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एक तरफ हिंदी भाषी फिल्में अपना दर्शक वर्ग खोती जा रही हैं। बॉलीवुड का फिल्मकार अच्छा सिनेमा बनाने के लिए प्रयास करता नज़र नहीं आ रहा है। वहीं क्षेत्रीय सिनेमा तेजी से विकसित हो रहा है। तमाम राज्य सरकारें सिनेमा को मनोरंजन के साथ ही विचार मंथन व अच्छा सामाजिक संदेश देने का माध्यम मानकर सिनेमा के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। इस दिशा में छत्तीसगढ़ की सरकार भी पीछे नहीं है। यूँ तो पिछली राज्य सरकार ने भी फिल्म नीति बनाकर सिनेमा के विकास के लिए कार्य शुरू किया था। लेकिन इन दिनों छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और ‘छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम’ की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन जी के नेतृत्व में वर्तमान भाजपा सरकार सिनेमा के विकास को लेकर कुछ ज्यादा ही दृढ़ प्रतिज्ञ नज़र आ रही है। यह सरकार सिनेमा को एक नया मुकाम दिलाना चाहती है। (Chhattisgarh government cinema development initiative)
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इसी प्रयास के तहत हाल ही में छत्तीसगढ़ प्रदेश के रजत जयंती के अवसर पर फिल्म विकास निगम छत्तीसगढ़ के द्वारा दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम रायपुर में ‘‘छत्तीसगढ़ी सिनेमा का सफर’’ के अवसर पर एक बहुत ही भव्य और दिव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह पहला अवसर रहा, जब किसी राज्य सरकार की तरफ से सिनेमा के विकास को ध्यान में रखकर इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री माननीय श्री विष्णु देव साय जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इस अवसर पर प्रदेश भर के सभी फिल्म निर्माता, निर्देशक, कलाकार और तकनीशियन उपस्थित रहे।
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कार्यक्रम की शुरुआत छत्तीसगढ़ महतारी के समक्ष दीप प्रज्वलित कर की गई। इस अवसर पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने फिल्म से जुड़े सभी लोगों की सफलता के लिए बधाई दी तथा छत्तीसगढ़ी फिल्म से सभी लोगों को सम्मानित किया। इस कड़ी में सरगुजा छत्तीसगढ़ के कलाकार आनंद कुमार गुप्त सहित सभी छत्तीसगढ़ी फिल्मी हस्तियों को प्रशस्ति पत्र और शॉल भेंट कर सम्मानित किया गया। (Vishnudev Sai film policy Chhattisgarh)
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सर्वविदित है कि आनंद कुमार पिछले लंबे समय से सिनेमा से जुड़े हुए हैं और इस प्रदेश में बनने वाली पहली फिल्म ‘‘मोर छइयां भुइयां’’ सहित बहुत सारी फिल्मों को सेंसर बोर्ड में भाषाविद के रूप में पास किया है। आनंद कुमार गुप्त निर्माता एवं कलाकार हैं। उनके द्वारा ‘‘लंगड़ा राजकुमार’’, ‘‘आई एम नॉट ब्लाइंड’’, ‘‘प्रयोग’’, ‘‘लाइफ ऑन रोड’’ सहित दर्जनों फिल्में, डॉक्यूमेंट्री फिल्में, 50 से ज्यादा लघु फिल्मों के साथ-साथ 20,000 से ज्यादा नुक्कड़ नाटक करके छत्तीसगढ़ी कला संस्कृति और सिनेमा को देश-विदेश में पहुँचाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मीडिया से बातचीत करते हुए आनंद कुमार गुप्त ने बताया कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सभी लोग मिलकर छत्तीसगढ़ के सिनेमा को देश-विदेश में ले जाने की कोशिश करें। छत्तीसगढ़ी सिनेमा के लिए कार्यरत लोगों को हर तरह की सुविधा देने के मकसद से ही राज्य सरकार और फिल्म विकास निगम डेढ़ सौ करोड़ रुपये की लागत से ‘फिल्म सिटी स्टूडियो’ का निर्माण करने जा रही है। (Chhattisgarh Film Development Corporation cinema growth)
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इस कार्यक्रम के अवसर पर सांसद, विधायक एवं भारी संख्या में सिनेमा से जुड़े लोग भी उपस्थित रहे। फिल्म विकास निगम, छत्तीसगढ़ की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन जी ने सभी अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त करने के साथ ही फिल्म विकास निगम की योजनाओं पर बात करते हुए कहा – ‘‘हमारी नज़र में सिनेमा मनोरंजन के साथ ही सामाजिक सरोकारों से जुड़ा सशक्त माध्यम है। हम सभी सिनेमा को विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जाना चाहते हैं। हम चाहते हैं कि छत्तीसगढ़ी सिनेमा और छत्तीसगढ़ी फिल्मकार व कलाकार विश्व भर में नाम रोशन करें। सिनेमा के विकास और बेहतरीन फिल्मों के बनने की दिशा में योगदान के लिए हम राज्य की फिल्म नीति में भी कुछ सार्थक बदलाव करने वाले हैं।’’ (Regional cinema growth in India states)
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छत्तीसगढ़ सरकार सिनेमा को लेकर बहुत बेहतर कार्य कर रही है।
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FAQ
Q1. लेख में हिंदी फिल्मों को लेकर क्या मुख्य चिंता जताई गई है?
लेख में यह चिंता जताई गई है कि हिंदी भाषी फिल्में धीरे-धीरे अपना दर्शक वर्ग खो रही हैं और बॉलीवुड में गुणवत्तापूर्ण सिनेमा के प्रति गंभीर प्रयास कम दिखाई दे रहे हैं।
Q2. क्षेत्रीय सिनेमा को बढ़त क्यों मिल रही है?
क्षेत्रीय सिनेमा तेजी से इसलिए विकसित हो रहा है क्योंकि राज्य सरकारें इसे मनोरंजन के साथ-साथ विचार-मंथन और सामाजिक संदेश का प्रभावी माध्यम मानकर समर्थन दे रही हैं।
Q3. छत्तीसगढ़ सरकार सिनेमा को लेकर क्या सोच रखती है?
छत्तीसगढ़ सरकार सिनेमा को सांस्कृतिक पहचान, रोजगार सृजन और सामाजिक बदलाव का माध्यम मानते हुए इसे नया मुकाम दिलाने के लिए प्रतिबद्ध दिखाई देती है।
Q4. वर्तमान छत्तीसगढ़ सरकार के नेतृत्व में कौन-कौन प्रमुख चेहरे हैं?
वर्तमान में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और छत्तीसगढ़ फिल्म विकास निगम की अध्यक्ष सुश्री मोना सेन के नेतृत्व में सिनेमा के विकास पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
Q5. क्या पहले भी छत्तीसगढ़ में फिल्म नीति बनाई गई थी?
हाँ, पिछली राज्य सरकार ने भी फिल्म नीति बनाकर सिनेमा के विकास की शुरुआत की थी, लेकिन मौजूदा सरकार इसे और अधिक सक्रिय रूप से आगे बढ़ा रही है।
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