/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/indian-womens-cricket-team-world-championship-2025-11-06-13-11-32.jpg)
विमेन इन ब्लू, हमारे भारत की बेटियों ने क्रिकेट के मैदान की शेरनियां बन कर जिस गर्जना से विश्व को थर्रा दिया, यह कोई आम खबर नहीं है, यह हज़ारों सपनों की जीत, करोड़ों दिलों की खुशी और लाखों लड़कियों की उम्मीद है जिन पर हर हिंदुस्तानी फख्र करता है। हाल में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने तब इतिहास रच डाला जब उन्होंने साउथ अफ्रीका को हराकर विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। ये वो पल था जब हर भारतीय का दिल गर्व से भर गया। हर गली‑मुहल्ले में यही चर्चा थी, ‘‘हमारी बेटियों ने कर दिखाया!’’ ये खुशी 1983 के वर्ल्ड कप जीत से भी भारी लगी क्योंकि ये भारत की बेटियों ने जीता है जिन्हें सदियों से पुरुषार्थी और परमार्थ के पैमाने पर पुरुषों से कम आंका जाता रहा है। (Indian women’s cricket team world championship victory)
/bollyy/media/post_attachments/outlookindia/2025-11-03/4ut6cnjd/Indian-cricket-team-wins-ICC-Womens-World-Cup-2025-photo1-442098.jpg?auto=format%2Ccompress&fit=max&format=webp&w=768&dpr=1.0)
2 नवंबर 2025 का दिन भारत के खेल इतिहास में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा। यही वो दिन था जब उस दिन नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने भारतीय इतिहास में पहली बार ICC विमेंस ODI वर्ल्ड कप 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया। यह जीत सिर्फ एक क्रिकेट मैच की जीत नहीं थी बल्कि दो तीन दशकों के इंतजार, लाखों सपनों और भारतीय बेटियों की अदम्य हिम्मत की कहानी है। भारतीय टीम ने साउथ अफ्रीका को पूरे 52 रनों से हराकर यह चैंपियनशिप हासिल की, जो देश के लिए गर्व का वो पल था जब पूरे स्टेडियम से लेकर गलियों और टीवी स्क्रीन तक हर ओर सिर्फ जश्न और खुशी का माहौल था। (Historic win by Women in Blue)
/mayapuri/media/post_attachments/h-upload/2025/11/03/63983-untitled-2025-11-03t113447414-615621.webp)
आखिर के पलों में खेल का मैदान इतना रोमांचक हो उठा था कि देशभर के दिल एक साथ धड़क उठे थे। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए कुल 298 रन बनाए, जिसमें शेफाली वर्मा की धुआंधार 87 रन की पारी और दीप्ति शर्मा के 58 रनों का योगदान खास था। मंधाना ने भी अपनी 45 रंस एड किया। ऋचा घोष ने भी शानदार 34 रंस जोड़े। इसके बाद गेंदबाजी में भी दीप्ति शर्मा ने कमाल दिखाया जब उन्होंने 5 विकेट लेकर साउथ अफ्रीका की पारी पूरी तरीके से डूबो दी। साउथ अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ट ने 101 रन तो बनाए, लेकिन अपने अकेले दम पर टीम को जीत नहीं दिला सकीं। साउथ अफ्रीका की टीम 246 रन पर ही सीमित हो गई। यही वजह थी कि मैच का अंत भारत के पक्ष में 52 रनों से हुआ।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/indian-women-2025-11-06-11-16-22.png)
