मूवी रिव्यू: हास्य के बीच मैसेज जारी करता 'बाला'
रेटिंग*** हमारे समाज में मोटी पतली काली लड़कियों को हेय दृष्टि से देखा जाता रहा है और ये पंरपरा आज की नहीं बल्कि सदियों से चली आ रही है । ये तो हुई महिलाओं की बात, अब अगर पुरूषों की बात की जाये तो वहां भी बाल रहित पुरूष समाज में हास्य के पात्र बनते रहे है