दूरदर्शन की यादें... वो दौर जब सड़को पर सन्नाटा हो जाता था
15 सितंबर 1959 को असल डिजिटाइजेशन हुआ था देश में। एक तरीके से कहें तो क्रांति आई थी,कुछ नया आया था, 'दूरदर्शन' आया था। जी हां, दूरदर्शन ऐसा नाम और ब्रैंड है जो हर भारतीय जानता है और उस पर विश्वास करता है। आज हर दो दिन पर कोई नया चैनल आता है और लोग उसे दो