जब आखिरी विकेट गिरा तो पूरा स्टेडियम ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा। इस जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सबने सोशल मीडिया पर मेसेजेस भेजकर बेटियों की भूरी भूरी तारीफ की। पीएम मोदी ने कहा – ‘‘यह जीत नई पीढ़ी को प्रेरणा देगी, टीम इंडिया ने शानदार काम किया’’। यानी ये सिर्फ मैच की जीत नहीं थी, इससे पूरे हिंदुस्तान का सर गर्व से ऊँचा हुआ। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और गृहमंत्री अमित शाह ने टीम की तारीफ करते हुए इसे महिला खेलों के लिए एक ऐतिहासिक पल बताया। उन्होंने कहा कि ये वाटरशेड मोमेंट, भारतीय महिला खिलाड़ियों को और भी ऊंचाइयों पर ले जाएगा। भारतीय इतिहास में यह पहली बार था जब भारतीय महिला टीम ने विश्व कप का खिताब हासिल किया और यही वजह है कि यह जीत पूरे देश के लिए बहुत बड़ी मिसाल बन गई है।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/9l34bpcs_pm-modi_625x300_05_november_25-2025-11-06-11-27-42.webp)
/mayapuri/media/post_attachments/media/G4yl9FYbUAA2qoR-786616.jpg)
इस मैच की सबसे खास बात यह थी कि इन भारतीय खिलाड़ियों ने न सिर्फ खुद को बल्कि भारत की बेटियों को साबित कर दिया कि वे किसी से कम नहीं। शेफाली वर्मा ने ओपनिंग करते हुए आक्रामक अंदाज़ में पारी खेली और गेंदबाजी में भी योगदान दिया। वहीं दीप्ति शर्मा (प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट) ने ऑलराउंडर के रूप में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे मैच का रुख पूरी तरह भारत के पक्ष में हो गया। कप्तान हरमनप्रीत कौर की सूझ-बूझ और खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त टीमवर्क ने वाकई भारतीय महिला क्रिकेट को नया मुकाम दिया। (India’s daughters triumph in cricket)
/mayapuri/media/post_attachments/10141e4e-591.png)
यह मैच महज़ एक जीत नहीं थी । यह थी उन बेटियों की कहानी जिन्होंने दिन रात मेहनत की, संघर्ष किया और देश का नाम पहले से भी ऊंचा किया। इसके साथ ही यह ऐतिहासिक जीत देश में महिला खेलों के प्रति लोगों की पुरुष प्रधान सोच और स्त्रियों की किस्मत बदलने वाली साबित होगी। भारतीय खिलाडियों के कोच अमोल मुजुमदार के लिए यह जीत उनके मेहनत की सार्थकता साबित हुई। BCCI ने ₹51 करोड़ की राशि नकद पुरस्कार के रूप में घोषित की है। ICC ने चैंपियनों को 39 करोड़ देने की घोषणा की। साथ ही राज्य सरकारों और केंद्र की तरफ से कई और सम्मान और प्रोत्साहन भी आए हैं।
/bollyy/media/post_attachments/03743cbd-035.jpg)
/bollyy/media/post_attachments/07a399d4-2c3.jpg)
2 नवंबर का यह रोमांचक दिन सभी खेल प्रेमियों के दिलों में अमर रहेगा। मैदान पर भले ही सिर्फ 50- 50 ओवर खेले गए हों, मगर यह जज्बा, ये जीत और ये गर्व तो हमेशा के लिए भारत की बेटियों की तेजस्विता के रूप में याद रखी जाएगी। देश की इस ऐतिहासिक जीत ने यह साबित कर दिया कि जब बेटियाँ कमर कसकर जुट जाएं तो कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता।
/mayapuri/media/post_attachments/media/G4xSXVpX0AASMcN-602933.jpg)
/bollyy/media/post_attachments/parth-editor/oc-dashboard/news-images-prod/1762229994165_AmolMuzumdar'sWelcome-620988.jpg?type=hq)
