शास्त्रीय गीतों के शहजादे है ‘मन्ना डे’
मायापुरी अंक 16.1975 कहते हैं, संगति का असर जरूर रंग लाता है। यह कहावत गायक मन्ना डे पर बिल्कुल सही बैंठती है। पिता जी तो इन्हें वकील बनाना चाहते थे। लेकिन वह थे कि अपने चाचा गायक के. सी. डे.के पास बैठते तथा घंटों तक उनके अलाप सुनते रहते। उनकी गायन पर