल सकती है. 'डॉन' भारतीय सिनेमा को उनका एक तोहफा है और आज भी नई पीढ़ियों का मनोरंजन कर रही है. तंजानिया से भारत तक का उनका सफर एक सहायक के रूप में कड़ी मेहनत और फिर एक ऐसी फिल्म बनाना जो एक लीजेंड बन गई, बॉलीवुड में सफलता का सपना देखने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक है.
जुलाई 2025 में 86 वर्ष की आयु में मुंबई में उनका निधन हो गया. उनकी पत्नी दीपा बरोट ने पुष्टि की कि वह अपनी मृत्यु से सात साल पहले पल्मोनरी फाइब्रोसिस (फेफड़ों की एक बीमारी) से पीड़ित थे. यह जानकारी उनके परिवार के प्रत्यक्ष बयानों से मालूम पड़ता है और समाचार माध्यमों में भी दोहराई गई है.
'डॉन' से निर्देशन में पदार्पण करने से पहले बरोट ने प्रसिद्ध निर्देशक-अभिनेता मनोज कुमार के साथ कई प्रसिद्ध फिल्मों में सहायक निर्देशक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी.
फिल्म (डॉन) का संगीत, कहानी और अमिताभ बच्चन की दोहरी भूमिका को बाद में इसकी लोकप्रियता एक मिसाल बन गई.
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