मैच खत्म होने के बाद का नज़ारा देखने लायक था। स्टेडियम में तिरंगे लहराने लगे, झंडे उठे और दर्शकों की आंखों में खुशी के आँसू थे। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने जैसे ही ट्रॉफी को हाथों मे लेकर सर के ऊपर उठाया, वैसे ही सोशल मीडिया पर हैशटैग #WomenInBlue और #WorldChampions की गूंज छा गए। देशभर से बधाईयाँ आने लगीं। राष्ट्रपति से लेकर आम जनता तक, सबकी जुबान पर सिर्फ एक नाम था भारतीय बेटियाँ।
/mayapuri/media/post_attachments/indiatoday/images/story/202509/harmanpreet-kaur-291432860-3x4-794609.jpg?VersionId=Osmfh9OB3tf_2ngioTf3EG.AfvQ.szF5)
![]()
इस जीत की खास बात ये थी कि इस टीम में कई नई लड़कियाँ थीं जिन्हें किसी ने कुछ साल पहले तक नाम से भी नहीं जाना था। मध्य प्रदेश की छोटे से गांव से आई क्रांति गौड़ या फिर सब्जी बेचने वाले के घर पैदा हुई राधा यादव, या कारपेंटर की बेटी अमनजोत कौर जैसी होनहार खिलाड़ी छोटे गांव से आकर विश्व मंच पर चमक उठीं। कई के घरों में तो टीवी तक नहीं थी, पर अब उनकी मेहनत का नाम हर घर में है। (Inspiring story of Indian women cricketers)
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/pcsk0rbg_kranti-gaur-rs-1-crore-reward-for-world-cup-winner-kranti-gaur-inspiring-story_625x300_03_november_25-2025-11-06-11-40-47.webp)
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/qo05gd6o_amanjot-kaur-family_625x300_03_november_25-2025-11-06-11-42-09.webp)
अगर हम इस वर्ल्ड चैंपियनशिप के सफर की बात करें तो भारत की शुरुआत थोड़ी धीमी रही। पहले दो मैचों में टीम को कड़ी टक्कर मिली। मगर न्यूजीलैंड मैच से मिली जीत एक टर्निंग पॉइंट साबित हुई। तभी भारतीय टीम ने अपनी असली लय पकड़ ली। शेफाली वर्मा की धमाकेदार बल्लेबाज़ी और बॉलिंग ने सबको हैरान कर दिया। उसकी फाइनल में 87 रनों की पारी और दो महत्वपूर्ण विकेट ने भारत को जीत की राह पर लौटा दिया। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हरमनप्रीत, और जेमिमा रॉड्रिक्स ने कमाल कर दिया। जेमिमा रॉड्रिक्स की 127 रनों की नाबाद पारी एक गेम चेंजर साबित हुई।
/mayapuri/media/post_attachments/news/480/cpsprodpb/ad70/live/ff0e10a0-b60c-11f0-98f8-3b97e25aeb29.jpg-399285.webp)
फाइनल मुकाबले में तो मानो इतिहास लिख दिया गया। भारत ने 298 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया और फिर साउथ अफ्रीका को सिर्फ 246 पर रोक दिया। जीत के बाद जब टीम ने तिरंगे में लिपटकर मैदान का चक्कर लगाया, तब कमेंटेटर की आवाज़ तक भावुक हो गई।
/mayapuri/media/post_attachments/8134dad1-984.png)
आज इन युवा लड़कियों ने साबित कर दिया कि क्रिकेट अब सिर्फ मर्दों का आधिकारिक खेल नहीं रहा। जिसने भी इनकी मेहनत देखी, वो मान गया कि आज की बेटियाँ किसी भी मैदान में अपने दम पर देश को गौरवान्वित कर सकती हैं।
/mayapuri/media/post_attachments/post_image/post_image_a7cfa5c-646533.jpg)
इस जीत के बाद भारत के अलग‑अलग शहरों में सेलिब्रेशन हुआ। मुंबई के मरीन ड्राइव पर लोगों ने रातभर आतिशबाजी की तो दिल्ली के कनॉट प्लेस में युवाओं ने तिरंगे के साथ नाच‑गाना किया। सोशल मीडिया पर हरमनप्रीत की टीम के लिए फिल्मों के स्टार्स ने भी मैसेज डाले। (Hard work and struggle of Indian women’s cricket team)
