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Harshvardhan Rane INTERVIEW
INTERVIEW Harshvardhan Rane: 2016 की रोमांटिक फिल्म ‘Sanam Teri Kasam’ का क्रेज अब 9 साल बाद दिखाई दे रहा है. जब से फिल्म री- रिलीज हुई है, तभी से सिनेमाघर हाउसफुल हैं. हर ओर इसी फिल्म के चर्चे है. फिल्म की सक्सेस का क्रेडिट जितना डायरेक्टर-राइटर्स को जाता है, उतना कलाकार को भी जाता है. फिल्म में इंदर की भूमिका निभाकर लोगों को अपनी एक्टिंग का दीवाना बनाने वाले एक्टर हर्षवर्धन राणे ने फिल्म के दोबारा रिलीज किए जाने पर मीडिया से बात की. क्या कुछ कहा इंदर उर्फ Harshvardhan Rane ने, आइए जानते हैं.
Harshvardhan आपको अपनी फिल्म ‘Sanam Teri Kasam’ की री- रिलीज पर दर्शकों द्वारा इतना प्यार मिल रहा है. आप इस बारे में क्या कहना चाहेंगे?
मुझे लगता है कि यह सभी अभिनेताओं, सभी लोगों के लिए है जो ऑफिसों और घरों में काम करते हैं. अगर आप रिजल्ट नहीं पा रहे हैं, तो चाहे कितने साल भी गुजर जाएं, आपको लड़ते रहना होगा. आपको हर सुबह उठकर तैयार होना है, काम पर जाना है, घर लौटकर देखना है कि क्या परिणाम मिला या नहीं. फिर अगले दिन आपको उठकर फिर से जाना है और आपको यह लगातार करना होगा. यह एक हफ्ते में नहीं होगा, एक महीने में नहीं होगा, 6 महीने में नहीं होगा, 1 साल में नहीं होगा. कई बार ऐसा हो सकता है कि यह 9 साल जैसे इस फिल्म के लिए हो, इतना लम्बा वक़्त लग जाए. आपको बस अपना काम करते रहना है. कहने का मतलब यह है कि आपको लड़ना नहीं छोड़ना है. मुझे इस फिल्म की री-रिलीज के बाद कई एक्टर और डायरेक्टर के फोन आ रहे हैं.
जब फिल्म की फिर से रिलीज़ की बात आई, तो यह एक मुश्किल फैसला था, क्योंकि फिल्म जब रिलीज़ हुई थी तो ज्यादा नहीं चली थी. फिर फैंस की मांग पर उसे फिर से रिलीज़ किया गया, इस बारे में आप क्या कहेंगे?
अगर आप जिंदगी में कुछ नया करने जाते हैं, तो यह निश्चित रूप से मुश्किल होगा. जब मैं 16 साल की उम्र में घर से भागा था, तब वह भी मेरे लिए एक मुश्किल फैसला निर्णय था. जैसे मैंने दीपक सर के ऑफिस में जाकर चिल्लाया था और फिल्म की री- रिलीज की मांग की थी, उस वक़्त मुझे कई लोगों ने समझाया कि एक एक्टर को ऐसा नहीं करना चाहिए. लेकिन फिर भी मैंने किया.उस समय मैं अपनी इंट्यूशन फॉलो कर रहा था और जब हम अपनी इंट्यूशन फॉलो करते हैं, तो वो सही होता है, लेकिन हम उसे समझा नहीं पाते हैं.
जब यह फिल्म 2016 में रिलीज़ हुई थी, तो उस समय उसे उतना प्यार क्यों नहीं मिला, और अब उसे इतना प्यार क्यों मिल रहा है?
मुझे नहीं पता. अगर मुझे इसका कारण पता होता, तो न सिर्फ 99.9% फिल्में बल्कि 100% फिल्में हिट होती. मैं आपको बताना चाहता हूँ कि न तो हॉलीवुड में, न हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में, न साउथ फिल्म इंडस्ट्री में, न ही ग्लोबल सिनेमा इंडस्ट्री में कोई ऐसा व्यक्ति है जो यह बता सके कि यह फिल्म क्यों नहीं चली और यह फिल्म क्यों चली. हाँ ये है कि कुछ विशेष लोग इसका कारण बता सकते हैं, इसके अलावा और कोई नहीं.
