उनकी मुस्कान और उनका गुस्सा आज भी मेरे साथ है
-अली पीटर जॉन मैं शहर के बीचों बीच फोर्जेट स्ट्रीट पर लकड़ी की दो सीढ़ियों पर चढ़ गया था। मैंने देखा कि एक युवती फर्श पर झाडू लगा रही है। मैंने उस युवती से पूछा कि क्या मैं स्मिता पाटिल से मिल सकता हूं। उन्होंने पीछे मुड़कर देखा और अपनी झाड़ू फर्श पर पटक दी