उनको मिलकर पहले देव मुस्कुराये और फिर फूट फूट कर रोने लगे
देव आनंद जीवन से इतने भरपूर इंसान हुआ करते थे कि उन्हें मुश्किल से किसी तरह के दुख के साथ जोड़ा जा सकता था या यू कहंू कि मुश्किल से उनकी आँखों में आंसू आते होगंे। लेकिन कुछ मौकों पर वह खुद पर काबू नहीं रख पाए थे और रोएं थे और जब वह रोएं थे, तो वह वास्तव मे
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