Birthday Special Asha Parekh: एक नये रूप की प्रतिभा
यह लेख दिनांक 8-1-1978 मायापुरी के पुराने अंक 173 से लिया गया है! हर मनुष्य के हृदय में रोमांस के निर्मल स्त्रोत बहा करते हैं, और वह उसमें डूब कर अपने थके मन और तन की प्यास बुझाता है, जीवन शायद अधूरा होता अगर इसमें रोमांस का गहरा नशा नहीं होता, र