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जिंदगी में टेढ़ा बनने की जरूरत नहीं है- Saba Azad

ताजा खबर: Saba Azad अब एक नई वेब सीरीज ‘Crime Beat’ के साथ लौट रही है. हाल ही में सबा ने मीडिया को एक इंटरव्यू दिया, जहाँ उन्होंने इंडस्ट्री में आने के अपने

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वेब सीरीज Who's Your Gynac में नज़र आने वाली एक्ट्रेस और सिंगर सबा आजाद  अब एक नई वेब सीरीज ‘Crime Beat’  के साथ लौट रही है. यह वेब सीरीज एक मनोरंजक क्राइम थ्रिलर और महत्वाकांक्षी पत्रकार की कहानी है. हाल ही में सबा ने मीडिया को एक इंटरव्यू दिया, जहाँ उन्होंने इंडस्ट्री में आने के अपने अनुभव,  दोबारा सलीम के साथ काम करने, शो में अपने किरदार और पत्रकारिता जैसे मुद्दों पर खुलकर  बात की. क्या कहा उन्होंने आइये जानते हैं. 

आप एक थिएटर फैमिली से आती है. लेकिन इसके बावजूद जब आप इस इंडस्ट्री में नई आई थी,  तो आपको खुद को  इंडस्ट्री के लिए  कितना बदलना पड़ा था?

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सच कहूँ तो मुझे यहां कुछ नया नहीं लगा था, क्योंकि मैं एक थिएटर फैमिली से आती हूँ. मैंने बचपन से ही एक्टिंग की है , यही वजह है कि ये मेरे लिए नई चीज नहीं थी.  वैसे भी हर क्षेत्र में काम करने का अपना संघर्ष और आनंद होता है. मैं इस इंडस्ट्री में बहुत सारी उम्मीदें लेकर आई थी और कहीं न कहीं मुझे अभी भी लगता है कि वो उम्मीदें मेरे अंदर मौजूद हैं.

आपकी वेब सीरीज ‘Crime Beat’   एक बार फिर से आ रही है. इस सीरीज में आप 14 सालों के बाद दोबारा साकिब के साथ काम कर रही है, इस बार उनके साथ काम करने का आपका एक्सपीरियंस कैसा था और एक साथी कलाकार के अलावा व्यक्तिगत रूप से साकिब कैसे इंसान है?

साकिब अलग व्यक्तित्व वाले इंसान हैं, जब वह सेट पर होते हैं तो शांत नहीं बैठते. वो अपने साथ एक अलग ही एनर्जी लेकर आते हैं. वे सेट पर मौजूद हर एक व्यक्ति के साथ एक अलग बांड शेयर करते हैं, फिर चाहे वह लाइटमैन हो या स्पाट ब्वाय. मैंने उनके साथ ‘मुझसे फ्रेंडशिप करोगे’ में काम किया था. तब वे सेट पर मुझे सब्जी बोलते थे और मैं  उन्हें सलीमा बोलती थी. 

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अब जब हम 14 वर्ष बाद इस शो में काम कर रहे  हैं  तो सेट पर पहुंचने पर हमें एक -दूसरे को कुछ याद दिलाने की जरूरत नहीं पड़ी.  हम दोनों के मुंह से एक- दूसरे के लिए से अपने आप ही वही शब्द निकले.  इस शो की शूटिंग के दौरान  मैं उन्हें सेट पर बीच- बीच में तंग भी  करती थी. 


आपके शो में एक डायलॉग है कि ‘ऊपर जाने के लिए टेढ़ा होना पड़ता है’, निजी जिंदगी में आप इससे कितनी  सहमत है?

जिंदगी में टेढ़ा बनने की जरूरत नहीं है.  इस दुनिया में कई लोग सीधे तरीके से अपनी जिंदगी जी रहे हैं और इसी दुनिया में वह लोग भी है जो अपना काम उंगली टेढ़ी करके निकालते हैं. मैं अपने लिए पहला रास्ता चुनती हूँ यानी सीधे तरीके से अपनी जिंदगी जीती हूँ. जिसको जो करना है वो करे, लेकिन मैं अपना काम अपने तरीके से करती हूँ. 

