आस्था और विश्वास का प्रतीक है Chundi Ganesh Temple राजस्थान के जैसलमेर से 12 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐसा मंदिर है जो ना सिर्फ आस्था और विश्वास का प्रतीक है बल्कि अपने चमत्कार के लिए भी पूरे भारत में जाना जाता है. चूंधी गणेश नाम के इस मंदिर का इतिहास जैसलमेर की स्थापना से भी पुराना है... By Mayapuri Desk 12 Sep 2024 in एंटरटेनमेंट New Update Listen to this article 0.75x 1x 1.5x 00:00 / 00:00 Follow Us शेयर राजस्थान के जैसलमेर से 12 किलोमीटर दूर स्थित एक ऐसा मंदिर है जो ना सिर्फ आस्था और विश्वास का प्रतीक है बल्कि अपने चमत्कार के लिए भी पूरे भारत में जाना जाता है. चूंधी गणेश नाम के इस मंदिर का इतिहास जैसलमेर की स्थापना से भी पुराना है. इस मंदिर में स्थित गणेश जी की प्रतिमा भी स्वयंभू मानी जाती है. इस मंदिर की खासियत यह है कि यहाँ स्थापित गणेश जी की मूर्ति नदी में बहकर आई थी. कहने का अर्थ यह हुआ कि यहाँ स्थापित की गई गणेश जी की मूर्ति का अभिषेक नदी से हुआ था. इसलिए यहाँ विराजे गणेश जी का नाम चूंधी गणेश रख दिया गया. यहीं वह जगह है जहाँ ऋषि चंवद ने 500 सालों तक तपस्या भी की थी. इस मंदिर की एक ख़ास बात और है वह यह है कि यहाँ आने वाले भक्त मंदिर परिसर में बिखरे पत्थरों से अपना मनपसंद घर बनाते हैं. इसके बाद वे भगवान गणेश से प्रार्थना करते हैं कि उन्हें भी ऐसा ही घर मिल जाए. इस गणेश मंदिर के दोनों तरफ कुएं भी बने हुए हैं, माना जाता है कि यहाँ साल में एक बार ही पानी आता है और यह पानी गंगा नदी का होता है. इतना ही नहीं अक्सर बारिश के कारण मंदिर के आसपास कई झरने और जलप्रात बन जाते हैं. हर साल गणेश चतुर्थी के दिन यहाँ भव्य मेला लगता है. इस मेले में देशभर से लाखों श्रद्धालु भगवान गणेश के दर्शन करने आते हैं. by PRIYANKA YADAV Read More: अमिताभ बच्चन ने KBC 16 में अपने स्वास्थ्य संघर्षों के बारे में की बात Malaika Arora के पिता ने छत से कूदकर की खुदकुशी इस दिन से शुरू होगा 'The Great Indian Kapil Show' सीजन 2 Jr NTR ने 'Devara' के रिलीज पर खुलकर की बात, कहा-‘मैं बहुत नर्वस हूं’ हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें अब सदस्यता लें यह भी पढ़ें Latest Stories Read the Next Article