उस दिन मैंने अपनी जिन्दगी के सबसे शानदार इंसान को देखा... नाम था धर्मेन्द्र जो आज मेरा एक बहुत ही प्यारा दोस्त है- अली पीटर जॉन
मेरे घर के चारों ओर स्टूडियो थे और फिल्मों की शूटिंग मेरे गाँव के पास के जंगलों में भी की जाती थी और महाकाली गुफाएँ (हजार साल पुरानी गुफाएँ अब एक विरासत स्थल बन गई हैं) और यहाँ तक कि एक आठ सौ साल पुराने चर्च के खंडहरों में भी। मैं और मेरे कुछ दोस्त दिलीप
/mayapuri/media/post_banners/20eaedcb964b3dfe96bcd6d91e3cc31218445b6318cd26b3493b88e3b0125be5.jpg)
/mayapuri/media/post_banners/4cffb306a5e1249ea2f0ddc365ab2d666ee8a30eff868d8fd816f239d0d132c2.jpg)