सोनू सूद का नेपोटिज़्म पर आया बयान - ‘मुझे कभी किसी ऑफिस में एंट्री नहीं मिली’
सुशांत सिंह राजपूत क्या गए..अपने पीछे छोड़ गए नेपोटिज़्म की जंग। जो थमने का नाम ही नहीं ले रही है। अब आलम ये है कि हर अभिनेता अपने स्ट्रगल के दिनों को भी याद कर रहा है। अभिनेता सोनू सूद ने भी नेपोटिज़्म पर अपनी बात रखी है।
सोनू सूद ने इंडस्ट्री में इन दिनों चल रही इनसाइडर और आउटसाइडर की बहस पर अपनी बात रखी है। इस दौरान उन्होंने अपने साथ हुए अनुभव भी साझा किए।
आउटसाइडर हमेशा आउटसाइडर रहेगा - सोनू सूद
सोनू ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया -'दबाव वास्तविक है। ऐसे हजारों लोग हैं जो हर दिन काम की तलाश में शहर आते हैं, लेकिन बहुत कम ऐसे लोग हैं जिन्हें बड़ा ब्रेक मिल पाता है। एक आउटसाइडर व्यक्ति हमेशा आउटसाइडर रहेगा।
सोनू सूद ने शेयर किए अपने अनुभव
इस दौरान एक्टर सोनू सूद ने नेपोटिज़्म के साथ साथ अपने शुरुआती स्ट्रगल के दिनों का भी ज़िक्र किया। उन्होंने बताया “जब मैं शहर में आया, मेरे पास पहले से ही मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री थी, तो मुझे लगा कि लोगों का मेरे प्रति दृष्टिकोण अलग होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मुझे कभी किसी ऑफिस में एंट्री नहीं मिली। मुझे अपने फिल्मी करियर के शुरुआती 6-8 महीनों में एहसास हुआ कि बॉलीवुड में करियर बनाना मेरे लिए कठिन होने वाला है।'
आउटसाइडर्स को दी ये सलाह
सोनू सूद ने खुद कड़ी मेहनत से इंडस्ट्री में एक अलग मुकाम हासिल कर लिया है। आज उन्हें लोग जानते हैं और मानते भी हैं। वहीं अपने अनुभवों को साझा करने के साथ साथ सोनू ने इंडस्ट्री में बाहर से आने वाले युवाओं को सलाह भी दी है। उन्होंने कहा - 'मैं फिल्म इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए आने वाले बाहरी लोगों से सिर्फ इतना कह सकता हूं कि आप तभी यहां आएं जब आपके पास संघर्ष करने का मजबूत इरादा हो और आप चमत्कार होने की उम्मीद न करें। सिर्फ इसलिए कि आप अच्छा या अलग दिखते हैं या एक अच्छी फिजिक रखते हैं तो इसका यह मतलब नहीं है कि कोई प्रोडक्शन हाउस आपसे संपर्क करेगा और आपको अपनी अगली फिल्म में कास्ट करेगा।'