जब लोग आपको इंस्टाग्राम पर कमेंट्स करते थे और कहते थे कि फिल्म को फिर से रिलीज़ किया जाए, तो आपने दीपक सर से इस बारे में क्या बात की और उन्हें कैसे मनाया?
मैंने बहुत साल उन्हें मनाने की कोशिश की. हमें लगता था कि फिल्म को रिलीज़ करना बच्चों का खेल है. लेकिन जब 30 सेकंड की रील बनाने में लोग 6-7 घंटे लगा रहे हैं, वो भी पैसा खर्च करके तो फिर से फिल्म को रिलीज करना आसान नहीं है. देखने लायक कुछ भी बनाना आसान नहीं है. लोगों ने फिल्म नहीं देखी इसमें प्रोड्यूसर की कोई गलती नहीं है. उस वक़्त ऐसा हुआ था कि जब फिल्म नहीं चली तो हम सभी ने 7-8 साल तक बात करना बंद कर दिया, हम सभी ने चुप्पी साध ली, जो की गलत भी थी. लेकिन जब लोगों ने इसके बारे में बोलना शुरू किया तो मैंने कहा कि आप अपना समर्थन दे तो मैं दीपक जी से बात करूंगा और फिर उन्हें फिल्म री- रिलीज के लिए मनाया.
आप थियेटर में विजिट कर रहे हैं, लोगों से मिल रहे हैं, उनकी भावनाएं सामने आ रही हैं और वे आपके साथ सेल्फी लेना चाह रहे हैं, यह देखकर आपको कैसा महसूस होता है?
जब भी मुझे रास्ते में कोई मंदिर दिखता है, तो यह मेरी आदत बन गई है कि मैं सर झुकाकर प्रणाम करता हूँ. उस वक़्त मैं कुछ मांगता नहीं हूँ, बल्कि जो है उसके उसके लिए धन्यवाद कहता हूँ. ऐसे ही जब भी मुझे थियेटर में लोग दिखते हैं, तो मैं ज्यादा से ज्यादा लोगों से हाथ मिलाना चाहता हूँ, क्योंकि उन्होंने यह प्यार 9 सालों तक दिया है. पहले मुझे लगता था कि वे सिर्फ कमेंट्स में ही प्यार दे रहे है और पैसे खर्च नहीं कर रहे है. लेकिन अब उन्होंने टिकट खरीदकर अपना प्यार जता दिया.
अब यह फिल्म 9 साल बाद री- रिलीज हो रही है तो आपको, फ्लैशबैक में कौन-सी यादें याद आईं?
मुझे याद आता है कि 9-10 साल पहले, मैं अपने डायरेक्टर के ऑफिस में इस फिल्म के लिए काम माँगने गया था और मैं लगभग उसने भीख माँग रहा था. मुझे याद है कि मुझे कहा गया था कि इस फिल्म में किसी और की कास्टिंग पहले ही हो चुकी है. लेकिन मैं उनके सामने गिडगिड़ा रहा था कि एक बार मेरा ऑडीशन देख लो, एक बार मुझे मौका दे दो. बहुत बोलने के बाद मुझे मौका दिया गया और जब मैंने अपना ऑडीशन दिया तो कुछ देर के बाद मुझसे फिरसे यहीं करने को कहा गया. फिर 1 घंटे बाद मुझे कहा गया कि तुमने प्रोड्यूसर का काफी नुकसान करा दिया. फिल्म के हीरो के कपड़े बन गए थे अब फिर से कपड़े बनवाने पड़ेंगे और फिर मुझे बताया गया कि आप इस फिल्म को कर रहे हैं. कुछ देर बाद मैंने पहले कास्ट किए गए एक्टर को दूसरे रूम में बैठे देखा. जिसके साथ मैंने बाद में फिल्म ‘दंगे’ की.
