Death Anniversary K N Singh खलनायक भी नायक की एज-ग्रुप का होना चाहिए
सिंह साहब कुछ सोचते रहे फिर बोले-‘वैसे तो मैं पूर्णरूप से 1938 में ही खलनायक बन गया था. किंतु उससे भी पूर्व सर्वप्रथम विलैनिश रोल 1936 में कलकत्ता की एक फिल्म ‘अनाथाश्रम' में किया था. जिसमें एक बच्चे का अपहरण किया था.