Birthday हामिद अली खान उर्फ अजीत खान की एक अनसुनी कहानी
एक नौजवान हीरो बनने के लिए बम्बई आया. पास में पैसे कम थे इसलिए क्राफर्ड मार्केट के पास किसी धर्मशाला में पांच रूपये दैनिक पर इतनी जगह मिल गई जहां कि ट्रंक रखा जा सकता था. यह और बात है कि उस टैंक पर सोने वाले से सोने के पैसे नहीं लिए जाते थे.