लाॅकडाउन के डर ने मुझे फिर आशिक बना दिया...
उसकी रेशमी आवाज में उसने कहा, मुझे भूल जाओ आगे उसकी आँखों को आधी बांध कर के उसने कहा मैं खुदा की दासी हूँ, मुझे ऐसे ही रहने दो उसे मैं कैसे बताता की उसने खुदा की दासी बनकर मुझे कैसे बर्बाद किया धरती माँ कल मेरे पास आयी थी और रोकर बोली, ‘इंसान