Birth Anniversary Amjad Khan: वो कभी अपने हालात से डरे नहीं
12 नवम्बर 1940 को स्टार एक्टर जयंत (ज़कारिया खान) के घर एक नया मेहमान आया। उस नन्हें मुन्ने का नाम रखा गया, अमज़द। मात्र 11 साल की उम्र में ही उस बालक ने पहली बार कैमरा फेस किया...
12 नवम्बर 1940 को स्टार एक्टर जयंत (ज़कारिया खान) के घर एक नया मेहमान आया। उस नन्हें मुन्ने का नाम रखा गया, अमज़द। मात्र 11 साल की उम्र में ही उस बालक ने पहली बार कैमरा फेस किया...
बॉलीवुड को शानदार फिल्में देने वाले संजीव कुमार वक्त से पहले ही दुनिया को अलविदा कह गए। संजीव कुमार का जन्म सूरत में 9 जुलाई 1938 को जेठालाल जरीवाला के एक मध्यमवर्गीय गुजराती परिवार में हुआ था...
ताजा खबर: बॉलीवुड के दिग्गज गीतकार जावेद अख्तर और मशहूर सिंगर लकी अली के बीच इन दिनों सोशल मीडिया पर घमासान मचा हुआ है. मामला जावेद अख्तर के एक पुराने बयान....
सिडनी भारतीय फिल्म महोत्सव में ऑरिजिनल एंड वाली फिल्म शोले का विशेष प्रदर्शन किया जाएगा, जो अब तक दर्शकों के सामने नहीं आई है
मेरी निर्देशित फिल्म शोले (50 वर्ष) एक कालातीत सिनेमाई-आश्चर्य, एक शानदार एक्शन-भावनात्मक संगीत थ्रिलर (प्रतिभाशाली संगीतकार-गायक आर.डी.बर्मन) क्लासिक है!
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र ने हाल ही में हिंदी सिनेमा की सबसे बड़ी ब्लॉक बस्टर फिल्मों में से एक 'शोले' के कैमरे के पीछे के शख्स को सलाम किया और उन्हें याद किया। एक बरसाती रविवार के दिन, बहुत साल पहले की वो यादें धर्मेंद्र के जहन को भिगो रही थी।
फ़िल्म ‘शोले’ का यह डायलॉग आज भी लोगों की ज़ुबान पर है. इस डायलॉग को यादगार बनाने वाले कलाकार असरानी हैं, जिन्होंने फिल्म में ‘अंग्रेज़ों के ज़माने के जेलर’ का किरदार निभाकर दर्शकों को खूब हंसाया...
50 सालों बाद भी दर्शकों के दिलों पर राज कर रही निर्देशक रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शोले’ एक ऐसी फिल्म है, जो सिर्फ देखी नहीं जाती, बल्कि दोबारा-दोबारा जी जाती है...
15 अगस्त, 1975 को रिलीज़ हुई हिंदी सिनेमा की आईकोनिक फिल्म ‘शोले’ ने भारतीय सिनेमा की परिभाषा ही बदल दी थी. 2025 में अपने 50 साल पूरे कर चुकी इस क्लासिक फिल्म की स्वर्ण जयंती पर निर्देशक रमेश सिप्पी ने कुछ अनसुने किस्से और यादें साझा कीं...