Utkarsh Sharma: मोटू पतलू के चुटकले इतने अच्छे होते थे और हम इतना हस्ते थे
सवाल - आपने बचपन में लोटपोट मैगज़ीन पढ़ी होगी, क्या अनुभव रहा आपका? जवाब - मैंने बहुत ज़्यादा पढ़ी है हद से ज़्यादा पढ़ी है. लोटपोट मैगज़ीन जब भी आती थी तो घर नहीं आती थी, पापा के ऑफिस में आती थी तो ऑफिस जाने का आधे से ज़्यादा एक्ससाइटमेंट ही ये होती थी
/mayapuri/media/post_banners/c4918116a624148eeca57f0bf400df9b020b1f442664590994b8258bb0452de9.jpeg)
/mayapuri/media/post_banners/37db60e77fc6eca74ea3820fef1509b54ed3d85f77a984be77e91dea83289bbc.jpg)
/mayapuri/media/post_banners/444232b85f78e137b3f91fe87bcc88781040f1af7f713e8ef7fedf15d681db5c.jpg)