"मौत से किसको रिश्तेदारी है, आज उसकी तो कल हमारी बारी है"
स्व. क़ादर खान को मायापुरी की ओर से श्रद्धा सुमन इकतीस दिसम्बर कहें या पहली जनवरी का नव वर्ष, क़ादर खान जैसे जिंदादिल, कद्दावर एक्टर, लेखक कॉमेडियन के गुज़र जाने के झटके ने पूरी फ़िल्म इंडस्ट्री के उत्सव पर पर्दा गिरा दिया। एक ऐसा वक्त खत्म हो गया जहाँ अपन
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