ताजा खबर: Uma Ramanan Death: मशहूर तमिल प्ले बैक सिंगर उमा रामानन (Uma Ramanan) का 1 मई 2024 को निधन हो गया हैं. वहीं गायिका का 69 साल की उम्र में चेन्नई में निधन हो गया. उनके निधन से सिंगर के फैंस और तमिल इंडस्ट्री सदमे में है. उनके निधन के पीछे का कारण अभी तक पता नहीं चल पाया है.
उमा रामानन के निधन से दुखी हैं फैंस
तमिल प्ले बैक सिंगर उमा रामानन के परिवार में उनके गायक-पति एवी रामनन और उनके बेटे विग्नेश रामनन हैं.उनके अंतिम संस्कार के बारे में भी विस्तृत जानकारी का इंतज़ार है.उनकी मौत की खबर सुनकर फैंस काफी दुखी हैं.कई फैंस ने ट्विटर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी.एक फैन ने सिंगर को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, "गायिका श्रीमती उमा रामनन के निधन की दुखद खबर सुनकर सुबह-सुबह जाग गया.सुपर सिंगर्स और परफॉर्मर्स के इस दौर में जहां गायक गाने से ज्यादा अभिनय करते हैं, वहीं श्रीमती उमा रामनन अपने चेहरे पर बिना किसी संकेत के अपनी आवाज के जरिए ऐसी जटिल भावनाएं ला रही हैं.क्या गायिका थीं! ओम शांति मैम".
इन गानों से हुईं मशहूर उमा रामानन
उमा ने अपनी सुरीली आवाज में तमिल में कई हिट गाने गाए हैं. लेकिन असली पहचान इलैयाराजा के लिए गाए उनके कुछ मशहूर गानों से मिली, जैसे 'थुरलाल निन्नु पोच्चू' से 'भूपालम इसाइक्कम', 'पन्नेर पुष्पंगल' से 'आनंद रागम', 'थेंड्रेल एन्नाई थोडु' से 'कनमानी नी वारा', 'ओरु कैधियिन डेयरी'' से 'पोन माने'. , 'अरंगेट्रा वेलाई' से 'अगया वेन्निलावे' और 'महानदी' से 'श्री रंगा रंगनाथनिन' आदि.
उमा रामानन का करियर
उमा ने अपने करियर की शुरुआत साल 1977 में की थी. उन्होंने सबसे पहले अपने करियर की शुरुआत 'श्री कृष्ण लीला' के एक गाने से की थी. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और सफलता की सीढ़ियां चढ़ती गईं. रामानन का आखिरी गाना 'थिरुपाची' के लिए 'कन्नुम कन्नुम्थान कलंदाचू' था. मणि शर्मा द्वारा रचित इस गाने को उन्होंने हरीश राघवेंद्र और प्रेमजी अमरेन के साथ गाया था.
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