यादें : स्व.धीरज कुमार के जीवन का एक रूप ऐसा भी था...
बात कोई 1982-83 के दिनों की है. धीरज कुमार के पर्सनल प्रचारक ब्रजेश दुबे हुआ करते थे. जब कभी हम जुहू के लिडो सिनेमा के आसपास हुआ करते थे, दुबे जी हमें अपने साथ धीरज कुमार के ऑफिस लेकर चले ही जाते थे...