जैसा कि आपने कहा कि आप जाकर काम मांगते थे और आज आप एक जाना – पहचाना चेहरा है तो आप अपने इस सफ़र को किस तरह देखते हैं?
मैंने अपने सफ़र में बहुत सारे काम किए हैं. देखिये जब आप घर से भागते हैं, तो सीधा फिल्म सेट पर नहीं पहुँचते है. सबसे पहले आपको भूख लगने लगती है, फिर आपको यह समझ आता है कि पैसे कमाने है. फिर आप जॉब ढूँढने लगते हैं. मैंने std बूथ में काम करना शुरू किया वहां मुझे 10 रुपए पर डे मिलते थे. फिर मैंने साइबर कैफे में काम किया, जहाँ मैं रजिस्टर मेंटेन करता था. इसके लिए मुझे 15 रुपए पर डे मिलते थे. इतना ही नहीं मैंने डिलीवरी बॉय का भी काम किया है. मैं डीजे नीतेश और रिक्कू का बैग उठाता था. ऐसे ही मैंने कई काम किए है. मैं आपको कहना चाहूँगा कि आपको परिणाम एक दिन में नहीं मिलेगा. मैं एक नियम को फोलो करता हूँ. जब आपके 10,000 घंटे पूरे होते हैं, तो आपकी इच्छाएँ पूरी होती हैं. मेरे 10,000 घंटे दो बार पूरे हुए हैं. पहली बार मुझे फिल्म मिली, फिर मैंने 10,000 घंटे उस फिल्म के बारे में सोचा.
आपके लिए सफलता क्या है?
मुझे लगता है कि इंतज़ार करने की क्षमता सफलता है. अगर आप इंतज़ार कर सकते है तो आप सफल है क्योंकि सफलता एक-दो दिन में नहीं आती. आपने आज काम कर लिया तो आपको कल सफलता नहीं मिल जाएगी. इसके लिए आपको इंतज़ार करना होगा.
फिल्म में कास्टिंग के बारे में कुछ बताएं, खासकर एक्ट्रेस की कास्टिंग के बारे में? हमने सुना है कि 25 एक्ट्रेसेस के बाद मावरा होकेन को चुना गया.
25 एक्ट्रेसेस के बाद नहीं, 200 से ज्यादा एक्ट्रेसेस के ऑडिशन के बाद मावरा होकेन को चुना गया. यह एक बड़ी बात है क्योंकि मावरा ने इस फिल्म के लिए जो किया, वह बड़ी बात है.
लोग कह रहे है कि अगर मावरा होकेन नहीं होती तो फिल्म इतनी चर्चित नहीं होती, इस बारे में आप क्या कहेंगे?
वो बिल्कुल सही कह रहे है, लेकिन मुझे लगता है कि इस फ़िल्म के लिए कोई एक हकदार नहीं है, सभी ने इसमें अपनी पूरी भूमिका निभाई है, चाहे वह अभिनेता हो, प्रोड्यूसर हो, निर्देशक हो, संगीत निर्देशक हिमेश रेशमिया हो या फिर दर्शक हो. सभी ने बहुत मेहनत की है. ये बिलकुल वैसे ही है जैसे आप खाना तभी खा सकते हैं जब मम्मी खाना बनाती है और मम्मी खाना तब बनाती है जब पापा सब्जी लाते हैं और फिर दादी आपको खिलाती है, तो ये पूरा टीम वर्क है.
आप सनम तेरी कसम के दर्शकों और सनम तेरी कसम 2 के बारे में क्या कहेंगे?
इस फिल्म की सफलता का श्रेय मैं उन अभिनेताओं को देना चाहता हूँ जो काफी लंबे समय से काम कर रहे हैं और उनसे मैं मिल नहीं पाया. इसके साथ ही उनको भी जो अब हमारे बीच नहीं है.
सनम तेरी कसम 2 के लिए मैं कहना चाहूँगा कि सनम तेरी कसम 1 के लिए मैं नीचे आकर चिल्लाया था इसके दूसरे पार्ट के लिए मैं 11 दिन भूखा बैठ सकता हूँ, वो भी सिर्फ पानी के भरोसे.
