अभय देओल इंस्टाग्राम पोस्ट आई चर्चाओं में, कहा - ‘हमें लीड रोल्स के लिए नोमिनेशन्स तक नहीं दिया’
अभिनेता अभय देओल काफी समय से बड़े पर्दे से दूर हैं। हालांकि जो भी फिल्में उन्होने की हैं वो यादगार हैं और लोग आज भी उन फिल्मों को बड़े चाव से देखते हैं। लेकिन उनकी फिल्मों को भी अवॉर्ड शो में कितना एक्नॉलेज किया गया या फिर उनकी अदाकारी को लेकर किस तरह का रिस्पॉन्स इंडस्ट्री से उन्हें मिला। उसके बारे में अब उन्होने कुछ शेयर किया है। अभय देओल का इंस्टाग्राम पोस्ट काफी चर्चाओं में आ गया है।
इस पोस्ट में अभय देओल ने साल 2011 में रिलीज़ हुई अपनी फिल्म 'ज़िंदगी ना मिलेगी दोबारा' का जिक्र किया है।
मुझे और इरफान को किया गया नज़रअंदाज़
उन्होने अपनी पोस्ट(अभय देओल इंस्टाग्राम पोस्ट) में लिखा -’मैं इस बात का उल्लेख करना चाहूंगा कि लगभग सभी अवॉर्ड फंक्शन्स में मुझे और फरहान को 'मेन लीड्स' के नोमिनेशन्स से अनदेखा किया गया था और हमें सिर्फ 'सपोर्टिंग एक्टर्स' के लिए ही नोमिनेट किया गया था। जबकि ऋतिक और कटरीना को 'एक्टर्स इन अ लीडिंग रोल' के लिए नोमिनेट किया गया था। यानि कि इंडस्ट्री के तर्क के हिसाब से ये फिल्म एक पुरुष और महिला के प्यार में पड़ जाने के बारे में थी। जिसमें उसे उसके दोस्तों का समर्थन हासिल था, फिर चाहे वो जो कुछ भी फैसला करें।'
इंडस्ट्री में होती है लॉबिन्ग
इतना ही नहीं अभय देओल ने इंस्टाग्राम पोस्ट के ज़रिए खूब निशाना साधा। उन्होने लिखा - इंडस्ट्री में ऐसे कई प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तरीके हैं, जिसके जरिए लोग आपके खिलाफ लॉबी करते हैं। इस मामले में ये काम पूरी बेशर्मी के साथ खुल्लमखुल्ला हुआ था। मैंने बेशक अवॉर्ड का बहिष्कार किया था, लेकिन फरहान को इससे कोई दिक्कत नहीं थी।
जुलाई, 2011 में रिलीज हुई थी फिल्म
ये फिल्म 15 जुलाई 2011 में रिलीज हुई थी। जिसका निर्देशन किया था ज़ोया अख्तर ने। इस फिल्म में ऋतिक रोशन, फरहान अख्तर, अभय देओल, कटरीना कैफ, कल्कि कोचलिन नज़र आए थे। फिल्म की कहानी तीन दोस्तों की जिंदगी पर आधारित थी, जो एक बैचलर ट्रिप पर निकलते हैं। दुनिया के अलग अलग हिस्सों में जाते हैं। और नए अनुभव महसूस करते हैं। अभय देओल की बात करें तो वो आखिरी बार लीड रोल में 2016 में आई हैप्पी भाग जाएगी में नज़र आए थे। इसके बाद भी कई प्रोजेक्ट्स से जुड़े लेकिन बड़े पर्दे से वो काफी समय से दूर हैं।