/mayapuri/media/media_files/2025/09/18/simrat-kaur-bollywood-career-2025-09-18-13-10-15.jpg)
सिमरत कौर रंधावा इन दिनों विवेक रंजन अग्निहोत्री निर्देशित फिल्म ‘‘द बंगाल फाइल्स’’ में भारती बनर्जी का किरदार निभाकर सूर्खियों में छाई हुई अभिनेत्री सिमरत कौर रंधावा की यह पहली फिल्म नहीं है। इससे पहले सिमरत कौर रंधावा दक्षिण भारत में ‘प्रेमथो मी कार्तिक’ (2017), ‘परिचयम’ (2017) और ‘सोनी’ (2018) जैसी फिल्मों के अलावा बॉलीवुड में अनिल शर्मा निर्देशित दो हिंदी फिल्मों ‘गदर 2’ और ‘वनवास’ में अभिनय कर दर्शकों का प्यार जीत चुकी हैं। (Simrat Kaur Randhawa in The Bengal Files movie)
प्रस्तुत है सिमरत कौर से हुई एक्सक्लूसिव बातचीत के अंश...
आपने अभिनय को कैरियर बनाने की बात कब सोची?
मेरी परवरिश मुंबई ही हुई है। मेरे पिता अभी अवकाशप्राप्त जिंदगी गुजार रहे हैं। पहले उनकी किताबों की दुकान थी। मिलिट्री व केंद्रीय विद्यालय में किताबें सप्लाई किया करते थे। मेरे दादाजी नेवी में थे। मैंने कंप्यूटर विषय के साथ बीएससी किया है। मैं स्पोर्ट्स से जुड़ी हुई थी। अभिनय में मेरी कभी दिलचस्पी नहीं थी। 2017 में मुझे कैडबरी के प्रिंट विज्ञापन का ऑफर मिला, तो मैंने कॉलेज के दिनों में ‘पॉकेट मनी’ मिल रही है, सोचकर कर लिया था। फिर एक दिन ‘प्रेमाथो मी कार्तिक’ के कास्टिंग डायरेक्टर ने मुझे इंस्टाग्राम पर देखकर संपर्क किया था। पर मैंने उनसे साफ साफ कह दिया था कि अभिनय में मेरी कोई दिलचस्पी नहीं है। लेकिन बाद में उन्होंने मेरी मां रंजीत कौर से बात कर उन्हें राजी कर लिया। मां के कहने पर मैंने यह फिल्म की और फिर अभिनय करियर शुरू हो गया। उस वक्त मेरी उम्र 17 वर्ष थी। मेरी मां खुद मुझ लेकर हैदराबाद गई। हैदराबाद में मेरा ऑडिशन लिया गया। तब तक मुझे बिल्कुल अहसास नहीं था कि मेरे अंदर अभिनय के गुण हैं। मगर मैंने ऑडिशन दिया और उस फिल्म के लिए मेरा चयन हो गया। पर जब मुझे बताया गया कि मुझे तेलुगु के संवाद बोलने हैं, तो मैंने उनसे कह दिया कि मेरे वश की बात नहीं है। मैं उत्तर भारतीय लड़की हूँ। मुंबई में पली बढ़ी हूँ। इसलिए हिंदी, पंजाबी और मराठी ही बोल सकती हूँ। पर उन्होंने मुझे सिखाने की बात की। मेरे लिए तेलुगु बोलना बहुत कठिन था। मैंने एक महीने तक रोते हुए शूटिंग की। मैं बार बार कह रही थी कि मुझे मुंबई अपने घर जाना है। खैर, इस एक महीने के दौरान मुझे कैमरे के सामने पहुंचने पर मजा आने लगा। पहले मैं कैमरे से ही घबराती थी। पर अब मैं कैमरे के सामने जाने पर घबराती नहीं। जबकि इसकी स्क्रिप्ट व संवाद को लेकर मेरी काफी समस्याएं थीं। मैं तेलुगु के संवाद रट रट कर बोल रही थी। इस फिल्म की शूटिंग पूरी होने में एक वर्ष लगा और तब मुझे अहसास हुआ कि मेरे अंदर अभिनय के गुण थे, मैं सौभाग्यशाली हूँ कि मुझे मेरे माता पिता का शुरुआती दिनों से ही सहयोग मिला। (Bharti Banerjee role in The Bengal Files)
स्पोर्ट्स में आप किस खेल से जुड़ी हुई थी?
