सुबह अमिताभ का पहला फोटो ‘स्क्रीन’ के कवर पर छपने वाला था और वो सारी रात सो ना सके- अली पीटर जॉन
इन दिनों कोई भी अखबार, पत्रिका, टीवी चैनल या कोई अन्य सोशल मीडिया अमिताभ बच्चन के बारे में कुछ न कुछ होने के बिना मौजूद नहीं रह सकते हैं और लेखकों, पत्रकारों और यहां तक कि संपादकों को भी अमिताभ बच्चन को अपने माध्यमों का हिस्सा बनाने के नए तरीकों की तलाश क