भारतीय महिला क्रिकेट टीम की विश्व कप जीत पर हर बड़े और छोटे सितारे ने अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दी, जो अलग-अलग रंग और भावनाओं से भरी हुई थीं। यहां उनकी कुछ प्रमुख प्रतिक्रियाएं पेश हैं:--
अमिताभ बच्चन ने ट्वीट किया, "जीत गए!!! भारत की बेटियाँ, हमारी असली स्टार्स।”भारत की बेटियां विश्व विजेता बन चुकी हैं। गर्व का पल है।" उनके इस ट्वीट में देशभक्ति और गर्व का भाव साफ झलकता है।
/mayapuri/media/post_attachments/wp-content/uploads/2025/11/Amitabh-Bachchan-showers-924248.jpg)
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और रोहित शर्मा फाइनल मैच में स्टेडियम में मौजूद थे और जीतते ही उनके आँखों में आंसू आ गए। उन्होंने टीम की जमकर तारीफ की और सोशल मीडिया पर उनका इमोशनल वीडियो वायरल हुआ।
![]()
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम को बधाई देते हुए कहा, "यह ऐतिहासिक जीत भविष्य के चैंपियंस को प्रेरित करेगी।"
अनुष्का शर्मा ने सोशल मीडिया पर लिखा, "हमारे चैंपियंस को मेरी तरफ से ढेरों प्यार और सलाम।"
/mayapuri/media/post_attachments/indiatoday/styles/medium_crop_simple/public/2025-11/anu1-925362.jpg?VersionId=acYXgrAtTdmR6c.fBtB2hW5qXiRj8UxQ)
प्रियंका चोपड़ा ने कहा, "देख के गर्व होता है कि भारत की बेटियां विश्व के सबसे बड़े मंच पर चमक रही हैं।"
/mayapuri/media/post_attachments/ht-img/img/2025/11/03/original/153091662_1762133920911-187377.webp)
सनी देओल ने ट्वीट किया, "भारत की बहनों ने साबित कर दिया हमारे सपनों की कोई सीमा नहीं।" (Victorious journey of Women in Blue)
सलमान खान ने कहा, "आपको सलाम, बेटियों! आपने इतिहास रचा है।"
रणवीर सिंह ने कहा, "इतनी मेहनत और लगन देखकर लगता है कि भारत की महिला क्रिकेट का भविष्य सुनहरा है।"
/mayapuri/media/post_attachments/wp-content/uploads/2020/03/Ranveer-Singh-Taapsee-Pannu-India-Women-Cricketers-806996.jpeg)
कपिल देव ने इसे महिला क्रिकेट के लिए नया युग बताया और टीम की प्रशंसा की।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/574033097_1259004149597766_7629300577573974223_n-2025-11-06-12-18-42.jpg)
महेंद्र सिंह धोनी ने भी टीम को बधाई दी और कहा कि यह जीत बहुत बड़ी उपलब्धि है।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/tmk3vl1o_harmanpreet-and-dhoni-afp_625x300_02_november_25-2025-11-06-12-35-08.webp)
कैटरीना कैफ, आलिया भट्ट, विक्की कौशल, श्रद्धा कपूर, कंगना रनौत समेत कई मेगा सितारों ने अपनी-अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में जीत की खुशियों और गर्व को बयां किया।
/mayapuri/media/post_attachments/vi/x4R6HoQjOvw/hq720-113056.jpg?sqp=-oaymwEhCK4FEIIDSFryq4qpAxMIARUAAAAAGAElAADIQj0AgKJD&rs=AOn4CLAp65MUcrbzsHce0ZUbvZzp-cvF1A)
हर कलाकार ने अपनी भाषा में भारतीय महिला क्रिकेट टीम की मेहनत, हिम्मत और जीत की खुशी का इजहार किया।
