चायपत्ती और चिंता मणि जैसी दिलचस्प हॉरर कॉमेडी से धमाल मचाने वाली जोड़ी, कहानीकार-फिल्म निर्माता सुधांशु राय और निर्देशक पुनीत शर्मा इस बार रोमांच के बूस्टर डोज के साथ वापस आ गए हैं. दर्शकों को अपनी सीट से बांधे रखने वाली अनूठी कहानी कहने के लिए मशहूर इन निर्माताओं ने अपनी आगामी फिल्म बैदा की घोषणा की है| बैदा भारत की हिंदी हार्टलैंड की पृष्ठभूमि पर आधारित अपनी तरह की अनोखी साई-फाई सुपरनेचुरल थ्रिलर फिल्म है. महाभारत-फेम सौरभ राज जैन, हितेन तेजवानी और लस्ट स्टोरीज 2-फेम तरुण खन्ना, जो महादेव के नाम से भी लोकप्रिय हैं, जैसे अभिनेता इस फिल्म में अपनी अदाकारी के जलवे बिखर रहे हैं. यह फिल्म 2025 की शुरुआत में सिनेमाघरों में दस्तक देगी.इस बार उनके पिटारे में नया क्या होगा, इसकी झलक पेश करते हुए, साई-फाई, जासूसी और थ्रिलर कहानियों के लिए भारत के सबसे उम्दा और पसंदीदा कहानीकार सुधांशु राय ने कहा, "कहानी को सर्वप्रथम रखने के हमारे मूल सिद्धांत को आगे बढ़ाते हुए, बैदा एक संपूर्ण मनोरंजक फिल्म है, जिसमें अप्रत्याशित उतार-चढ़ाव और कुछ असाधारण किरदारों की दिलचस्प कहानी है, जो दर्शकों को स्क्रीन से बांधे रखेगी. यह मेरे फैंस और फॉलोअर्स का निरंतर प्रोत्साहन ही था, जिसने मुझे चायपत्ती के साथ अभिनय और निर्देशन की शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया. यकीन मानिए, बैदा के साथ, अनसुनी-अकल्पनीय कहानियों का संसार और भी बड़ा होने वाला है".
साई-फाई, जासूसी और थ्रिलर से भरपूर हैं फिल्म बैदा
सुधांशु राय की बात को आगे बढ़ाते हुए बैदा के निर्देशक, पुनीत शर्मा, जिन्हें उनकी पिछली फिल्म चिंता मणि के लिए व्यापक रूप से सराहना मिली थी, ने कहा, "भारतीय फिल्म दर्शक तेजी से आउट-ऑफ-द-बॉक्स कॉन्सेप्ट्स और अनूठी कहानियों पर आधारित कहानियों को पसंद कर रहे हैं. जब हमने चायपत्ती रिलीज की थी, तो यह यूट्यूब और ओटीटी सहित सभी प्लेटफार्मों पर तुरंत हिट हो गई, और इसे अब तक 1 मिलियन से अधिक बार देखा जा चूका है. असंख्य फैंस ने इसके सीक्वल की भी डिमांड की. इसके बाद हमने डिटेक्टिव बूमराह और चिंता मणि बनाई, फैंस ने इन दोनों फिल्मों को भी समान रूप से प्यार दिया. हमें यकीन है कि बैदा को थिएटर के दर्शक पसंद करेंगे, जो हमेशा नए और फ्रेश कंटेंट की खोज में रहते हैं."
उन्होंने आगे कहा कि फिल्म के कलाकारों में मनीषा राय, जिन्हें पिछली बार डिटेक्टिव बूमराह में देखा गया था, शोभित सुजय, जिन्हें चायपत्ती और चिंता मणि में उनके प्रभावशाली प्रदर्शन के लिए सराहा गया था, सिद्धार्थ बनर्जी, दीपक वाधवा, अखलाक अहमद आजाद और प्रदीप काबरा भी महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं. फिल्म की एडिटिंग प्रथीक शेट्टी ने की है, जो कंतारा और 777 चार्ली जैसी उल्लेखनीय फिल्मों के एडिटर रह चुके थे. दिलचस्प बात यह है कि पहली बार साई-फाई और टाइम ट्रैवल जैसे कांसेप्ट को हिंदी हार्टलैंड पर आधारित कहानी में बुना गया है, जहां आमतौर पर रोमांटिक-कॉमेडी और पॉलिटिकल ड्रामा जैसी फिल्में बनती हैं. उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के पास फिल्माए गए एक बड़े हिस्से के साथ, यह फिल्म इस क्षेत्र के साथ-साथ यहां के लोगों की वास्तविक जीवनशैली को भी दर्शाती है. उत्तर प्रदेश और बिहार की सर्वाधिक प्रचलित बोली भोजपुरी को इस फिल्म में प्रमुखता से जगह दी गई है.
बैदा के निर्माताओं ने पहले खुलासा किया था कि गोरखपुर के आसपास के स्थानीय कारीगरों और मूर्तिकारों को फिल्म के कला विभाग में शामिल किया गया था. फिल्म का कुछ हिस्सा दिल्ली में भी शूट किया गया है. फिल्म की कहानी एक ऐसे इंसान के इर्द-गिर्द घूमती है, जो जीवन में बिल्कुल अलग रास्ता अपनाने जा रहा है. और तब उसके साथ कुछ अजीब घटनाएं घटित होती है, कुछ लार्जर दैन लाइफ कैरेक्टर से उसका सामना होता है, जो इस रोमांचक साई-फाई सुपरनेचुरल थ्रिलर फिल्म में रोमांच भरते हैं . दिल थाम कर बैठिए, बैदा का फर्स्ट लुक जनवरी 2025 में आ रहा है.
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