मैं कराटे ब्लैकबेल्ट हूँ। मैंने कराटे की विश्व प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया है। कुछ प्रतियोगिताएं जीती हैं। मैं गोल्ड मेडलिस्ट भी हूँ। इसके अलावा मैं कराटे सिखाती भी हूँ। मैंने दो साल तक कुछ लोगों को कराटे की ट्रेनिंग भी दी है। इसके अलावा मैं सौ मीटर और दो सौ मीटर की दौड़ का हिस्सा रही हूँ। तो मैं स्पोर्ट्स में बहुत अलग क्षेत्र में थी और अचानक ग्लैमर वर्ल्ड यानी कि अभिनय जगत में आ गई।
आपके करियर की पहली हिंदी फिल्म ‘गदर 2’ ने सात सौ करोड़ से अधिक का व्यापार किया था। इस फिल्म के रिलीज के बाद आपको किस तरह की प्रतिक्रियाएं मिली थीं?
‘गदर 2’ के रिलीज के वक्त तो मैं बॉलीवुड में एकदम नई लड़की थी। ग्यारह अगस्त 2023 को लोगों को पता चला था कि अच्छा यह एक नई लड़की फिल्मों से जुड़ी है। उससे पहले मुझे कोई जानता ही नहीं था। फिल्म के रिलीज के बाद फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया। पर लोगों ने मुझसे कहा कि लंबे समय बाद कोई बेहतरीन अभिनेत्री बॉलीवुड को मिली है। एक बेहतरीन कलाकार ऑन स्क्रीन नजर आई है। लोगों ने मेरी परफॉर्मेंस की तारीफों के पुल बांध दिए। मेरे दर्शकों ने, मेरे आस पास के लोगों ने मुझे बहुत प्यार दिया। उनके प्यार की ही वजह से मुझे लगातार फिल्में मिलती जा रही हैं। (Simrat Kaur first South Indian movies Prematho Mee Karthik, Parichayam, Soni)
जब विवेक रंजन अग्निहोत्री ने आपको फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ का ऑफर दिया, तो आपको किस बात ने इस फिल्म को करने के लिए उकसाया था?
पहली बात तो विवेक रंजन अग्निहोत्री सर की तरफ से मुझे इस फिल्म का ऑफर नहीं आया था। जब मुझे पता चला कि विवेक रंजन अग्निहोत्री ‘द बंगाल फाइल्स’ के लिए कलाकारों का ऑडिशन ले रहे हैं, तो मैंने अपनी तरफ से जाकर ऑडिशन दिया था। ऑडिशन देने के बाद एक महीने तक मैंने इंतजार किया, मगर विवेक रंजन सर की तरफ से हमें कोई संदेश नहीं मिला। तब मैंने खुद उनसे बात की, तो उन्होंने कह दिया कि, ‘सिमरत आप अच्छी अभिनेत्री हो, पर मुझे ऐसी सशक्त अदाकारा चाहिए, जो बंगाली हो और बंगाली भाषा में बात कर सकती हो, बंगाली बोल सकती हो। क्योंकि यह मूलतः एक पीरियड फिल्म है। इसकी कहानी 1943 से 1946 की है। इसमें भारती बनर्जी का जो किरदार है, वह 1943 से 1946 तक का है। मैं ठहरी पंजाबी। जिसके चलते मेरे फीचर थोड़ा उत्तर भारतीय हैं। इसलिए मैं भारती बनर्जी के किरदार के लिए उपयुक्त नहीं हूँ। मैंने उन्हें अपनी तरफ से आश्वस्त करने का प्रयास किया कि मैं पूरी मेहनत व लगन से जल्द से जल्द बंगाली सीख लूंगी। और किरदार में ढलने के लिए अपनी तरफ से पूरा समय देकर खुद को तैयार भी कर लूंगी। मेरी बातें सुनकर, मेरे बात करने का अंदाज देखकर विवेक रंजन