इन लड़कियों का सफर आसान नहीं था। किसी ने खेतों में प्रैक्टिस की, किसी ने बोरिंग मशीन के पास गेंद मारी। किसी ने डंडे से बैटिंग सीखी तो किसी ने ऊन के गोलों को बॉल बनाया। हर खिलाड़ी के पीछे एक कहानी है – संघर्ष, मेहनत और हौसले की। कप्तान हरमनप्रीत का कहना था, ‘‘हमने यह ट्रॉफी सिर्फ अपने लिए नहीं, उन सभी लड़कियों के लिए जीती है जो अब भी छोटे कस्बों में खेल का सपना देखती हैं।’’

सरकार ने भी इन बेटियों के सम्मान में कई इनामों की घोषणा की। प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि पूरी टीम को स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स के साथ-साथ नकद इनाम दिया जाएगा। वहीं कई राज्य सरकारों ने भी अपनी ओर से नकद पुरस्कार और सरकारी नौकरियाँ देने की घोषणा की।
/mayapuri/media/post_attachments/rf/image_size_960x540/HT/p2/2018/03/20/Pictures/final-photo-australia-world-india-women-cricket_59b04a1c-2c10-11e8-a5fc-524b5b61153f-767819.jpg)
बीसीसीआई ने बताया कि अब महिला खिलाड़ियों के लिए अलग ट्रेनिंग कैंप्स और अकादमी खोली जाएंगी ताकि नये टैलेंट्स को आगे आने का मौका मिले। कहा जा रहा है कि इस सफलता के बाद भारत में महिला क्रिकेट लीग की लोकप्रियता और भी बढ़ गई है। अब बड़े शान से वुमेन्स प्रीमियर लीग के स्टार्स बेटियों को ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा हैं।
इसी बीच, हॉकी और कबड्डी में भी भारत की बेटियाँ छा गई हैं। खेल के हर मैदान पर अब लड़कियों का जोश और आत्मविश्वास झलकता है।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/g9ml32lg_s_625x300_04_november_25-2025-11-06-12-44-40.webp)
यानी असर सिर्फ मैदान पर नहीं बल्कि सोच पर भी पड़ा है। अब माता पिता अपने बच्चों से ये नहीं कहते कि खेलकर क्या मिलेगा? या तो पढ़ाई करो या घर गृहस्थी के काम सीखो। अब घर घर में बड़े बुजुर्ग कह रहे हैं, "देखो हमारी बेटियाँ विश्व जय कर रही हैं।"
खेल, अब सम्मान और करियर दोनों बन गया है।
भारतीय बेटियां ,ये भी साबित कर रही है कि अगर मौका मिले तो हुनर किसी का गुलाम नहीं रहता। आज वो सिर्फ खेल के मैदान में खिलाड़ियों की नहीं, पूरे देश की पहचान बन गई हैं। स्कूलों में उनके नाम से ग्राउंड बनने लगे हैं और फिल्मों में भी महिला खिलाड़ियों पर बायोपिक बन रही हैं।
/mayapuri/media/post_attachments/media/details/AP_players_in_action_for_AP_Farmers_story2022060512461620220605131750-878599.jpg)
/mayapuri/media/post_attachments/onecms/images/uploaded-images/2021/08/02/196a951cda99b8ec7a416cc263b210f4_original-598589.png)
इस वर्ल्ड चैंपियनशिप की जीत ने देश को एक नया आत्मविश्वास दिया है। आज कोई भी नन्ही सी लड़की जब टीवी पर किसी दीदी को ट्रॉफी उठाते देखती है, तो उसे भी यकीन होता है कि वो भी कुछ कर सकती है। यही सबसे बड़ी जीत है।
भारत की बेटियाँ सिर्फ ट्रॉफी नहीं जीत रही हैं, वो सोच बदल रही हैं। अब वो मैदानों से लेकर स्कूलों, फिल्मों, ऑफिसों हर जगह लहर बना रही हैं। उनकी मुस्कान में एक संकल्प है, जो कहता है कि अब कोई सपना छोटा नहीं रहेगा और शायद यही असली क्रिकेट की कहानी है, जहाँ गेंद और बल्ले के बीच सिर्फ खेल नहीं, बल्कि इज़्ज़त, हिम्मत और जज़्बे की लड़ाई होती है। और इस बार आखिर ये लड़ाई हमारी बेटियों ने जीत ली।
