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HIT 3 : मूवी रिव्यू
फिल्म:'HIT: The Third Case'
निर्देशक: सैलेश कोलानु
मुख्य कलाकार: नानी, श्रीनिधि शेट्टी, प्रतीक बब्बर
रिलीज डेट: 1 मई 2025
रेटिंग: ⭐⭐⭐ (3/5)
‘नेचुरल स्टार’ नानी साउथ सिनेमा में अपने अलग अंदाज़ और परफॉर्मेंस के लिए जाने जाते हैं. फिल्म 'Hi Nanna' के बाद अब वह लेकर आए हैं ‘HIT: The Third Case’ (HIT The Third Case), जो HIT यूनिवर्स की तीसरी कड़ी है. इस बार कहानी, किरदार और सिनेमाई पैमाना काफी बड़ा कर दिया गया है, लेकिन सवाल यह है – क्या यह प्रयोग सफल रहा?
कहानी की बात
नानी इस फिल्म में अर्जुन सरकार के किरदार में हैं, जो एक पुलिस अधिकारी है और एक हत्या के केस में खुद आरोपी बन जाता है. जेल में एक दूसरे कैदी को वह अपनी कहानी सुनाता है कि आखिर वह इस हालत में कैसे पहुंचा. फ्लैशबैक में हमें उसकी एक खौफनाक मर्डर मिस्ट्री की जांच का सफर दिखाया जाता है, जो उसे कश्मीर तक ले जाती है. जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती है, मामला खून और साजिशों की दलदल में फंसता जाता है.कहानी का क्लाइमेक्स कई चौंकाने वाले ट्विस्ट्स के साथ आता है जो दर्शकों को कुर्सी से बांधे रखता है, लेकिन वहां तक पहुंचने में फिल्म कई बार अपनी लय खो देती है.
परफॉर्मेंस
फिल्म पूरी तरह से नानी-केंद्रित है. वह अपने किरदार में पूरी तरह ढल गए हैं. एक अस्थिर, गुस्सैल लेकिन ईमानदार पुलिस वाले की भूमिका को उन्होंने बखूबी निभाया है. फिल्म की शुरुआत से लेकर अंत तक नानी परदे पर छाए रहते हैं, और दर्शकों को उनकी परफॉर्मेंस से निराशा नहीं होती.लेकिन जहां नानी का किरदार दमदार है, वहीं बाकी कलाकारों को खास स्कोप नहीं मिला. श्रीनिधि शेट्टी, जो अर्जुन की प्रेमिका मृदुला की भूमिका में हैं, एक दिलचस्प किरदार के रूप में पेश की जाती हैं, लेकिन उनकी कहानी आसानी से अनुमानित हो जाती है. अंततः उनका किरदार सिर्फ प्रेमिका बनकर रह जाता है.प्रतीक बब्बर (Prateik Babbar) बतौर विलेन ‘अल्फा’ के रूप में दिखते हैं, लेकिन उनके किरदार में न गहराई है और न ही डर पैदा करने वाला प्रभाव.
लेखन और निर्देशन
सैलेश कोलानु, जिन्होंने HIT यूनिवर्स की पहली दो सफल किस्तें दी हैं, इस बार थोड़ा भटकते नजर आते हैं. पहले दो भागों की खासियत थी – गूढ़ रहस्य, थ्रिल और साइकोलॉजिकल पहलू. लेकिन इस बार निर्देशक ने ‘मासी अपील’ के नाम पर फिल्म को एक्शन ओरिएंटेड बना दिया है, जिससे फिल्म अपनी असल पहचान से दूर हो गई.‘अर्जुन सरकार’ का किरदार जितना ग्रे दिखाया गया है, उतना ही पारंपरिक हीरो वाला भी है. जबकि पहले दो हिस्सों के किरदार अधिक flawed और conflicted थे, जिससे दर्शकों को उनसे जुड़ाव महसूस होता था.
फिल्म की संरचना
फिल्म तीन हिस्सों में बंटी है:
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पहला हाफ – अर्जुन सरकार के बैकस्टोरी और केस की शुरुआत। यह हिस्सा धीमा जरूर है, लेकिन सस्पेंस बनाए रखता है.
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पोस्ट इंटरवल – एक्शन में अचानक शिफ्ट हो जाता है. यह बदलाव बहुत आक्रामक है और कहानी से थोड़ा अलग लगता है.
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आखिरी 30 मिनट – धमाकेदार एक्शन, खूनी संघर्ष और कुछ इमोशनल ट्विस्ट्स के साथ फिल्म अपने चरम पर पहुंचती है.
अंत भले ही प्रभावशाली हो, लेकिन वहां तक की यात्रा थोड़ी थकी हुई लगती है.
टेक्निकल डिपार्टमेंट
जहां फिल्म की स्क्रिप्ट कुछ जगह कमजोर लगती है, वहीं कैमरा वर्क, बैकग्राउंड म्यूजिक, प्रोडक्शन डिज़ाइन और आर्ट डिपार्टमेंट फिल्म को ऊंचा उठाते हैं. खासतौर पर प्रोस्थेटिक हाथ, पैर और उंगलियों का काम – जो फिल्म में कई बार दिखते हैं – बेहतरीन है.
‘HIT: The Third Case’ एक ऐसी फिल्म है जो अपनी दो पहचान – थ्रिलर और मसाला एक्शन – के बीच झूलती रहती है. यह न तो HIT यूनिवर्स की एक सटीक अगली कड़ी बन पाई है, न ही एक बेहतरीन व्यावसायिक फिल्म. लेकिन नानी के फैंस के लिए यह फिल्म एक ट्रीट हो सकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो उन्हें अलग अवतार में देखना चाहते हैं.यदि आप एक सस्पेंस से भरी इमोशनल थ्रिलर की तलाश में हैं, तो शायद यह फिल्म आपके लिए थोड़ी कमतर हो, लेकिन अगर नानी का एक्शन और स्टाइल देखना चाहते हैं – तो HIT 3 आपकी चॉइस हो सकती है.
Tags : HIT 3
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