ताजा खबर: कंगना रनौत की फिल्म इमरजेंसी को रिलीज होने में कुछ ही दिन बाकी हैं. वहीं हाल ही में फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया जोकि इमरजेंसी के दौर के घटनाक्रम पर आधारित है. वहीं अब बठिंडा की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने कंगना रनौत की फिल्म "इमरजेंसी" की रिलीज से पहले शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) से समीक्षा करवाने की मांग की है. फिल्म के ट्रेलर पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने चिंता जताई कि सिख समुदाय को बदनाम नहीं किया जाना चाहिए.
एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने की कंगना रनौत के खिलाफ FIR की मांग
दरअसल, बुधवार 21 अगस्त को एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए रनौत के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की और फिल्म इमरजेंसी पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि पहले भी कई बार ऐसी घटनाएं हुई हैं, जब फिल्मों में समुदाय को गलत तरीके से पेश किए जाने के कारण सिखों की भावनाएं आहत हुई हैं. फिल्म पर बैन लगाने की मांग करते हुए उन्होंने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) को 'पक्षपाती' बताया और सेंसर बोर्ड में सिख सदस्यों को शामिल करने का आग्रह किया.
कंगना ने किया पंजाबियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने कहा, "मैंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन अगर किसी पार्टी ने इमरजेंसी के दौरान सबसे बड़ा संघर्ष किया, तो वह शिरोमणि अकाली दल था. स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल आंदोलन का नेतृत्व करने वाले पहले व्यक्ति थे और अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार भी हुए थे. अकाली दल ने इमरजेंसी के दौरान सबसे कठिन लड़ाई लड़ी और कई गिरफ्तारियों का सामना किया. अगर फिल्म में सिखों को सही तरीके से चित्रित नहीं किया गया है, तो ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि कंगना की भूमिका सिखों के उचित चित्रण की अनुमति नहीं देती है. इतिहास बताता है कि कंगना ने पंजाबियों के खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया है, खासकर किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान, जो उनके पक्षपात को दर्शाता है".
'सिख समुदाय ने दी आजादी के लिए बहुत बड़ी कुर्बानियां'- हरजिंदर सिंह धामी
वहीं हरजिंदर सिंह धामी ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि सिख समुदाय ने भारत की आजादी के लिए बहुत बड़ी कुर्बानियां दी हैं और देश के लिए उनके योगदान का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, "यह समुदाय सीमाओं पर एक ढाल की तरह खड़ा है और दुश्मनों को दूर रखता है. अगर फिल्म में कुछ ऐसा है जो सिख भावनाओं को ठेस पहुंचा सकता है, तो उसे पहले एसजीपीसी को दिखाया जाना चाहिए और जो भी आपत्तिजनक है उसे हटा दिया जाना चाहिए". इसके साथ- साथ उन्होंने सिखों को लगातार निशाना बनाए जाने पर भी सवाल उठाते हुए कहा, "अगर आप एकता की बात करते हैं, तो फिर सिखों को हमेशा आतंकवादी क्यों कहते हैं और युवाओं पर एनएसए क्यों लगाते हैं? यह वही समुदाय है जो देश के लिए अपनी जान कुर्बान कर देता है".
6 सितंबर 2024 को रिलीज होगी एमरजेंसी
एमरजेंसी में कंगना के अलावा, इमरजेंसी में अनुपम खेर, मिलिंद सोमन, महिमा चौधरी और श्रेयस तलपड़े भी हैं. श्रेयस तलपड़े जहां अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका निभाते नजर आएंगे, वहीं अनुपम खेर जयप्रकाश नारायण की भूमिका में नजर आएंगे. दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक भी भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री जगजीवन राम की भूमिका में नजर आएंगे. इमरजेंसी को कई बार स्थगित किया जा चुका है और अब यह 6 सितंबर, 2024 को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है.
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