भारतीय बेटियों की इस एतिहासिक जीत पर इनामों की बौछार और उनकी नई पहचान से दुनिया पुलकित है और इस तरह BCCI ने भी इस जीत पर ₹51 करोड़ का नकद इनाम देने का ऐलान किया। ICC की तरफ से लगभग ₹40 करोड़ और टीम को मिलेगा । यानी बेटियों की मेहनत और जज़्बे को अब सही पहचान और फायदा मिल रहा है।
/mayapuri/media/post_attachments/indiatoday/images/story/202511/indian-womens-team-035741107-16x9_0-495810.jpg?VersionId=ByfFvbfF9fwdmvh0h7RSWto_dLRFLc0u&size=690:388)
छोटी छोटी गलियों से फाइनल तक का रास्ता भारत की बेटियों का सफर आसान नहीं था। सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीमों के आगे उनके पसीने छूटे, मगर भारत की किसी बेटी ने हार नहीं मानी। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल सबसे ऐतिहासिक रहा। भारत ने विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा चेज़ देकर विपक्ष को दौड़ा दिया। जेमिमा रॉड्रिक्स की नाबाद 127 रन की पारी दिल जीत गई। ऑस्ट्रेलिया ने भले ही रिकॉर्ड 338 रन बनाए थे मगर भारत की बेटियाँ उससे भी आगे निकल कर कैसे फाइनल में पहुंच गईं, ये एक अद्भुत उपलब्धि थी।
हरमनप्रीत कौर , स्मृति
मंधाना, दीप्ति शर्मा, रेनुका सिंह ठाकुर, शेफाली वर्मा, ऋचा घोष, इन सबकी मेहनत को अब दुनिया सलाम कर रही है। ये लड़कियाँ दिखा रही हैं कि हौसला और मेहनत कभी हारती नहीं है।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/pti02-13-2023-000185b-0_1678105617258_1678105617258_1742812825419-2025-11-06-12-48-42.webp)
/mayapuri/media/post_attachments/images/2025/11/03/article/image/Deepti-Sharma-Biography-1762156827360-338598.webp)
/mayapuri/media/post_attachments/wp-content/uploads/2023/01/renuka-singh-thakur-spin-queen-indian-cricket-306070.jpg)
/mayapuri/media/post_attachments/images/2025/11/03/article/image/shefali-1762151483262-406931.webp)
महिला खिलाड़ियों की सफलता से आज गाँव‑शहरों में सोच बदल रही है। अब माँ‑बाप बेटियों को खेल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। अब खेल सिर्फ शौक या टाइमपास नहीं, करियर और इज्जत का ज़रिया बन गया है। सोशल मीडिया पर
#WomenInBlue और #GirlPower ट्रेंड कर रहा है। बेटियों की फोटो स्कूलों में, पोस्टर और उनपर फिल्में बनने लगी हैं, यानी रोल मॉडल की कतार में अब सिर्फ जगह नहीं है ।
![]()
सरकार ने स्पोर्ट्स अवॉर्ड्स, सरकारी नौकरी और नया ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर देने का ऐलान किया है। BCCI ने महिला खिलाड़ियों के लिए स्पेशल ट्रेनिंग अकादमियाँ खोलने का वादा किया है ताकि अगले साल की टीमें और भी मजबूत बनें।
मुंबई, दिल्ली, पटना से लेकर लुधियाना तक – लोग बेटियों की जीत का जश्न मना रहे हैं। प्रत्येक एयरपोर्ट में वेलकम की तगड़ी व्यवस्था है। इन बेटियों पर फूलों की बारिश हो रही है।
जेन Z यानी नयी जेनरेशन की नयी उम्मीदें अंगड़ाई ले रही है। अब भारत की बेटियाँ क्रिकेट, हॉकी, कबड्डी, एथलेटिक्स, वेटलिफ्टिंग, शूटिंग हर खेल में शाइन कर रही हैं। नए भारत के इस अमृत महोत्सव में आज वे रोल मॉडल बन चुकी हैं। आज उनके द्वारा जीते गए सिर्फ ट्रॉफी ही नहीं, वे समाज में बदलाव की झलक भी दे रही हैं। इस समय स्कूलों में बेटियों की जीत पर सेमिनार, पोस्टर्स और ग्राउंड बन रहे हैं।
