पिता की चिट्ठी पढ़कर भावुक हुई लारा दत्ता
पिता/डैड/पापा.. यह शब्द हो सकता है छोटा हो, लेकिन उसका प्रभाव काफी प्रबल और लंबा रहता है। और जब आप उनका नाम तेज स्वर में पुकारते हैं तो आपको समझ में आता है कि वह आपके लिये कितना मायने रखते हैं। अपने पिता के साथ सभी बच्चों की ऐसी ही चाहत का जश्न ‘हाई फीवर’