कोरोना के असर से इंडस्ट्री पूरी तरह ठप,घर में कैद सितारे, तो वापस लौटे दिहाड़ी मजदूर
इस वक्त पूरे देश पर कोरोना का असर देखा जा रहा है। पूरा देश लॉकडाऊन है तो एंटरटेनमेंट इंंडस्ट्री लॉकडाऊन से पहले ही बंद कर दी गई थी। लगभग 14 दिनों से इंडस्ट्री में काम पूरी तरह से ठप पड़ा है। बड़े से बड़ा स्टार हो या कोई डेली वेजेस कर्मचारी। हर कोई घर में कैद होकर रह गया है। लेकिन ये सब महज़ ट्रेलर है, असली मुसीबत तो बॉलीवुड के सामने अभी आने वाली है।
लाइट कैमरा एक्शन...सब कुछ बंद है, दिहाड़ी मजदूर घर लौट चुके हैं, चकाचौंध से लबरेज़ रहने वाली मुंबई नगरिया इस वक्त ऐसी नज़र आ रही है जैसे बिना सजी सवंरी नई नवेली दुल्हन। लेकिन ये सब कोरोना के साथ ही खत्म नहीं होगा। बल्कि तकलीफों और मुसीबतों का दौर तो अभी शुरू हुआ है। कोरोना का असर लंबा चलने वाला है। ये हम क्यों कह रहे हैं ज़रा समझिए।
1. वापस लौट चुके हैं इंडस्ट्री में काम करने वाले मजदूर
अगर आप सोच रहे हैं कि फिल्म केवल हीरो, हीरोईन और डायरेक्टर, प्रोड्यूसर के दम पर ही बनती है तो आप गलत हैं। एक फिल्म से हज़ारों लोग जुड़े होते हैं। हीरो हीरोईन का काम तो कैमरा ऑन हाने के बाद एक्टिंग भर करने का होता है। लेकिन एक सेट को तैयार करने के लिए सैकड़ों लोग लगते हैं। जैसे - कारपेंटर, लाइटमैन, कैमरामैन, आर्टमैन(जो नकली सेट तैयार करते हैं) व स्पॉटबॉय। लेकिन जब कोरोना का असर दिखा तो ये लोग भी घर लौट चुके हैं। अपने गांव की ओर...ऐसे में अगर लॉकडाऊन खत्म करके काम दोबारा शुरू हो भी जाएगा तो शूटिंग होगी तो कैसे होगी। ये एक बड़ा सवाल है।
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जब लोग ही नहीं होंगे तो शूटिंग के दौरान जूनियर स्टाफ कैसे मिलेगा। जो शूटिंग के दौरान सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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इनमें सबसे ज़रूरी हिस्सा है- लाइटमैन और स्पॉटबॉय जो एक ज़रूरी कड़ी है। लेकिन लॉकडाऊन के चलते ज्यादातर श्रमिक लौट चुके हैं।
2. जून से पहले नहीं लौटेंगे मजदूर
इंडस्ट्री में ऐसे वर्कर्स की संख्या करीबन 46 हज़ार है जो अनेक शूटिंग सेट्स पर अहम भूमिका निभाते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इनमें से 25 हज़ार मजदूर वापस लौट चुके हैं। इनमें ज्यादातर यूपी, बिहार व झारखंड के रहने वाले थे। ये लोग केवल 21 दिनों के लिए नहीं बल्कि पूरे 3 महीने के लिए लौट चुके हैं। वहीं ट्रेन बंद होने से काफी मजदूर नहीं लौट पाए, मजबूरन वो मुंबई में ही हैं। लेकिन 25 हज़ार मजदूरों के ना होने का भी असर कोरोना के असर से ज्यादा पड़ेगा।
ऐसे में कई बड़ी फिल्मों के प्रोजेक्ट्स अधर में लटक सकते हैं।
3. ओवरसीज़ में नहीं होगी शूटिंग
वहीं दूसरी समस्या से भी निपटना बॉलीवुड वालों के लिए बड़ी चुनौती होगा। देश से अगले एक दो महीने में कोरोना संकट भले ही टल जाए लेकिन कोरोना का असर लंबा चलने वाला है। बॉलीवुड की ज्यादातर बिग बजट फिल्मों की शूटिंग विदेशों में होती है। लेकिन कोरोना के चलते ओवरसीज़ में शूटिंग करने से लोग बचेंगे। ऐसे में विदेशों के सेट्स देश में ही बनाने होंगे। और ये बॉलीवुड आर्ट डायरेक्टरों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
4. किन-किन फिल्मों पर पड़ सकता है कोरोना का असर
आपको बता दें कि 2020 - 21 फिल्म इंडस्ट्री के लिए कई मायनों में अहम रहने वाला था। कई बड़े प्रोजेक्ट्स इस वक्त लाइन में हैं।
‘मुंबई सागा’, ‘शमशेरा’, ‘जर्सी’, ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’, ‘सत्यमेव जयते 2’, ‘जयेशभाई जोरदार’, ‘लाल सिंह चड्ढा’ ये व फिल्में हैं जिनके कुछ सीन्स ओवरसीज़ यानि विदेशों में शूट होने हैं। लेकिन विदेशों में जाकर शूटिंग करने का ख़तरा फिलहाल कोई डायरेक्टर या प्रोड्यूसर नहीं उठाना चाहेगा। ऐसे में ये फिल्में ज़रूर इफेक्ट होंगी।
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