2 नवंबर 2025 के वर्ल्ड कप फाइनल मैच में कई ऐसे मोमेंट्स थे, जिन्होंने पूरे मैच का रुख पलटकर भारत की जीत को और भी रोमांचक और यादगार बना दिया। ये क्लच मोमेंट्स और ट्विस्टिंग पल दर्शाते हैं कि किस तरह दबाव की घड़ी में भारतीय खिलाड़ियों ने खेल भावना और दिमाग लगाकर मैच अपने नाम किया।
Guru Nanak Jayanti और देव दीपावली ने जगमगाई आस्था की धरती, सेलेब्स ने दी शुभकामनाएं
टॉप क्लच मोमेंट्स
शेफाली वर्मा का आक्रामक आगाज़:--
मैच की शुरुआत में शेफाली ने तेज़ और दमदार बल्लेबाजी की। उनके आक्रामक शॉट ने भारतीय टीम को शुरुआती तेज रफ्तार दी। खासकर जब वह लॉन्ग ऑन पर लगातार चौके-छक्के जड़ीं, तब साउथ अफ्रीका की गेंदबाजी को झटका लगा। यह पारी भारत के मैच जीतने की नींव बनी।
/mayapuri/media/post_attachments/2023/05/shafali-verma-551078.jpg)
दीप्ति शर्मा का हरफनमौला कमाल देखते ही बना।
दीप्ति शर्मा की पारी और गेंदबाजी दोनों मैच के टर्निंग पॉइंट रहे। सबसे पहले उन्होंने बल्लेबाज़ी में नाटकीय तरीके से 58 रन बनाकर भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। लेकिन असली पल आया जब गेंदबाजी करते हुए उन्होंने पांच विकेट लिए और विरोधी टीम को सस्ते में रोक दिया। उनके विकेटों के बीच खासकर साउथ अफ्रीका के मजबूत बल्लेबाज़ लौरा वोलवार्ट का आउट होना मैच का बड़ा मोड़ था।
/mayapuri/media/post_attachments/2022/10/Deepti-Sharma--189839.jpg?w=414)
टूर्नामेंट में स्मृति मंधाना की काबिलियत भी किसी से कम नहीं थी।
स्मृति की कुशल बल्लेबाजी ने भारतीय पारी को संभाला। जब टीम थोड़ा दबाव में थी तब भी उन्होंने संयम से गेंद खेली और बड़े स्कोर की नींव डाली। उनका यह क्लच पारी टीम के लिए रोल मॉडल बन गई।
साउथ अफ्रीका के खिलाफ विकेटों का जल्दी गिरना भी क्लच मोमेंट माना जा रहा है।
/mayapuri/media/post_attachments/ibnlive/uploads/2025/10/Smriti-Mandhana-2025-10-fc0def49b6ed12f2c568d02442784c3a-16x9-121929.jpg?impolicy=website&width=400&height=225)
फाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम को रोकना आसान काम नहीं था, लेकिन भारतीय बेटियों की गेंदबाजों ने लगातार विकेट लिए और विपक्षी टीम को पूरी तरह से टूटने पर मजबूर कर दिया।
फील्डिंग में जबरदस्त पकड़ों की भी खूब चर्चा हो रही है।
मैच के आखिरी पलों के साथ जब साउथ अफ्रीका को हर ओवर में जीत के लिए बीस से ज्यादा रन चाहिए थे, तब भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार कैच पकड़े और अद्भुत फील्डिंग दिखाकर विपक्षी बल्लेबाजों को घेर लिया। एक खास कैच जो शेफाली ने स्लिप में पकड़ा, वो पल देश के हर क्रिकेट प्रेमी की याद में रह गया।
/filters:format(webp)/mayapuri/media/media_files/2025/11/06/1akrfba4_amanjot-kaur_625x300_04_november_25-2025-11-06-12-59-13.jpg)
यही वजह है कि 2 नवंबर 2025 को भारतीय महिला टीम ने सिर्फ टूर्नामेंट ही नहीं, बल्कि हर भारतीय के दिल में इतिहास कायम किया।
Follow Us
/mayapuri/media/media_files/2025/10/31/cover-2665-2025-10-31-20-07-58.png)