Dussehra 2025: बॉलीवुड-साउथ फिल्मों का जबरदस्त पैकेज, दर्शकों को मिलेगा एंटरटेनमेंट
ताजा खबर: Dussehra 2025: भारत में त्योहारों के मौके पर फिल्म रिलीज होना आम बात है. इस बार भी दशहरा 2025 के अवसर पर सिनेमाघरों में मनोरंजन की बहार आने वाली है.
ताजा खबर: Dhanush struggles childhood : चेन्नई में रविवार शाम को धनुष की आने वाली फिल्म इडली कडई (Idli Kadai) का ऑडियो लॉन्च इवेंट आयोजित किया गया. इस मौके पर अभिनेता और निर्देशक धनुष ने अपने बचपन की एक भावुक याद साझा की. उन्होंने कहा कि बचपन में उन्हें इडली बेहद पसंद थी, लेकिन आर्थिक स्थिति ऐसी थी कि रोज़ इडली खाना संभव नहीं था. ऐसे में वह अपनी बहन और कजिन्स के साथ फूल इकट्ठा करके उन्हें बेचते थे, ताकि इडली खरीदने के पैसे जुटा सकें.
धनुष ने कहा कि वह हर रोज़ इडली खाना चाहते थे. इसके लिए वह सुबह 4 बजे उठकर घर के आसपास से फूल इकट्ठा करते और उन्हें बेचकर पैसे कमाते. उन्हें और उनके परिवार को हर दिन करीब 2 रुपये मिलते, जिससे 4-5 इडलियाँ खरीदी जा सकती थीं. उन्होंने कहा कि उस वक्त मेहनत से खरीदी गई इडली का स्वाद और खुशी आज के महंगे रेस्टोरेंट्स की इडली से कहीं ज़्यादा थी.धनुष ने आगे बताया, “हम पास के पंप सेट पर नहाते, फिर तौलिये में ही सड़क पर चलते और उसके बाद इडली खाते. वह संतोष और स्वाद आज की किसी भी डिश से तुलना नहीं कर सकते. बचपन का वह आनंद अब नहीं मिलता.”
इसी भावुक जुड़ाव के चलते धनुष ने अपनी फिल्म का नाम इडली कडई रखा. उन्होंने कहा कि इडली उनके लिए सिर्फ एक भोजन नहीं, बल्कि संघर्ष और मेहनत की याद है. यही कारण है कि उन्होंने इस फिल्म को अपनी जिंदगी के उस हिस्से से जोड़ते हुए नाम दिया.
हालांकि, धनुष की इस कहानी पर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सवाल उठाए. कई यूज़र्स ने कहा कि धनुष निर्देशक कस्तूरी राजा के बेटे हैं, ऐसे में उनके बचपन में खाने के लिए पैसे न होना मुश्किल लगता है. एक यूज़र ने लिखा, “जब धनुष 8-9 साल के थे, तब तक उनके पिता 4-5 फिल्में डायरेक्ट कर चुके थे. ऐसे में पैसों की कमी कैसे हो सकती है?”एक अन्य ने तंज कसा, “धनुष कह रहे हैं कि इडली खाने के लिए फूल बेचते थे, जबकि उनके पिता निर्देशक थे. यह कहानी सच नहीं लगती.”
हालांकि, कुछ फैंस ने धनुष की बातों का समर्थन भी किया. एक फैन ने लिखा, “सच है! बचपन का खाना कभी मैच नहीं किया जा सकता. मैं भी 2.5 रुपये का समोसा स्कूल के पास खाता था, जिसकी याद अब भी आती है. अब पैसे हैं, लेकिन वह स्वाद नहीं है.”
Q1. धनुष ने बचपन का कौन-सा किस्सा साझा किया?
धनुष ने बताया कि बचपन में वह इडली खाने के लिए फूल इकट्ठा कर बेचते थे ताकि इडली खरीदने के पैसे जुटा सकें.
Q2. फिल्म इडली कडई का नाम क्यों रखा गया?
धनुष के अनुसार, इडली उनके बचपन की मेहनत और संघर्ष की याद है. इसलिए उन्होंने अपनी फिल्म का नाम इसी से प्रेरित होकर इडली कडई रखा.
Q3. सोशल मीडिया पर लोग क्यों सवाल उठा रहे हैं?
लोगों का कहना है कि धनुष एक निर्देशक के बेटे हैं, ऐसे में यह मानना मुश्किल है कि उनके बचपन में खाने के लिए पैसे नहीं थे.
Q4. क्या फैंस ने धनुष का समर्थन किया?
हाँ, कई फैंस ने कहा कि बचपन का स्वाद और संतोष पैसे से नहीं खरीदा जा सकता. उनका मानना है कि धनुष का अनुभव सच्चा हो सकता है.
Q5. फिल्म इडली कडई कब रिलीज़ होगी?
यह फिल्म 1 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज़ होगी.
Q6. फिल्म में और कौन-कौन कलाकार हैं?
फिल्म में नित्या मेनन, अरुण विजय, शालिनी पांडे, सत्यराज, आर. पार्थिबन, पी. समुथिरकनी और राजकिरण जैसे कलाकार अहम भूमिकाओं में दिखाई देंगे.
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