अग्निहोत्री को मेरे अंदर पैशन व एक आग नजर आई, जिससे उन्हें लगा कि मैं भारती बनर्जी के किरदार को निभा सकती हूँ। उसके बाद उन्होंने मुझे इस फिल्म में भारती बनर्जी का किरदार निभाने के लिए चुना। उन्होंने साफ साफ कहा था कि यह किरदार ही फिल्म का हीरो है। मैं विवेक रंजन अग्निहोत्री की इस फिल्म से इसलिए जुड़ना चाहती थी, क्योंकि उनकी हर फिल्म परफॉर्मेंस ओरिएंटेड होती है। उनकी फिल्म में गाने या बॉलीवुड फिल्मों की भांति मसाले नहीं होते। मुझे भी परफॉर्मेंस वाला किरदार निभाना था, इसलिए मैंने इस फिल्म से जुड़ने के लिए विवेक रंजन सर को कन्विंस करने की कोशिश की। इससे पहले मेरी दोनों फिल्में पूरी तरह से कमर्शियल फिल्में थीं.. ‘गदर 2’ में मैंने अच्छी दिखने वाली और 1971 के वक्त की लड़की का किरदार निभा लिया। ‘वनवास’ में वर्तमान समय की लड़की का किरदार निभाया। अब ‘द बंगाल फाइल्स’ में 1943 की लड़की बनी। ‘द बंगाल फाइल्स’ के लिए मेरा चयन होने के बाद जब मैंने स्क्रिप्ट सुनी, तब तो मैंने सोच लिया कि मुझे इस परफॉर्मेंस ओरिएंटेड किरदार के साथ न्याय करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंकनी है। यह मेरी खुस्किस्मती ही है कि मुझे करियर की तीसरी ही फिल्म में इतना बड़ा परफॉर्मेंस ओरिएंटेड अति महत्वपूर्ण किरदार निभाने का अवसर मिल गया। एक कलाकार के तौर पर हम पूरी जिंदगी यही सोचते रहते हैं कि इस तरह का कोई चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने का अवसर मिल जाए। जिसे देखकर लोग मुझे व मेरी परफॉर्मेंस को हमेशा याद रखें। (Simrat Kaur Randhawa Gadar 2 performance reviews)
1943 से 1946 तक के भारती बनर्जी के किरदार के साथ न्याय करने के लिए आपने अपनी तरफ से किस तरह की तैयारियां की?
‘गदर 2’ के वक्त की ही तरह इस बार भी मैंने 1950 व 1960 के दशक की कई फिल्में देखीं। जबकि भारती के किरदार को निभाने से पहले मैंने 1920 व 1930 के दशक की तथा सत्यजीत रे सर की फिल्में देखीं। इसके अलावा ऐश्वर्या राय बच्चन की फिल्म ‘चोखेर बाली’ देखी। मैंने कई बंगाली फिल्में देखी और समझने का प्रयास किया कि उस वक्त की लड़कियां किस तरह के कपड़े पहनती थीं, उनकी चाल ढाल क्या होती थी। उनके बात करने का लहजा क्या होता है। गूगल पर जाकर सर्च किया कि ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ यानी कि 16 अगस्त 1946 को क्या क्या हुआ था। क्योंकि मैंने इतिहास में इसके बारे में कुछ भी पढ़ा नहीं था। तो मुझे इसकी कोई आइडिया नहीं थी। पर गूगल में मुझे यह जानकारी मिली। गूगल से मुझे पता चला कि 16 अगस्त 1946 को इतना कुछ हुआ था। बाकी तो स्क्रिप्ट में लिखा हुआ था।
आपका भारती बनर्जी का किरदार कहीं न कहीं बंगाल के एक रीयल किरदार से प्रेरित है, जिसने 1936 में गवर्नर को गोली मार दी थी?
