जल्द शुरू हो सकता है कुछ फिल्मों का काम, वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉई ने बनाई गाइडलाइन
ये साफ है कि कोरोनावायरस का असर लंबे वक्त तक रहने वाला है। साल या दो साल भी। ऐसे में कब तक घर बैठकर खाया जा सकता है। यही चिंता अब फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी फेडरेशन को सताने लगी है। इसीलिए अब वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉई ने महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर काम शुरू करने की इजाज़त मांगी है।
दरअसल, कुछ फिल्में जिनका बहुत ही कम टेक्निकल काम ही बचा है। उन्हे ही पूरा करने की इजाज़त सरकार से मांगी गई है। ताकि प्रोड्यूसर की लागत खराब ना हो और कुछ लोगों को काम भी मिल सके। फिल्मी संगठनों की प्रमुख संस्था की ओर से अशोक पंडित, बीएन तिवारी, अशोक दुबे और गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव ने अपने 5 लाख सदस्यों की तरफ से सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर जल्द से जल्द इस संबंध में फैसला लेने की अपील की है।
क्या कहा गया है पत्र में
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर वेस्टर्न इंडिया सिने एम्पलॉई ने तमाम परेशानियां बताते हुए पोस्ट प्रोडक्शन का काम शुरू करने का अपील की है। पत्र में कहा गया है कि फिल्म इंडस्ट्री में कुछ प्रोजेक्ट सिर्फ पोस्ट प्रोडक्शन के लिए ही अधूरे हैं। जिनमें केवल एडिटिंग, साउंड रिकॉर्डिंग, म्यूजिक रिकॉर्डिंग जैसे टेक्निकल काम ही बचे हुए हैं। अगर इजाज़त मिल जाए तो ये सारे काम बेहद कम लोगों के साथ पूरे किए जा सकते हैं। जिससे उन प्रोड्यूसर्स को राहत मिलेगी जिनका काफी पैसा इसमें लगा हुआ है। ताकि जब लॉकडाऊन हटे तो ये फिल्में रिलीज़ करने की स्थिति में हों।
छोटे पर्दे पर भी जल्द शुरू होने वाली है शूटिंग
कहा ये भी जा रही है कि जून के आखिर में छोटे पर्दे पर शूटिंग का काम भी शुरू हो जाएगा। डेली सोप हो या फिर केबीसी, डांस दीवाने या फिर दूसरे रियलिटी शो...जून के आखिर तक सभी की शूटिंग शुरू की जा सकती है। हालांकि इसके लिए एक सख्त गाइडलाइन भी बनाई गई है। जिसके मुताबिक
- शूटिंग सेट पर मास्क पहनना ज़रूरी होगा।
- सैनिटाइज़र का इस्तेमाल कैसे करना है इसकी भी ट्रेनिंग दी जाएगी।
- शूटिंग के दौरान हर वक्त सेट पर एक इंस्पेक्टर भी रहेगा जो देखेगा कि कौन मास्क पहन रहा है या नहीं।
- अगर कोरोना वायरस से पीड़ित होकर किसी वर्कर की मौत हो जाती है तो उसके परिवार को 50 लाख का मुआवजा चैनल और प्रोडूसर्स देंगे। इससे काम पर लौटने के लिए लोग घबराएंगे नहीं।
- शूटिंग का काम आधी यूनिट के साथ ही लेना होगा। यानि अगर 100 फीसदी स्टाफ है तो एक शिफ्ट में 50 फीसदी यूनिट काम करेगी और दूसरी शिफ्ट में बाकी के लोग। ताकि कोई भी बेरोज़गार ना रहे और एक समय में ज्यादा लोग इक्कठ्ठा भी ना हो।
- 50 साल के ऊपर के लोगों के काम पर रोक रहेगी। क्योंकि कोरोना की चपेट में वो काफी जल्दी आ सकते हैं।
- सेट पर इमरजेंसी एम्बुलेंस हर वक्त तैनात रहेगी।