Crime Beat में आपके पात्र का स्वभाव काफी प्रतिस्पर्धी दिखा है, क्या कभी आपको इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा को लेकर दबाव या डर महसूस हुआ है?

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नहीं, मेरे लिए तो ऐसा कुछ भी नहीं रहा. मुझे लगता है कि प्रतिस्पर्धा अपने आप से करनी  चाहिए कि क्या दस साल पहले वाली सबा और आज की सबा में कुछ फर्क है? वो ज्यादा महत्वपूर्ण हैं. अगर हम दूसरों से प्रतिस्पर्धा करने लग जाएंगे, तो खुद को भूल जाएंगे. 


अगर आपको बतौर पत्रकार इंडस्ट्री के किसी एक विषय और एक व्यक्ति के बारे में जांच करनी हो, तो वह विषय और व्यक्ति को चुनेंगी?


इस इंडस्ट्री में ‘औरतों को मर्दों से कम पैसे क्यों मिलते हैं’? यह  मेरा विषय होगा और  रही बात व्यक्ति की तो मैं फिदेल कास्त्रो (क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री) से बातचीत कर उनका  इंटरव्यू करना चाहूंगी.  जब वह भारत आए थे, तो मेरे नाना उनसे मिले थे. वह मेरे पसंदीदा नायकों में से हैं.

अपने इतने साल के करियर में क्या कभी आपके साथ ऐसा हुआ कि आपको रिप्लेस करके दूसरी एक्ट्रेस को कास्ट कर लिया गया हो?

saba azad
शायद हमारे आडिशन ही इसलिए होते हैं. हमारे आडिशन में अक्सर ऐसा होता है. रोजाना जितने रिजेक्शन एक कलाकार सहता है, उतना किसी दूसरे करियर ऑप्शन में कोई भी नहीं सहता है. जो व्यक्ति बार-बार ना सुनने के बाद भी लगा हुआ है उसमें कुछ तो खासियत होगी, तभी लगा है.

पहले आपका नाम सबा सिंह ग्रेवाल था, फिर आपने सबा आज़ाद लिखना शुरू कर दिया? क्या हम आपके ऐसा करने का कारण पूछ सकते हैं? 

जी हाँ, मेरा सरनेम ग्रेवाल था और यह आज भी  पासपोर्ट पर ऐसा ही लिखा हुआ है. दरअसल ‘आजाद’ मेरी नानी का पेट नाम था और मुझे यह बहुत पसंद है.  मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं आपका यह नाम ले सकती हूँ, तो उन्होंने खुशी-खुशी कहा कि क्यों नहीं, जरूर ले सकती हो. बस तभी से मैंने इसे अपने नाम के साथ जोड़ लिया.


फ़िल्मी करियर 


सबा आजाद के फ़िल्मी करियर की बात करे तो वह दिल कबड्डी, मुझसे फ़्रेंडशिप करोगे ,शुद्ध शाकाहारी, जुड़े हुए,  इश्क लगता है , वेब सीरीज रॉकेट बॉयज़ और हूज़ योर गायनिक?' में  नज़र आई थी. 

सबा एक्टिंग के साथ-साथ सिंगिंग भी करती है. वह एक्टर नसीरुद्दीन शाह के बेटे इमाद शाह के साथ 'मैडब्वॉय/मिंक' का बैंड भी चलाती हैं. उन्होंने शाहिद कपूर की फिल्म 'शानदार', 'कारवां और 'मर्द को दर्द नहीं होता' जैसी फिल्मों में अपनी आवाज भी दी. 

आपको बता दें कि सबा आजाद और साकिब अली की  ‘क्राइम बीट’ 21 फरवरी, 2025 से ZEE5 पर स्ट्रीमिंग होगी.

by priyanka yadav

 

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