जी.. मगर यह फिल्म उस लड़की की बायोपिक फिल्म नहीं है। किरदार थोड़ा सा इंस्पायर है। मगर मुझसे विवेक अग्निहोत्री सर ने कहा था कि यह लड़की क्रांति है। वह भगतसिंह में यकीन करती है, उन्हें ही फॉलो करती है। अब भगतसिंह के बारे में तो हम सभी जानते ही हैं। मैंने तो उन पर बनी हुई फिल्में भी देखी हैं। निर्देशक ने मुझे बताया था कि भारती के किरदार की शुरुआत भगतसिंह की तरह होगी, जो कि क्रांति है। इसलिए वह गवर्नर को गोली मारने से पहले सोचेगी नहीं। भारती की सोच सिर्फ इतनी है कि यह हमारे देश पर अत्याचार कर रहे हैं, इसलिए मैं इन्हें मारूंगी। फिर भले ही मुझे फांसी हो जाए। जबकि गांधी की सोच इससे अलहदा थी। गांधी जी चाहते थे कि हमें हिंसा के रास्ते पर नहीं जाना है। तो मुझे बताया गया कि भारती पहले भगतसिंह की क्रांति करेगी, उसके बाद वह गांधी जी के रास्ते पर चलेगी। विवेक रंजन अग्निहोत्री बुद्धिमान निर्देशक हैं। उन्हें बहुत ज्ञान है। मैंने विवेक सर के मुँह से ढेर सारी कहानियां सुनकर ही अपने किरदार को गढ़ा।
आपने बचपन से गांधी जी के बारे में बहुत कुछ पढ़ा होगा। लेकिन इस फिल्म में जो कुछ दिखाया गया, वह तो उससे काफी अलग है, जो आपने बचपन से उनके बारे में पढ़ा होगा.. तो आपके मन में कोई द्वंद?
इतिहास तो वह है, जो घटनाक्रम हो चुके हैं, उसका सच बयान करने के लिए वह लोग अब जीवित नहीं हैं। अब हर किसी ने अपने अपने हिसाब से इतिहास में चीजें डाल दी हैं। इसलिए इतिहास में जो कुछ दर्ज है, उसके सच या गलत होने की गारंटी देना मुश्किल है। आज अगर मैं इंस्टाग्राम पर डाल दूँ कि फलां इंसान हमारा भगवान है, तो सौ साल बाद लोग उसे भगवान मानने लगेंगे। क्योंकि उस वक्त हम तो सच बताने के लिए रहेंगे नहीं.. सही या गलत मैं नहीं बता सकती। किसी के लिए कुछ सही है और किसी के लिए कुछ और सही है। एक कलाकार के तौर पर मेरा फर्ज बनता है कि मैं स्क्रिप्ट के अनुसार अपने काम को अंजाम दूँ। मुझे कुछ चीजें नहीं पता थीं, जो कि अब पता चली। पर वह कितनी सच है, उसका दावा कम से कम मैं तो नहीं कर सकती। मैं ही क्यों गूगल या कोई भी इंसान नहीं बता सकता। इसलिए पूरा सच आप कभी नहीं जान सकते।
भारती बनर्जी के किरदार को निभाते वक्त कौन सा सीन सबसे आसान और कौन सा सीन सबसे कठिन रहा?
आसान तो एक भी सीन नहीं रहा। बल्कि भारती बनर्जी का किरदार निभाना मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती रही। भारती के किरदार की शुरुआत ही गवर्नर को गोली मारने से होती है। वास्तव में मुझ असली गन/बंदूक पकड़ाई गई थी, जिसमें ब्लैंक बुलेट थी, यानी कि खाली बुलेट.. जिसमें आवाज तो पूरी आती है। पर बुलेट निकलती नहीं है। असली रिवाल्वर का ट्रिगर बहुत टाइट होता है, काफी मेहनत लगती है उसे चलाने में। इस गन का वजन छह सात किलो था। इसके लिए मुझे लंबे समय तक प्रैक्टिस करनी पड़ी। डायरेक्ट एक्शन डे के सारे सीन कठिन थे। भागम भाग, कीचड़ में गिरना, मां बाप को खोना.. हर दिन कटे हुए लोग, खून देखना सब कुछ बहुत ही दर्दनाक था। गुलाम के अत्याचार.. कुछ भी आसान नहीं रहा।
इस तरह के दृश्यों को निभाते वक्त दिलो दिमाग में यह दृश्य रह गए होंगे, तो इनसे छुटकारा पाने के लिए आपने क्या तरीका अपनाया?
यह ईश्वर से मिला आशीर्वाद है कि सब कुछ एक सप्ताह में मैं भूल गई थी। (Simrat Kaur transition from sports to acting career)
फिल्म ‘द बंगाल फाइल्स’ को मिले रिस्पॉन्स से आप कितना खुश हैं?
