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डॉन के 42 साल / प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी को कर्ज से उबारने के लिए बनाई गई थी डॉन, लेकिन बन गई अमिताभ के करियर की सबसे बड़ी फिल्म

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By Pooja Chowdhary
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डॉन के 42 साल /  प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी को कर्ज से उबारने के लिए बनाई गई थी डॉन, लेकिन बन गई अमिताभ के करियर की सबसे बड़ी फिल्म

अमिताभ बच्चन की डॉन के 42 साल पूरे, बिग बी ने तस्वीर शेयर कर उन पलों को किया ज़िंदा

‘डॉन का इंतज़ार तो 11 मुल्कों की पुलिस कर रही है’.....’डॉन को पकड़ना मुश्किल ही नहीं, नामुमकिन है’...........’डॉन के दुश्मनों की सबसे बड़ी गलती ये है कि वे डॉन के दुश्मन हैं’

डॉन के 42 साल /  प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी को कर्ज से उबारने के लिए बनाई गई थी डॉन, लेकिन बन गई अमिताभ के करियर की सबसे बड़ी फिल्म

Source - Cinestaan

अमिताभ बच्चन ने अपने लंबे फिल्मी करियर में कई यादगार डायलॉग बोले हैं लेकिन डॉन फिल्म का ज़िक्र हो तो ऊपर लिखे डायलॉग आज भी हर किसी की जुबां पर हैं। आज बिग बी की उसी डॉन के 42 साल पूरे हो गए हैं। यानि आज से 42 साल पहले 12 मई 1978 को डॉन रिलीज़ हुई थी। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये शानदार फिल्म सिर्फ फिल्म निर्माता नरीमन ईरानी को कर्ज़ के बोझ से उबारने के लिए बनाई गई थी। लेकिन असल में इस फिल्म के ज़रिए अमिताभ के करियर की नई स्क्रिप्ट लिखी जा रही थी।

अमिताभ बच्चन ने पोस्ट की है शेयर

हिंदी फिल्म डॉन के 42 साल पूरे होने के मौके पर अमिताभ बच्चन ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर अपने जज़्बात साझा किए हैं। उन्होंने लिखा है,

'डॉन के 42 साल। गुडनेस। कुछ यादें...नूतनजी ('मैं तुलसी तेरे आंगन की' के लिए बेस्ट एक्ट्रेस) के साथ फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर अवॉर्ड लेते हुए। प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी, चंद्रा बरोट (डायरेक्टर), जया और मैं फिल्मफेयर अवॉर्ड सेरेमनी में। फिल्म रिलीज हो पाती, उससे पहले ही हमने प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी को खो दिया था। मैंने अवॉर्ड उनकी पत्नी को समर्पित किया था।'

https://www.instagram.com/p/CADoHgeh1T8/

प्रोड्यूसर ईरानी को कर्ज़े से उबारने के लिए बनी थी डॉन

ये बात कम ही लोग जानते होंगे कि अमिताभ बच्चन की डॉन फिल्म निर्माता नरीमन ईरानी के सिर पर चढ़े 12 लाख के कर्ज़े को उतारने के लिए ही बनी थी। दरअसल ईरानी पहले सिनेमैटोग्राफर थे। बाद में उन्होने दो फिल्में प्रोड्यूस की थीं। लेकिन वो चली नहीं और उन पर 12 लाख रूपए का कर्ज़ा हो गया  लिहाज़ा उन्हें आर्थिक मंदी से उबारने के लिए ही एक और फिल्म बनाने की सलाह दी गई।

शुरू हुई स्क्रिप्ट की तलाश

इसके बाद एक अच्छी स्क्रिप्ट की तलाश शरू हुई। जिस पर फिल्म बनाई जा सके। उस वक्त सलीम-जावेद की जोड़ी के पास एक स्क्रिप्ट थी जिसे कोई नहीं ले रहा था। उस स्क्रिप्ट का टाइटल भी फिक्स नहीं था। केवल एक कैरेक्टर डॉन पर वो स्क्रिप्ट लिखी गई थी। जब नरीमन ईरानी ने सलीम खान से बात की तो उन्होने इस स्क्रिप्ट के बारे में बताया और ईरानी ने हां कह दी। बस डॉन की कहानी शुरू हो गई। फिल्म की शूटिंग शुरू कर दी गई।

रिलीज़ से पहले ही हुआ प्रोड्यूसर नरीमन ईरानी का निधन

लेकिन जो अनहोनी किस्मत में थी वो होनी ही थी। फिल्म रिलीज़ हो उससे 5 महीने पहले यानि दिसंबर 1977 में ही नरीमन का निधन हो गया। और 12 मई, 1978 को ये रिलीज़ हुई तो इसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया। फिल्म को दर्शकों ने खूब पसंद किया। और इसके लिए अमिताभ को फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर का अवॉर्ड मिला। और ये अवॉर्ड नरीमन ईरानी की पत्नी को समर्पित किया गया था।

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