आपको बता दें कि हर्षवर्धन राणे हसीन दिलरुबा, तारा बनाम बिलाल, सावी और पलटन जैसी हिंदी फिल्मों में नज़र आ चुके हैं. वहीँ इसके अलावा वह कई तेलुगू फ़िल्में में भी दिखाई दिए हैं.
दिलचस्प बात यह है कि ‘सनम तेरी कसम’ जो आज लोगों के बीच खासी लोकप्रिय हो रही है, का निर्देशन विनय सप्रू और राधिका राव ने किया है. वहीँ इसके निर्माता दीपक मुकुट है. विनय सप्रू सिनेमा जगत का लोकप्रिय नाम है, इन्होंने अपने निर्देशन करियर में सलमान खान और स्नेहा उलाल अभिनीत फिल्म लकी (2005) , सनी देयोल व कंगना रनौत फिल्म आई लव न्यू इयर (2015) और दिव्या खोसला अभिनीत फिल्म यारियां 2 (2023) को डायरेक्टर किया है. वहीँ इन सभी फिल्मों में राधिका राव उनकी को- डायरेक्टर रही है.
यहाँ हम आपको बता दें कि विनय सप्रू और राधिका राव का ‘मायापुरी मैगजीन’ से खासा नाता रहा है. वह कई बार ‘मायापुरी मैगजीन’ के दिल्ली स्थित ऑफिस भी आए है.
मायापुरी से हुई बातचीत में विनय जी ने बताया कि वह ‘सनम तेरी कसम’ फिल्म की स्क्रिप्ट के दौरान एक और फिल्म की स्क्रिप्ट लिख रहे थे, लेकिन फिल्म के प्रदर्शन के बाद उन्होंने वह स्क्रिप्ट रोक दी. लेकिन अब जब फिल्म दोबारा रिलीज की गई है और दर्शकों ने इसे भरपूर प्यार दिया है तो विनय जी ने कहा है कि वह अगले साल 14 फरवरी, 2025 को सनम तेरी कसम का दूसरा पार्ट रिलीज करेंगे. यहाँ विनय जी से यह उम्मीद भी की जा रही है कि वह अपनी रुकी हुई स्क्रिप्ट पर फिरसे काम करेंगे.
दूसरी ओर बात करें सनम तेरी कसम के निर्माता दीपक मुकुट की तो दीपक एक प्रतिभाशाली निर्माता है. साथ ही उनके अन्दर प्रतिभा निभाने की क्षमता भी है. उनके फ़िल्मी करियर की बात करे तो उन्होंने अपने करियर में मुल्क ( 2018), झूठा कही का (2019), धाकड़ (2022), थैंक गॉड( 2022), फोरेंसिक ( 2022) और कंजूस मखीचूस (2023) जैसी फिल्मों का निर्माण किया है. ‘सनम तेरी कसम’ की री- रिलीज पर फिल्म के निर्माता दीपक मुकुट जी ने आभार व्यक्त किया है.
आपको बता दें कि सनम तेरी कसम ने री- रिलीज के बाद 4 दिनों में लगभग 22 करोड़ रुपये का नेट कलेक्शन कर लिया है. वही इसने पांचवे दिन लगभग 2.5 से 2.75 करोड़ के बीच कलेक्शन किया. इन आंकड़ों से साफ है कि फिल्म की मांग दर्शकों में अभी बरकरार है.
वही बात करे अगर शुक्रवार, 7 फरवरी को रिलीज हुई बाकी दो फिल्मों की तो इस दिन आमिर खान के बेटे जुनैद खान और ख़ुशी कपूर की फिल्म ‘लवयापा’ और हिमेश रेशमिया की एक्शन पैरोडी ‘बैडएस रविकुमार’ रिलीज हुई थी. लेकिन ‘Sanam Teri Kasam’ ने इन दोनों ही फिल्मों को बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में पीछे छोड़ दिया है. जहाँ एक ओर ‘लवयापा’ ने कुल 5.60 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया है. वही 'बैडएस रविकुमार' अब तक 7.25 करोड़ रुपये ही जुटा पाए हैं.
by PRIYANKA YADAV
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