मुझे लगता है कि फिल्म रिलीज हो गई, पर इसकी लोगों में अवेयरनेस उतनी नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए। हम सभी के लिए अच्छी बात यह है कि जितने लोगों ने फिल्म देखी, उन सभी ने तारीफ की। पर यह सच है कि बॉक्स ऑफिस पर आंकड़े अच्छे नहीं हैं। इस फिल्म में कलाकार के तौर पर मेरी बहुत तारीफ हो रही है।
इन दिनों ओटीटी पर काफी कलाकार काम कर रहे हैं। आप भी करना चाहेंगी?
मैं किसी भी मीडियम में काम करने के लिए तैयार हूँ, बशर्ते किरदार अच्छा हो। मैं मजबूत स्क्रिप्ट की तलाश में रहती हूँ, जिसमें अच्छी विषयवस्तु हो। अब चीजें बदल रही हैं. अब कंटेंट प्रधान सिनेमा बन रहा है।
किस तरह के किरदार निभाना चाहती हैं?
मैं एक खिलाड़ी की भूमिका निभाना चाहती हूँ। क्योंकि मैंने राष्ट्रीय स्तर पर कराटे चैंपियनशिप में भाग लिया है। मैं किसी बायोपिक में अपना किरदार निभाना पसंद करूंगी।शांति स्वरूप त्रिपाठी
FAQ
प्रश्न 1. सिमरत कौर रंधावा कौन हैं?
उत्तर: सिमरत कौर रंधावा एक अभिनेत्री हैं, जिन्होंने दक्षिण भारत की फिल्मों प्रेमथो मी कार्तिक (2017), परिचयम (2017), सोनी (2018) और बॉलीवुड की फिल्मों गदर 2 और वनवास में काम किया है।
प्रश्न 2. सिमरत कौर ‘द बंगाल फाइल्स’ में कौन सा किरदार निभा रही हैं?
उत्तर: वह इस पीरियड फिल्म में भारती बनर्जी का किरदार निभा रही हैं, जो 1943 से 1946 के समय के घटनाक्रम से जुड़ा हुआ है।
प्रश्न 3. सिमरत ने इस फिल्म के लिए कैसे तैयारी की?
उत्तर: सिमरत ने बंगाली भाषा सीखकर और किरदार के भावनात्मक और ऐतिहासिक पहलुओं को समझकर इस भूमिका की तैयारी की। मुंबई की पंजाबी लड़की होने के बावजूद उन्होंने पूरी मेहनत से यह चुनौती पूरी की।
प्रश्न 4. क्या सिमरत के पास बॉलीवुड में आने से पहले कोई अभिनय अनुभव था?
उत्तर: हाँ, उन्होंने 2017 में दक्षिण भारत की फिल्मों से अभिनय की शुरुआत की थी और बाद में बॉलीवुड में गदर 2 और वनवास जैसी फिल्मों में नजर आईं।
प्रश्न 5. ‘द बंगाल फाइल्स’ में उनका किरदार चुनौतीपूर्ण क्यों है?
उत्तर: यह किरदार परफॉर्मेंस-ओरिएंटेड है, ऐतिहासिक संदर्भ में सेट है और इसमें भाषा, भावनाओं और समयकाल के हिसाब से गहन तैयारी की आवश्यकता थी।
प्रश्न 6. अभिनय के अलावा सिमरत का क्या बैकग्राउंड है?
उत्तर: सिमरत खेलों में भी माहिर हैं। वह कराटे में ब्लैक बेल्ट हैं, विश्व प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और कुछ समय तक कराटे सिखाने का अनुभव भी है।
Read More
Shabana Azmi Birthday : शबाना आज़मी, जिनकी अदाकारी ने बदल दिया हिंदी सिनेमा का चेहरा
Ahaan Panday viral video : सैयारा फेम आहान पांडे का पुराना वीडियो वायरल, एक्सप्रेशन्स ने जीता दिल
Gauahar Khan slams Amaal Mallik :गौहर खान का अमाल मलिक पर वार, बिग बॉस 19 से बाहर करने की
Bollywood Actress | bollywood actress' bharat | bollywood actress controversies | Simrat Kaur career | gadar 2 all song | Vanvaas Movie Premiere | Performance-oriented role | Simrat Kaur interview | simrat kaur movies | simrat kaur Film | Simrat Kaur upcoming film | Simrat Kaur Viral Photos