पूरे देश में सिटिजन अमेंडमेंट एक्ट (CAA) को लेकर आग लगी हुई है. असम, कोलकाता, दिल्ली अलीगढ़, चेन्नई ,मुंबई में हर जगह हजारों की संख्या में इकट्ठे होकर लोग नए नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं. तोड़फोड़, आगजनी पथराव पुलिससिया बल देखकर आम जनता स्तंभ है। कहा जा रहा है यह समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए परीक्षा का समय है.
और कुछ ऐसा ही समय है सुपरस्टार सलमान खान के लिए। सलमान खान की फिल्म 'दबंग 3' इसी शुक्रवार थिएटरों में पहुंच गई है। सलमान की प्रोडक्शन टीम को विश्वास है कि फिल्म कम से कम 1000 करोड़ की कमाई करेगी। लेकिन सवाल है कैसे? जब फिल्म देखने दर्शक थिएटर पहुंचेंगे तब ना. सलमान की फिल्मों का दर्शक युवा वर्ग है और सारे युवा-यूथ चाहे वे छात्र हो या नौकरी जदा, सभी CAA और NRC के आंदोलन में सक्रिय हैं. कई थियेटरों में फिल्म रिलीज नहीं होगी.दंगा ग्रस्त शहरों में धारा 144 लगी हुई है. असम बंद है, लखनऊ बंद है, दिल्ली में आगजनी है, चेन्नई में कमल हासन तक को छात्रों से मिलने में रुकावट डाली गई है. जबकि कमल आंदोलनकारी छात्रों के समर्थक हैं। ऐसे में संभव सोच रहे हैं कि सलमान क्या सोच रहे होंगे.
सलमान खान वही सोच रहे हैं जो मोदी जी सोच रहे हैं। सलमान और प्रधानमंत्री की कठिन परीक्षा है। दोनों कामयाबी के आत्मविश्वास से लबरेज हैं लेकिन जो हालात पैदा हो गए हैं, वे क्या हैं? इनसे राजनीति और फिल्मी दुनिया के दोनों सुपर सितारे कैसे निपट सकते हैं? इस बारे में मायापुरी की सलाह है कि दोनों चाहे तो एक दूसरे को पास करा सकते हैं। सलमान अपील करें अपने चाहने वालों से कि वे आंदोलन से बाहर निकलें और देश हित की सोचें। कहीं, किसी एंगल से CAA मुस्लिम समाज के हित को चोट नहीं पहुंचाता। सलमान अपने मित्रों - आमिर शाहरुख से भी अपील करने की आग्रह करें। दूसरी तरफ मोदी जी भी भरोसा दें कि यूथ की शिकायत को पूरी ईमानदारी से सुना जाएगा। छात्र आंदोलन से वापसी करने पर पुनर्विचार किया जाएगा। ऐसा किए जाने की संभावना भी है फिर अनाउंसमेंट में ढील - ढाल क्यों ? बहुत संभव है दोनों सितारों की अपील काम आए और आंदोलन में शामिल युवा मोर्चा छोड़कर सिनेमाघर की राह पर चल पड़ें। काश ऐसा हो!
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