ताजा खबर: भारतीय सिनेमा में कई अभिनेत्रियां अपनी खूबसूरती, टैलेंट और अनोखी शख्सियत की वजह से दर्शकों के दिलों पर राज कर चुकी हैं. उन्हीं में से एक हैं मून मून सेन, जो न सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपनी शालीनता और स्टाइलिश अंदाज के लिए भी जानी जाती हैं. वह हिंदी और बंगाली सिनेमा का जाना-माना चेहरा हैं और उनकी मां सुचित्रा सेन भी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की एक दिग्गज अभिनेत्री रह चुकी हैं.आज, मून मून सेन के जन्मदिन के खास मौके पर हम उनके जीवन, करियर और उनकी उपलब्धियों पर एक नजर डालते हैं
प्रतिष्ठित परिवार से है सम्बन्ध
मून मून सेन का जन्म 28 मार्च 1954 को कोलकाता, पश्चिम बंगाल में हुआ था. उनका पूरा नाम मूनमून देव वर्मा सेन है. वह प्रसिद्ध बंगाली अभिनेत्री सुचित्रा सेन और बिजनेसमैन धीरेंद्रनाथ सेन की बेटी हैं. उनका ताल्लुक एक प्रतिष्ठित परिवार से था और उनकी परवरिश बेहद शाही अंदाज में हुई थी.उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा लॉरेटो हाउस, कोलकाता से की और फिर आगे की पढ़ाई श्रीराम कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय और जादवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता से पूरी की. पढ़ाई में अव्वल होने के साथ-साथ उन्हें कला और संस्कृति में भी गहरी रुचि थी.
फिल्मी करियर की शुरुआत
मून मून सेन ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत बंगाली फिल्म इंडस्ट्री से की. उनकी पहली फिल्म "अंदार बाहार" (1984) थी, जिसमें उन्होंने कन्नड़ सुपरस्टार अंबरीश के साथ काम किया था. इसके बाद उन्होंने हिंदी, बंगाली, तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ फिल्मों में भी अभिनय किया.
उनकी पहली हिंदी फिल्म "अंदर बाहर" थी, जिसमें उन्होंने जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर के साथ काम किया. इसके बाद उन्होंने "शेहजादी," "पहचान," "तूफा," "जबर्दस्त," और "हम फ़रिश्ते नहीं" जैसी कई हिंदी फिल्मों में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई.बंगाली फिल्मों में उन्होंने ऋतुपर्णो घोष, गौतम घोष और मृणाल सेन जैसे प्रतिष्ठित निर्देशकों के साथ काम किया. उन्होंने कई आर्ट फिल्मों में भी काम किया, जिनमें उनकी परफॉर्मेंस की काफी सराहना हुई.
बोल्ड फोटोशूट और फैशन आइकन के रूप में भी खूब सुर्खियां बटोरीं
मून मून सेन की खासियत यह थी कि उन्होंने अपने दौर की अभिनेत्रियों की तुलना में अलग किस्म की फिल्में कीं. वह अपनी ग्लैमरस छवि के लिए जानी जाती थीं, लेकिन उनके अभिनय में भी गहराई थी. 80 और 90 के दशक में, जब ज्यादातर अभिनेत्रियां पारंपरिक भूमिकाएं निभा रही थीं, तब मून मून सेन ने अपने अलग अंदाज और बोल्ड अप्रोच से इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाई.उन्होंने बोल्ड फोटोशूट और फैशन आइकन के रूप में भी खूब सुर्खियां बटोरीं. उस दौर में, जब अभिनेत्रियां ज्यादा ग्लैमरस अवतार में कम नजर आती थीं, तब मून मून सेन ने अपनी स्टाइल और ग्लैमर से इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल किया.
फिल्म
Sirivennela
फिल्म के बारे में बात करे तो ज्योतिर्मई की भूमिका निभाते हुए, जो एक मार्गदर्शक है जो अंधे को अपनी आँखें दान करती है, प्रतिभाशाली बांसुरी वादक, मून मून सेन ने बहुत ही आकर्षक प्रदर्शन किया.उन्होंने इस रोमांटिक फिल्म, सिरिवेनेला के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का नंदी पुरस्कार जीता था. इस फिल्म को एशिया प्रशांत फिल्म महोत्सव, भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव, मॉस्को फिल्म महोत्सव सहित विभिन्न प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया था.
Andar Bahaar
जैकी श्रॉफ और अनिल कपूर के साथ अभिनय करने वाली, मून मून सेन इस क्राइम थ्रिलर फिल्म में होनहार स्टार थीं, जो हॉलीवुड फिल्म, 48 घंटे से प्रेरित थी. इसका संगीत आर.डी.बर्मन ने दिया था.
Sheesha
बासु चटर्जी द्वारा निर्देशित, यह फिल्म एक अत्यधिक प्रगतिशील फिल्म थी जिसमें मिथुन चक्रवर्ती, मून मून सेन मुख्य भूमिकाओं में थे. उनका किरदार, मनीषा, एक बुद्धिमान पत्नी है जो अपने पति को बलात्कार के आरोपों से मुक्त करने वाले रहस्य को सुलझाती है.
Bow Barracks Forever
अभिनेत्री ने कई प्रमुख बंगाली फिल्मों और ‘जात्रा’/नाटकों में काम किया है. अंजन दत्त की बो बैरक्स फॉरएवर में उनके बेहतरीन अभिनय को दर्ज किया गया है. यह फिल्म एंग्लो इंडियन्स के इर्द-गिर्द घूमती है. इसमें विक्टर बनर्जी, लिलेट दुबे जैसे कलाकारों ने काम किया था और मुनमुन सेन ने अपने अभिनय का जलवा बिखेरा था.
Baidurya Rahasya
दिग्गज निर्देशक तपन सिन्हा द्वारा निर्देशित यह एक बंगाली थ्रिलर फिल्म थी जो भगवान कृष्ण के मंदिर से पन्ना चोरी के इर्द-गिर्द घूमती थी.
राजनीतिक करियर
मून मून सेन ने केवल फिल्मों तक ही खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि वह राजनीति में भी सक्रिय रहीं.2014 में, उन्होंने तृणमूल कांग्रेस (TMC) के टिकट पर पश्चिम बंगाल के बांकुरा लोकसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के प्रत्याशी को हराकर सांसद बनीं. उनकी लोकप्रियता और उनकी सहजता ने उन्हें राजनीति में भी एक मजबूत पहचान दिलाई.हालांकि, 2019 के आम चुनाव में वह भाजपा की कैंडिडेट से हार गईं और इसके बाद उन्होंने राजनीति से दूरी बना ली.
फैमिली
मून मून सेन ने भारतीय रॉयल फैमिली से ताल्लुक रखने वाले बिजनेसमैन भरत देव वर्मा से शादी की थी. उनके पति त्रिपुरा के राजघराने से हैं, जिससे उनकी शादी को एक शाही शादी भी माना जाता है.
उनकी दो बेटियां हैं:
रिया सेन – रिया सेन भी एक अभिनेत्री हैं और उन्होंने कई बॉलीवुड और बंगाली फिल्मों में काम किया है.
राइमा सेन – राइमा सेन एक लोकप्रिय बंगाली और हिंदी फिल्म अभिनेत्री हैं और उन्होंने कई गंभीर और आर्ट फिल्मों में बेहतरीन काम किया है.
दोनों बेटियां अपनी मां मून मून सेन की तरह ही खूबसूरत और टैलेंटेड हैं.